#पत्रकार-मोदी जी आप एक तरफ तो कहते हैं की आप भारत में गैर-क़ानूनी तरीके से घुसे हुए सारे बंगलादेशी मुस्लिमों को उठाकर देश से बाहर फेंक देंगें और दूसरी तरफ बंगलादेशी हिन्दुओं को आप#बंगलादेशसे#भारतमें ही बसाये जाने की वकालत करते हैं, तो क्या ये आपकी#हिन्दू-#मुस्लिमके बीच में फर्क करने की सोच नहीं दिखाता...???
#नरेंद्र_मोदी- पहली बात है जब मैं कहता हूँ की मैं भारत से बंग्लादेशियों को बाहर निकालूँगा तो उसमें कभी भी ''#बंगलादेशी_मुसलमान'' शब्द का प्रयोग नहीं करता हूँ ,मैं ''#बंगलादेशी_घुसपैठियों'' शब्द का प्रयोग करता हूँ अब वो अलग बात है की उनमें से ज्यादातर#मुसलमानहैं लेकिन उसका ये मतलब नहीं है की मुसलमान होने से उन्हें इस देश में जबरन गैर-क़ानूनी तरीके से घुसने और मार-काट मचाने का लाइसेंस मिल जाता है, और ऐसे लोगों के बारे में तो मैं अभी भी साफ़-२ कहता हूँ की ऐसे लोगों को तो मैं बर्दाश्त नहीं करने वाला, क्या आपको मालूम है की आज हमारे देश में पांच करोड़ से भी ज्यादा बंगलादेशी गैर-क़ानूनी रूप से घुसे हुए हैं और सीमा के नजदीक के बहुत से गाँवों पे उनका कब्जा हैऔर ये#सेकुलरकहे जाने वाले नेता उन्हें#वोटर_आईडी_कार्डबना-बनाकर दे रहे हैं अपनी#वोट_बैंककी#राजनीतीकी खातिर बिना ये सोचे की ये लोग कितना बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं हमारे देश की इंटरनल#सिक्युरिटीके लिए, बंगलादेश के#कटटरपंथीतत्व इन्हें जान-बुझ कर हमारे देश में डाल रहे हैं ताकि हमारे देशमें जनसंख्याका जो अनुपात है वो गड़बड़ाया जा सके |आपने मुझसे पुछा की मोदी जी आपका यही सख्त रवैया बंगलादेशी हिन्दुओं पर क्यों लागू नहीं होता लेकिन मुझसे ऐसा पूछने से पहले आप ये पता करना भूल गए की बंगलादेशी हिन्दुओं के साथ आज बंगलादेश में हो क्या रहा है, 35% हिन्दू थे बंगलादेश में आज 9 % बचे हैं, उन्हें#धर्मके आधार पर खत्म किया जा रहा है वहां से, अब यहां पे किसी को सेकुलरिस्म के खतरे में पड़ने की चिंता क्यों नहीं होती मैं हैरान हूँ जी...!!!आजादी से पहले वो हमारा ही हिस्सा थे या नहीं थे तो आज जब उनपर ये जुल्म किये जा रहे हैं तो क्या हमेंआँख-बंद करके उन बेचारों को वहां मरने के लिए छोड़ देना चाहिए क्या...??? भारत जैसे#मानवतावादीदेश कहे जाने वाले लोगों को ये शोभादेता है क्या...??? वे बेचारे आखिर जायेंगें कहाँ...??? वहां पे धर्म को आधार बनाकर ही बंगलादेशी हिन्दुओं पर ही आक्रमण किये जा रहे हैं ना की किसी और चीज को...!!!कमाल की बात तो ये है की आप#मीडियावालों को दोनों के बीच में#फर्कसमझ में नहीं आ रहा है की कुछ लोगों को जानबूझ कर एक#प्लानिंगके तहत#गैर_क़ानूनीरूप से हमारे देश में घुसाया जाना और कुछ लोगों का अपनी जान बचाने के लिए हमसे#दयाकी गुहार लगाना, दोनों के बीच में#अंतरआप लोगों को नजर नहीं आ रहा है, इसमें भी आप येदेख रहे हैं की ये इस धर्म का है और ये उस धर्म का। बेहद#दुर्भाग्यपूर्णहै ये
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फेसबुक के चलते अनेक देशों में हिंसक क्रांति हुई
और अनेक तानाशाह उखाड़ फेंके गए
उन क्रांतियों में बहुत अधिक हिंसा भी हुई
और अनेक तानाशाह उखाड़ फेंके गए
उन क्रांतियों में बहुत अधिक हिंसा भी हुई
दुर्भाग्य से उन देशों में तानाशाही का अन्त तो हुआ पर लोकतंत्र नहीं आ सका
पर भारत में फेसबुक ने शान्तिपूर्ण रक्तहीन क्रांति करवा दी
पर भारत में फेसबुक ने शान्तिपूर्ण रक्तहीन क्रांति करवा दी
यहाँ रक्त रंजित खूनी संघर्ष नहीं हुए.... बल्कि चुनाव हुए
और चुनाव में इसने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
जिसके द्वारा भारत में सच्चे मायनों में लोकतंत्र स्थापित हो गया
और चुनाव में इसने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
जिसके द्वारा भारत में सच्चे मायनों में लोकतंत्र स्थापित हो गया
कुछ तो बात है इस भारतभूमि में ....और हम भारतीयों में जो
हम विश्व में निराले हैं ...अनूठे हैं
हम विश्व में निराले हैं ...अनूठे हैं
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