Sunday, 2 December 2018

patr-vishshesh




पांच राज्यों के असेम्बली चुनावो के परिणाम के बाद, न्यू यॉर्क टाइम्स ने एक आलेख लिखा, जिसका यथासम्भव हिंदी अनुवाद किया है
भारतीयों द्वारा वोट देने का पैटर्न एक दम साफ है उससे वर्तमान सरकार को सबक सीखना चाहिये...
- भारतीय मतदाता, फिस्कल डेफिसिट नही समझता और उसे, कोई मतलब नही कि ये 2.4% रहे चाहे 3.4%. उन्हें सब्सिडी और फ्री-बी (मुफ्त देने की योजना) की भी समझ नही। उन्हें तो ये भी नही पता कि सब्सिडी और फ्री-बी एक उधार है जिसे एक दिन कोई न कोई चुकायेगा।
भारतीय जनता को GDP रेट से कोई मतलब नही, भले ही पिछले चार सालों में 3.8 से बढ़कर 7.4 हो गया, जो कि अमरीका, ब्रिटेन जापान आदि देशों से आगे है
- भारतीय लोग हमेशा शिकायत करेंगे, सिर्फ प्याज और दाल पर ही नही, डीजल पेट्रोल पर भी। उन्हें चीजे सस्ती भी मिलनी चाहिये और किसानों को भी अच्छी कीमत मिलनी चाहिये।
- भारतीयों के पुरानी आदते सुधारने को मत कहिये, उनकी नजर में ये सरकार का काम है कि हर चीज वही बदले
- भारतीयों को लॉन्ग टर्म मुद्दों से कोई लेना देना नही, उन्हें हर चीज आज ही चाहिये, और आज ही नही, अभी के अभी चाहिये
- भारतीयों की यादाश्त कमजोर और उनका दृष्टिकोण बहुत ही संकीर्ण होता है। वो पिछला भूल जाते है और नेताओं के पिछले कुकर्मो को माफ कर देते है
- वो ढीठई से जातिवाद पर वोट करते है और जातिवाद एक मुख्य शत्रु है जो युवाओं का उत्थान नही करता बल्कि लोगों को बांटकर रख देता है... और चीन और पाक जैसे देश, भारतीयों को ही जातिवाद फैलाने का हथियार बनाते हैं क्योंकि, दोनों ही अपने GDP के लिये भारतीय बाजार पर निर्भर हैं
इंडियन रक्षा तंत्र पिछले पांच सालों में बहुत मजबूत हुआ है पाकिस्तान और गल्फ देशों के बनिस्बत, और ये देश, खुल्लम खुल्ला हिंदुस्तान को शासन का निर्देश नही दे सकते, इसलिये वो विध्वंसकारी संगठनों को अरबो खरबो की फंडिंग करते है कि हिंदुस्तान को बर्बाद करो.....
और मोदी ही, इसे कूटनीतिक युद्ध से जीत सकते हैं और
दुख की बात है कि ये बात, भारतीय ही नही समझते
अगर मि. मोदी, अगले 5 महीनों तक लॉन्ग टर्म प्लान फिक्स करने मे रह जाते हैं तो, वो 2019 खो बैठेंगे फिर एक मृत और गिरा सिपाही देश के लिये कुछ नही कर सकता। उन्हें, अगले 5 साल की सरकार बनाने के लिये हर हाल में कठोर बनकर जिंदा रहना होगा। अब उन्हें बचे 5 महीनों में राजनीतिज्ञ बनना पड़ेगा
अगर पब्लिक सस्ता पेट्रोल डीजल चाहती है, तो दीजिये उसे।
अगर किसान कर्जमाफी चाहते है, तो निराश मत कीजिये उन्हें ...
वे 'सबका साथ सबका विकास नही जानते, वे सिर्फ अपने पॉकेट में आये गांधी को जानते हैं
हम, मोदी को सलाह देंगे कि अगले 5 महीने स्टेट्समैनशिप छोड़िये और पॉलिटिशियन बनिये । 2019 की जीत के बाद ही स्टेट्समैन बनिये, क्योंकि भारत का विकास स्टेट्समैन मोदी के अंदर ही हो सकता है, पॉलिटिशियन मोदी के अंदर नही।
Shripad Kulkarni Bangar 
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राजपूतों में भी केवल मोदी विरोधी ही नहीं बल्कि योगी विरोधी भी बड़ी संख्या में हैं। कुछ तो कट्टर पप्पू समर्थक हैं और कुछ सैकुलर टाइप भी हैं। यह सारे के सारे कांग्रेस पेड वर्कर है ।।
एक आईडी है ठाकुर भारत सिंह चौहान के नाम से। नाम इतना बड़ा और दिमाग बिल्कुल छोटा सा। यह साहब कह रहे थे कि यदि योगी जी जैसों को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री बनाएंगे तब तो लोग पकोड़े तलेंगे। इन भाई साहब के अनुसार रघुराम राजन देश का प्रधानमंत्री होना चाहिए क्योंकि वह सबसे ज्यादा पढ़ा लिखा है। उसके हिसाब से योगी और मोदी गवार है। मैंने अपने कुछ प्रश्नों के जवाब मांगे तो वह मुझे ब्लॉक करके भाग गया। हो सकता है वह आपकी फ्रेंड लिस्ट में शामिल बहुत से लोगों की लिस्ट में हो।
कुछ लोग तो बुद्धि से इतने पैदल हैं कि धारा 370, एससी एसटी एक्ट, आरक्षण आदि के लिए भाजपा को जिम्मेदार मानते हैं।
कांग्रेस हिंदू विरोधी और देश विरोधी पार्टी है। देश के आजादी से पहले ही इसने हिंदुओं के विरुद्ध षड्यंत्र शुरू कर दिए थे। नेहरू क्योंकि मुसलमान था इसीलिए उसने मुसलमानों को भारत से नहीं जाने दिया आज मुसलमान ही भारत में सबसे बड़ी मुसीबत हैं और यह जनसंख्या विस्फोट करके भारत पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं।
राजपूतों ने खुशी से अपनी रियासतें भारत में मिला दी लेकिन कांग्रेस ने गद्दारी करके राजाओं के सारे अधिकार छीन लिए।
संविधान में सेकुलर शब्द नहीं था जिसे इमरजेंसी के बाद इंदिरा गांधी ने संविधान में जुड़वाया।
इन कांग्रेस प्रेमियों को इस बात से भी कोई दिक्कत नहीं है कि यदि लक्षित हिंसा निवारण बिल पास हो जाता तो भारत में हिंदुओं की वही हालत होती जो आज हिंदुओं की हालत पाकिस्तान और बांग्लादेश में है। कांग्रेस ने ही हिंदू आतंकवादी शब्द गढ़ा था। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के साथ हुए अन्याय को कौन भूल सकता है? 40-40 पुरूष पुलिसवाले मिलकर निर्दोष साध्वी प्रज्ञा को कोड़ो से तब तक मारते, जब तक वह बेहोंश नही हो जाती, फिर जगाते, फिर मारते, एक क्षत्राणी के साथ ऐसा व्यवहार करने वाली कांग्रेस आज इनकी अपनी हो गयी ।
एससी एसटी एक्ट की आड़ में दंगा करवाने वाली भी कांग्रेस थी वरना भाजपा का सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलने का कोई विचार नहीं था।
राहुल गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, रणदीप सुरजेवाला, कमलनाथ, जैसे नेताओं ने जगह-जगह मीटिंग करके दलितों को भड़काया। कांग्रेस का इरादा यह था कि दलितों से दंगे करवा कर हिंदुओं को पूरी दुनिया में बदनाम किया जाए।
मायावती एक बड़ी रैली करके दलितों को हिंदू धर्म से हटाकर बौद्ध धर्म में लाने वाली थी। इसीलिए भाजपा सरकार को एससी एसटी एक्ट मूल रूप में लाना पड़ा।
कांग्रेस के इतने पाप हैं की गिनते गिनते पूरे नहीं होंगे।
साभार - Bijender Singh
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गुजरात सरकार की अनौखी पहल पुरानी बसों में बनाया बेघरों के लिए नाईट शेल्टर
शहर में रहने वाले अनाथ और बेधर लोगों को आश्रय की सुविधा देने के लिए नाईट शेल्टर ऑन व्हील की गुजरात में प्रथम बार योजना शुरू की है. जिसमें बिना काम में लाई जा रही पुरानी बसों को रिनोवेट किया गया है.
बारिश का मौसम हो या ठंडी का मौसम साल के बारह महीने सड़क के बीच या सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ पर निराश्रित सोते हुए दिख जाते होंगे और ऐसे लोगो के लिए भरुच नगर पालिका ने एक अनोखा बीड़ा उठाया है. इन निराश्रित -निराधार लोगों के लिए नगर पालिका ने आश्रय स्थान बनाने का प्रयास शुरू किया है.सुरभि तमाकुवाला ने मीडिया को बताया कि गरीब और निराश्रित लोगों को रात के समय सोने और आराम करने के लिए यह सुविधा प्राप्त हो सके, ऐसा यह राज्य सरकार का पहला प्रोजेक्ट है. इन बसों का दुरुपयोग न हो इसके लिए इन नाइट शेल्टर बसों में सीसीटीवी भी लगाए गए है.
नगर पालिका द्वारा शुरू की गयी इस तरह की अनोखी पहल को शहर के लोगों ने काफी सराहा है. बिना आशियाने के फुटपाथ पर अपना जीवन बिताने वाले निराश्रितों के लिए भंगार में पड़ी बसे पालिका के सराहनीय कदम की वजह से आज आशीर्वाद के समान साबित हुयी है.
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चीन ने पाकिस्तान को बाध्य किया कि अब भविष्य में पाकिस्तान का व्यापार चीन से चीनी मुद्रा यूयान में ही होगा. इस प्रकार अब पाकिस्तान भविष्य में चिनकीस्तान बन जायेगा.
अब समय है कि भारत चीन से कहे कि भारतीय व्यापारी जितना भी चीनी माल खरीदेंगे/आयात करंगे उसका भुगतान वे $डालर में न करके भारतीय ₹रुपये में करेंगे. इस प्रकार चीन को जितना भी भारतीय माल निर्यात हो उसका कीमत का भुगतान चीन भारतीय ₹रुपये में करे. इससे हमारा $डालर का भंडार बढेगा और भुगतान संतूलन अपनाने से चीन ज्यादा से ज्यादा भारतीय माल आयात करने को बाध्य होगा.
Uma Shanker Singh
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चोंकिये मत ये कोई मक्का मदीना का दृश्य नहीं है ये दारूमऊलूम और मसूद अजहर द्वारा अयोध्या को दी गयी धमकी से प्रेरित ईस्लामी जेहादीयों की भीड है जो किसी इस्लामी इस्तमां के बहाने यूपी के बुलंदशहर में अपना शक्ति प्रदर्शन करने इक्कठा हुई है.!
अब हल्के में लेने के दिन चले गए इन लोगों के एक एक कदम को सीरियसली लेना होगा
ये अपनी 21 करोड आबादी को बयां कर रहे हैं क्योंकि वास्तविकता में अब ये अल्पसंख्यक नहीं हैं...वैसे भी हिन्दू अब हैं ही कितने? हिन्दुओं से ज्यादा तो यहां पंडित राजपूत जाट गुर्जर यादव सैनी त्यागी होंगे
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