Sunday, 30 December 2018

patr-vishesh

बाप बोफोर्स चोर,
माँ अगस्ता चोर,दोनों माँ बेटे नेशनल हेराल्ड चोर और
फेसबुक पे भौंकने वाले
उनके चमचें चिंदीचोर..!!  -  n k sharma
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,सुप्रीम कोर्ट जितना राममंदिर मसले जो खींच रहा है..उतना ही भारतीय न्याय व्यवस्था का नंगापन उजागर हो रहा है..,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
जो प्रचंड पंडे ये धमकी देते है की अगर मोदी ने मंदिर नही बनाया तो मोदी की खैर नही //
.ऐसे उत्तंड झंडे पंडे .स्पाक्स नोटा वाले ये बताये की क्या राहुल गांडी मंदिर बनवायेगे.या हिन्दुओ पर गोली चलवाने वाला मुलायम .या उसका लौंडा अखिलेश या जेहादी ममता बानोया फिर देश विरोधी कम्युनिस्ट मंदिर बनवा देंगे प्यारे झंडे पंडो उत्तर अवश्य देना ! - पवन अवस्थी
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कोर्ट का फैसला…और जीत…
मुक़दमे का सिर्फ फैसला आना बाकी है ..........मुक़दमाँ जीतने लायक जो तथ्य मुलायम . माया तथा अखिलेश की इस्लामी सरकारों ने कोर्ट से छिपाए थे उन तथ्यों को मोदी और योगी की टीम ....कोर्ट के रिकार्ड पर रख चुकी है ...........ये रिकार्ड है आर्कियोलाजी विभाग द्वारा की गयी खुदाई और अंग्रेजो तथा मुगलकाल के उर्दू में लिखे दस्तावेज जिनकी संख्या हजारो में .इन दस्तावेजो को मोदी और योगी सरकार ने इंग्लिश में अनुवाद करा के सुप्रीम कोर्ट में जमा कराया है ...........
..ये लड़ाई बस इतनी ही बची है…हम जीत चुके हैं…रेफरी के हाथ उठाने भर की देरी है…लेकिन क्या करें…रेफरी भी तो उन्हीं की टीम का है…देरी बस इस बात की हो रही है…कि मोदी को 2019 के चुनाव में राममंदिर का फायदा ना मिले…भाजपा जिसने शुरू से आखिर तक इस लड़ाई को लड़ा…उसे इस लड़ाई के जीतने का फायदा ना मिले…समझदार श्रेणी के हिन्दू इस बात को समझ रहे है लेकिन कट्टर हिन्दू और फर्जी टाईप के लाल पीले पाखंडी पंडे अपनी अज्ञानता और अपने घमंड के कारण अपडेट ना होने के कारण इस तथ्य को समझ ही नहीं पा रहे ............और दुश्मन का काम आसान कर रहे है .फिर चाहे तोगडिया हो या और कोई पाखंडी !


Manish Keshari
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इन दो हरामि रंडीयों ने हमारी 1500, वर्ष पुरानी परंपरा को तोड दिया इन्हें जीने का अधिकार नहीं है

रात के तीन बजे इन दो रंडीयों ने पुलिस के संरक्षण में सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने में सफल हुईं .

मेरे जहन में कई सवाल उभर रहे हैं .
(१) आखिर ये महिलाएं येन केन प्रकारेण मंदिर में क्यों घुसना चाहती थीं . क्या आस्था के कारण . अगर आस्था होती तो इस बात के प्रति भी होती कि किसी मंदिर की मान्यता के विरुद्ध कोई धर्मावलम्बी नहीं जाना चाहता . अगर आस्था है तो .


(२) क्या सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को ये आदेश दिया था कि किसी भी स्थिति में मंदिर में महिलाओं को प्रवेश कराकर रिपोर्ट करें . भले उनकी आस्था न हो या वे विधर्मी हों .

(३) अगर गुरुद्वारे में सर ढककर जाने की परंपरा है या मंदिर में जूते न पहनकर जाने की आस्था है तो क्या इस सम्बन्ध में कोई कानून है . अगर मैं नंगे सर गुरुद्वारे में घुसकर या जूते सहित मंदिर में जाकर मीडिया के सामने अपनी कीर्तिगान करूं तो ये मेरी बदतमीजी है या बहादुरी .

(४) जिस देश में महिलाएं अनहोनी या अपने इष्ट के भय या आस्था से बृहपतिवार में कपड़े नहीं ढोती मांग में सिन्दूर लगाए बिना कोई उत्सव नहीं मानतीं , करवाचौथ को जल तक ग्रहण नहीं करती उस धर्म कि महिलाएं यदि विशवास है या आस्था है तो मंदिर के हजारों साल से बनाये गए नियम व परंपरा तोड़कर जबरदस्ती मंदिर में प्रवेश करेंगी क्या .

(५) एक मजहब की सामाजिक कुरीति तीन तलाक को समाप्त करने के लिए पूरी विपक्षी पार्टियां, न्याय व्यवस्था, मीडिया उनके धर्म में दखल मानता है और बहुसंख्यक हिन्दू धर्म के अत्यंत निजी विषय पर अदालत कानून बनती हैं . जरा मुस्लिम या ईसाई धर्म की किसी धार्मिक परंपरा के विरुद्ध कानून बनाकर या इम्प्लीमेंट करके दिखाइए मी लार्ड .

समझ लीजिये . ( भाषा के लिए क्षमा ) ये हरामखोर मार्क्सवादियों का हिन्दू धर्म को चिढ़ाने , अपमानित करने और मजाक उड़ाने का विषय है जिस में कबरंडी प्रेश्याएँ शामिल हैं . इसके आलावा कुछ भी नहीं .
Sanjay Dwivedy
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देश_के_सामने_एकबार_फिर_नंगा_हुआ_राहुल_गांधी_का_झूठ_फ़रेब
राफेल पर हो रही बहस में राहुल गांधी एक रिकॉर्डेड वार्तालाप सुनाने की जिद्द पर अड़ गया। इसपर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सदन की नियमावली का सन्दर्भ देते हुए उससे कहा कि वो जिम्मेदारी ले और लिख कर दे कि "जिस रिकॉर्डिंग को वो सदन में सुनाने जा रहा है उसके सत्य होने की जिम्मेदारी वो लेता है तथा यदि यह रिकॉर्डिंग झूठी फ़र्ज़ी पायी जाए तो उसके खिलाफ विशेषाधिकार का मामला चलाकर उसका निष्कासन किया जाए।"
जेटली द्वारा सदन की नियमावली की यह शर्त रखते ही रिकॉर्डिंग की सत्यता की जिम्मेदारी लेने से राहुल गांधी गिरगिट की तरह मुकर गया और रिकॉर्डिंग के फ़र्ज़ी नहीं होने तथा सत्य होने की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हुआ। उसने देश की संसद को शायद देसी दारू का अड्डा बनाने की ठान ली है। जहां बेधड़क झूठ फ़रेब जालसाज़ी का खुला कांग्रेसी खेल खेलने की खुली छूट चाहता है राहुल गांधी।
दरअसल सदन में झूठ बोलने पर इस पर मानहानि का मुकदमा नहीं चलता। झूठ फ़रेब जालसाज़ी करने के कुकर्म पर किसी भी प्रकार का आपराधिक केस नहीं चल सकता। सदन के बाहर कुछ भी अनर्गल बकता तो सीधे जेल जाता क्योंकि मनोहर पर्रिकर पहले ही इस कांग्रेसी जालसाज़ी धोखाधड़ी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर चुके हैं।
वैसे अरुण जेटली आज जिस बेरहमी से मां-बेटे की धुलाई कर रहे हैं। सरकारी खजाने की खानदानी लूट का बेशर्म इतिहास उनको बता रहे हैं। राहुल गांधी को याद दिला रहे हैं कि जब तुम बोफोर्स दलाल लुटेरे क्वात्रोचि की गोद मे खेला करते थे... वह भी लाजवाब है।
सच के अंगारों की जेटली द्वारा की जा बरसात से मां-बेटे के चेहरे पर मातम की सुनामी चल रही है। कांग्रेसी गुर्गों ने जमकर नंगई कर के कार्रवाई फिलहाल रोक दी है।


Satish Chandra Mishra
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जो कौम खून देख नही सकती है वो नर पिशाचो से लड़ेगी कैसे ?? सिर्फ 10-15 साल और अय्याशी कर लो शाहरुख,सलमान की फिल्मे देख लो,होली,दिवाली,शिव रात्री तो तुम्हारा कोर्ट और लोक तंत्र बंद करवा ही देगा बाकी बचा काम शरियत और इस्लामिक कानून पूरी कर देगा
हिंदुओं तुम्हारे पास तो ना लड़ने वाले हाथ बचे है हम दो हमारे दो बस और नाही लड़ने का कलेजा है ना तुम्हारे साथ देश का कानून है ना तुम्हारी बिकाऊ और चार जालीदार टोपी देख कर पेशाब कर देने वाली पुलिस तुम्हारे साथ है ना सेना तुमको बचा पाएगी
तुम्हारी हालत गली के आवारा कुत्ते जैसी होना निश्चित है जानते होना क्यूँ ?? क्यूकि तुम डरपोक और कायर होने के साथ साथ पलायनवादी हो चुके हो ! हर मुद्द्दे से भागना ,अपनो के दुख मे साथ ना देना , राजनीति के लिए धर्म का इस्तेमाल करना ,सत्ता मिलते ही तुम्हारे नेता सैकुलर बन कर धर्म भूल जाते है मेरी बातों का प्रत्यक्ष प्रमाण है मतलब हर एक नेता और पार्टी यह समझ चुकीं है की आने वाले वक्त मे हर हिन्दू का पालतु कुता होना निश्चित है
80 करोड़ हिंदुओं पर शासन करने और सभी हिंदुओं की सु्न्नत करवाने के लिए सिर्फ 8 लाख ट्रेंड जेहादियो और एक करोड़ जालीदार टोपी वालो की अनियन्त्रित भीड़ की आवश्यकता पड़ेगी
जो उन लोगो के पास है और एक लाख आस्मानी किताब पढ़ाने वाला सेनापती चाहिए वो भी उनके पास है उनकी ताकत उनका अपने धर्म के प्रति समर्पण है ऐसा जुनून और हौसला या जिगर क्या तुम हिंदुओं मे है ?? क्या तुम धर्म का अपमान करने वाले का गला काट पाओगे ??कभी नही तुम मीट खा सकते हो लेकिन बकरे की गर्दन हलाल नही कर पाओगे क्यूँ की तुमको उल्टी आ जाएगी चक्कर खा कर गिर पड़ोगी , क्या तुम्हारे घर की कोई भी महिला मे इतना कलेजा है की वो मीट की दुकान पर स्वयं जाकर मीट खरीद कर ले आए या अपने सामने बकरा कटवा कर घर तक ले आए
नही एक भी नही मिलेगी ,
अपनी आंखो से हिन्दुओ अपने सम्पूर्ण वंश का सर्वनाश देखने के लिए माइंड मेकअप कर लो और जीभर कर एैश कर लो कल तुम्हारी औलादे भी पांच वक्त की नमाज भी पढ़ेंगी और पंचर भी जोड़ेंगी यदि तुम नही सुधरे तो....
व्यथित मन से - वन्देमातरम🙏😔

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