Sunday, 29 September 2013

गोद में छोटा भाई चंदन है

असमर्थ भाई को गोदी मेँ उठा कर ले जाती हैँ उसके कालेज उसकी बहने ..

गोद में छोटा भाई चंदन है। उम्र 19 साल। दोनों पैरों से नि:शक्त। शहर से चार किमी दूर सरकारी कॉलेज और कोचिंग छोड़ने की रोज की जिम्मेदारी बहन प्रभा की है। चंदन को बचपन में एक गंभीर बीमारी ने जकड़ लिया था। काफी इलाज हुआ, लेकिन वह चल-फिर नहीं सका। पिता रामसिंह राठौर ग्रेसिम में श्रमिक हैं।

कमाई का एकमात्र जरिया। बहनों ने ठाना कि वह भाई को कमजोर नहीं पड़ने देंगी। छह बहनों सुलोचना, अवंता, जशोदा, माया, प्रभा और भूमिका ने बारी-बारी से अपने इकलौते भाई का साथ निभाया। अवंता, जशोदा और माया अपने भाई को इलाज के लिए रोज उज्जैन के अस्पताल ले जाती फिर स्कूल। उनकी शादी हो गई और वे दूसरे शहर चली गईं। फिर प्रभा यह जिम्मेदारी निभाने लगी।

पिछले साल उसकी भी शादी हो गई। पति गुजरात में नौकरी करता है, इसलिए वह नागदा में ही रुक गई। ताकि भाई की मदद कर सके। जब वह चली जाएगी तो यह जिम्मेदारी छोटी बहन भूमिका निभाएगी। चंदन बी.कॉम. प्रथम सेमस्टर का छात्र है। बहनें उसे सीए बनाना चाहती हैं, इसलिए उन्होंने कभी भी पैसों का भार पिता पर नहीं डाला। लेकिन गृहिणी मां को मलाल है कि इस त्याग में उनकी बेटियां १२वीं से ज्यादा नहीं पढ़ पाईं।

इन सभी बहनों के जज्बे और भाई के प्रति प्यार देख कर आँखे भर आई ..


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कांग्रेस ने सोहराबुद्दीन के चार भाईयों को 5 करोड़ और एक भाई को चुनावी टिकट देने का प्रलोभन दिया!! 
आखिर बहुचर्चित सोहराबुद्दीन केस की असलीयत क्या है। वेशक वह कांग्रेस की गन्दी राजनीति का एक कड़वा सच है।
  एक पत्रकार पुष्प शर्मा ने बकायदा मुस्लिम के रूप में दाढ़ी बढाकर और नमाज़ आदि का ढोंग करके आठ महीनो तक "रियौद्दीन अहमद " बनकर सोहराबुद्दीन के सभी भाईओं और उसके दोस्तों कास्टिंग ओपरेशन किया है। उससे काफी चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं। उन्होंने पहले उन सबका विश्वास जीता और उन्हें बतया कि वो अरब देशों का एक एजेंट है,जो भारत में हिंदू विरोध के लिए फाइनेंस करता है। उन्होंने कई लाख रूपये भी उनके उपर खर्च किये।
 सोहराबुद्दीन के भाइयों ने साफ साफ कहा कि उनको कांग्रेस ने खूब पैसे दिए है करीब पांच करोड, सिर्फ गुजरात और मोदी को बदनाम करने के लिए। सोहराबुद्दीन के पांचवे भाई ने साफ-साफ कहा है कि उसकी कांग्रेस के कई नेताओ से बातचीत भी हो चुकी है और उसे यूपी से किसी भी मुस्लिम बहुल क्षेत्र से टिकट भी देने का वादा किया गया है। इस सिलसिले में उसने रामपुर मेरठ और फरुखाबाद का दौरा भी किया है। 
उसने सबसे चौकाने वाली बात जो कही है,वह इस देश में एक बहुत ही खतरनाक परम्परा की शुरुआत है। उसने  कहा कि सी बी आई वाले भी जानते है कि ये केस झूठा है। वे कहते हैं कि तुम ऐश करो और जहां भी हम कहे वह दस्तखत करते रहो और जो हम सिखाए वही कोर्ट में बोलो। सोहराबुद्दीन के एक दोस्त आज़म खान ने कहा है कि पोपुलर बिल्डिंग फायरिंग केस में अमित शाह को फ़साने के लिए उसको २ करोड रूपये मिले है और सारे पुलिसअधिकारी निर्दोष है।
क्या इसका मतलब यह नहीं है कि कांग्रेस अपने विरोधियों के खिलाइ सी बी आई को एक हथियार के रुप में इस्तेमाल कर रही है।



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