Wednesday 30 April 2014

बुलढाणा जिलेमें वासनांध जिहादीयोंने २६२ हिंदु लडकियोंको अगुवा किया !

बुलढाणा (महाराष्ट्र) : जनवरी २०१३ से अप्रैल २०१४ की कालावधिमें वासनांध जिहादीयोंद्वारा नगरके २६२ हिंदु लडकियोंको अगुवा करनेका धक्कादायी वास्तव उजागर हुआ है । परंतु एक भी दुसरे धर्म की लडकी भागकर जानेकी घटना नहीं पाई गई । (जिहादीयोंके झूठे प्रेमपर बलि चढनेवाली हिंदु युवतियोंके लिए धर्मशिक्षाकी आवश्यकता स्पष्ट करनेवाली घटना ! यदि बुलढाणासमान तुलनमें अल्प विकसित जिलेमें इतनी बडी संख्यामें लडकियां जिहादीयोंके साथ पलायन करती हैं, तो अन्य विकसित जिलोंके संदर्भमें यह अंकवारी कितनी भयानक होगी, इसका विचार ही नहीं करना चाहिए ! इस स्थितिको परिवर्तित करने हेतु राष्ट्र एवं धर्मप्रेमी राजनेता ही चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
१. पिछले डेढ वर्षोंमें अल्पायु हिंदु लडकियोंको विवाहका लालच दर्शाकर अगुवा करनेकी ९० घटनाएं पुलिसमें प्रविष्ट की गई हैं । (इसलिए हिंदु अभिभावकोंको चाहिए कि वे अब अपने लडकियोंको सतर्क करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
२. वर्ष २०१३ में बुलढाणेसे २२५ हिंदु लडकियोंको जिहादीयोंने अगुवा किया, जबकि जनवरी से अप्रैल २०१४ की कालावधिमें ३७ हिंदु लडकियोंको अगुवा किया गया । इनमें कुछ प्रकरणोंमें अपहरण एवं बलात्कारके अपराधोंकी भी प्रविष्टि की गई है ।
३. पलायन करनेवाली लडकियोंमें अल्पायु एवं सुशिक्षित लडकियोंकी मात्रा अधिक है ।
४. पूछताछ करनेपर स्पष्ट हुआ कि जिन हिंदु लडकियोंको जिहादीयोंने अगुवा किया, उनमें अधिकांश मुसलमान विवाहित थे । (इससे स्पष्ट होता है कि वासनांध जिहादी यह कृत्य लवजिहादके लिए ही करते हैं । लवजिहाद मिटानेके लिए अब हिंदुओंको छत्रपति शिवाजी महाराजकी साधना तथा संगठनके मार्गसे प्रयास करने चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
५. इस विषयमें बुलढाणा नगरके पुलिस शिक्षक संयुक्त दक्षता पथकद्वारा पिछले डेढ वर्षोंमें ५०० लडके-लडकियोंको चेतावनी दी गई है । (दक्षता पथकद्वारा सचेत किए गए बच्चोंकी संख्या भी न्यून नहीं है । इन ५०० में कितने लडकोंने हिंदु युवतियोंको अगुवा किया होगा इसकी जानकारी अबतक सामने नहीं आई । उपर दी गई २६२ संख्या भी केवल उजागर प्रकरणोंकी ही है । अतः प्रत्यक्षमें उजागर न होनेवाले तथा हिंदु अभिभावकोंद्वारा जिहादीयोंके साथ अपने लडकीके विवाहको दी गई सम्मतिके प्रकरणोंकी संख्या कितने भारी मात्रामें हो सकती है, क्या हिंदु इसका विचार करेंगे ? 
स्त्रोत : दैनिक सनातन

‘लव जिहाद’ संकटको पहचानो !

छह सहस्र (हजार) से अधिक लडकियोंको लव जिहादके जालमें फंसाकर बनाया गया मुसलमान !


केरलकी ‘कलाकौमुदी’ साप्ताहिक पत्रने प्रकाशित की, ‘लव जिहाद’के विषयमें  केंद्रीय गुप्तचर विभागके प्रतिवेदनमें बताई गई मार्मिक सत्य स्थिति !

लव जिहादका झटका ईसाइयोंको भी !
मुसलमानोंने इस समाचारपत्रकी उपलब्ध सभी प्रतियोंको खरीदकर जला दिया ! 
तिरुवनंतपुरम - केरलके ‘कलाकौमुदी’ नामक प्रसिद्ध साप्ताहिक समाचारपत्रने ‘लव जिहाद’प्रकरणमें मुसलमान जिहादियोंद्वारा हिंदू एवं ईसाई लडकियोंका किए गए धर्मपरिवर्तनोंकी सत्यस्थिति प्रकाशित की है । यह समाचार, किसी सुनी हुई कथा अथवा चर्चापर आधारित नहीं है, अपितु केंद्रीय गुप्तचर तंत्रका केंद्रीयगृहमंत्रालयको प्रेषित प्रतिवेदन है । यह समाचार प्रकाशित होते ही सब लोग हडबडाकर जागे, तो मुसलमान आतंकवादियोंने ‘कलाकौमुदी’की इस ‘लव जिहाद’ विशेषांककी पूरी प्रतियां अविलंब क्रय कर जला दिया । ( समाजमें ‘लव्ह जिहाद’के विषयमें जागृति होनेपर हमारा दांव विफल हो जाएगा, इसके लिए मुसलमान कितना सतर्क रहते हैं, यह स्पष्ट होता है ! धर्मनिरपेक्षताका ढिंढोरा पीटनेवाले जन्महिंदुओंको जिहादी मुसलमानोंका दांव कब समझमें आएगा ? हिंदू अपने धर्मके विषयमें इतने सतर्क होंगे क्या ?- संपादक ) यह समाचार ‘हेंदवाकेरलम’ जालस्थानकी मार्गिका -
समाचारपत्र विक्रेताओंसे यह विशेषांक मांगने पर उन्होंने कहा कि उनके पास उपलब्ध नहीं है, सब बिक गया है । इस विषयमें अधिक पूछ-ताछ करनेपर दुकानदारोंने बताया कि मुसलमाकोंके कुछ गुट इन अंकोंकी पूरी-की-पूरी प्रतियां खरीद कर ले गए हैं । 
कलाकौमुदी’ साप्ताहिकमें, ‘केरलके विनाशके लिए लव्ह जिहाद, धर्मांतरण और काला पैसा’ यह लेख प्रकाशित हुआ था । केंद्रीय गुप्तचर संस्थाद्वारा केंद्रीय गृहमंत्रालयको भेजे गए प्रतिवेदनके आधारपर यह लेख लिखा गया है । ( यह प्रतिवेदन यदि हिंदुओंसे संबंधित होता तथा गुप्तचर विभागने कहा होता कि लव जिहाद अस्तित्वमें नहीं, तो मुसलमानोंका पक्ष लेनेवाले केंद्रीय कांग्रेसी शासकोंने उसे तुरंत प्रकाशित कर हिंदुओंको अपकीर्त करनेका निंदनीय कृत्य आरंभ कर दिया होता । जन्महिंदुओ, अब तो जगो और ‘लव जिहाद’के राक्षसके विरुद्ध संगठित होकर कार्य करो ! - संपादक )
इस लेखमें ‘लव जिहाद’ में सम्मिलित मुसलमान आतंकवादी दलोंकी आलोचना की गई है । गुप्तचरोंके प्रतिवेदनके अनुसार वर्ष २००६ से मार्च २०१२ तक केरलमें कुल ६ सहस्र १२९ लडकियोंको ‘लव जिहाद’के माध्यमसे इस्लाम धर्ममें धर्मांतरित किया गया है । इसमें ४ सहस्र ९९७ लडकियां हिंदू हैं, तो १ सहस्र १३२ लडकियां ईसाई हैं । ( ईसाइयो, ‘लव जिहाद’का संकट केवल हिंदुओंपर नहीं है, अपितु यह ईसाइयोंपर भी है, यह ध्यानमें रखिए और उसका विरोध कीजिए ! ईसाइयो, आज ‘लव जिहाद’के विरोधमें जी-जानसे लडनेवाली श्रीराम सेनाका विरोध, केरलके ही आतंकवादी विचारधाराके संगठन, ‘पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ की सहायतासे गोवाके कुछ हिंदुद्वेषी लोग विरोध कर रहे हैं ।  यह संगठन भी लव जिहादकी गतिविधियोंमें सक्रियरूपसे लिप्त है । इसी संगठनके कार्यकर्ताओंने केरलमें एक ईसाई प्राध्यापकका हाथ तोडा था, स्मरण है न ? इस संगठनके अनेक कार्यकर्ता हिंसक कार्योंमें पकडे गए हैं तथा अनेकपर आतंकवादियोंसे मिले होनेका आरोप है । अतः, अब तो जागिए, मुसलमानोंकी धूर्तता पहचानिए ! - संपादक ) केरलके मल्लपुरममें सर्वाधिक २ सहस्र १३७ लडकियोंको जिहादी आतंकवादियोंने प्रेम-जालमें फंसाकर मुसलमान बनाया है ।  
स्त्रोत - दैनिक सनातन प्रभात

हिंदुओ, ‘लव-जिहाद’ तथा ‘जिहाद-ए-इश्क’के आक्रमण रोकने हेतु हिंदू लडकियोंको धर्मशिक्षा दें !

‘लव-जिहाद’ का लवण अब उत्तरप्रदेशके पश्चिमी क्षेत्रमें फैल गया !

नई देहली - देहली पुलिसके विशेष विभागद्वारा हाल-हीमें लष्कर-ए-तोयबाके महंम्मद शहीद एवं महंम्मद रशीद दो  हस्तकोंको बंदी बनाकर उनसे पूछताछ की गई । इससे ऐसी बात सामने आई है कि पाकिस्तानकी जिहादी गुप्तचर संस्था आय.एस.आय. तथा लष्कर-ए-तोयबाकी मिलीभगतसे धर्मांध युवकोंने हिंदुओंके नाम धारण कर हिंदुओंके लडकियोंको अपने जालमें फंसाकर विवाह करना एवं पश्चात उनका धर्मपरिवर्तन कर उन्हें छोड देना ऐसा प्रकार आरंभ किया है । ‘लव-जिहाद’के इस नए रूपको ‘जिहाद-ए-इश्क’ नाम दिया गया है । यह ऐसा षडयंत्र रचा गया है जिससे हिंदू समाजकी नैतिक एवं भावनाके स्तरपर हानि हो ।
१. उत्तरप्रदेशके मुजफ्फरनगर तथा मीरत दो जनपदोंमें आय.एस.आय.संस्थाने अपना जाल फैलया है । इसके लिए स्थानीय मदरसाओंके मौलवीओंकी सहायता भी ली गई है ।
२. आय.एस.आय. एवं लष्कर-ए-तोयबाकी सहायतासे अनेक बेरोजगार एवं धर्मांध युवकोंको हिंदू लडकियोंको प्रेमके जालमें फंसानेका प्रशिक्षण दिया जाता है ।
३. उन्हें हिंदू नाम देकर हिंदुओंके समान आचरण करना सीखाया जाता है । तत्पश्चात उन्हें दोपहिये, भ्रमणभाष संच तथा आकर्षक वस्र देकर हिंदू लडकियोंसे प्रेमका नाटक करनेको कहा जाता है ।
४. इन लडकियोंसे विवाह करनेके उपरांत ही उन्हें लडकोंकी पहचान होती है । तबतक बहुत देर हो जाती है । तदुपरांत इन लडकियोंका धर्मपरिवर्तन कर उन्हें वेश्याव्यसायमें धकेल दिया जाता है ।
५. यह जानकारी मिलनेपर देहली पुलिसके एक दलद्वारा उत्तरप्रदेशके इस क्षेत्रमें जाकर इस घटनाकी निश्चिती की गई; परंतु इस घटनाके विरुद्ध क्या कार्यवाही की गई यह स्पष्ट नहीं हो पाया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

'लव जिहादियों' ने फैलाया उत्तर प्रदेश में आतंक : अशोक सिंहल

मुजफ्फरनगर : विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के संरक्षक अशोक सिंहल ने कहा कि जब से देश में ‘लव जिहाद’ शुरू हुआ है, चारों तरफ अशांति बढ़ रही है। इस लिए केंद्र सरकार को ‘लव जिहाद’ पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून बनाना चाहिए। उन्होंने कहा, जब से प्रदेश में सपा सरकार आई तब से जिहादियों के हौसले बुलंद हो गए। उसी का विरोध करने के लिए जाट समुदाय ने ‘बहू-बेटियां बचाओ’ महापंचायत की। महापंचायत से घर लौटने वक्त लोगों पर हमले किए गए।
सिंहल ने कहा कि ये दंगे उसी की प्रतिक्रिया हैं। जिस तरह गुजरात में गोधरा कांड की भारी प्रतिक्रिया हुई थी, उसी तरह मुजफ्फरनगर में लोगों ने ‘लव जिहाद’ के प्रति अपना गुस्सा जताया है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में वरुण गांधी से भी लोगों ने पूछा था कि उनकी बहू-बेटियों को ‘लव जिहाद’ से कैसे बचाया जाएगा, तब वरुण से  उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया था।
जब उनसे पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री बनने पर नरेंद्र मोदी ऐसा कर सकते हैं, तो सिंहल ने कहा कि गुजरात का उदाहरण सामने है जहां लव जिहादियों की नहीं चलती है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की सपा सरकार हिंदुओं की दुश्मन के तौर पर काम कर रही है। सपा सरकार एक मंत्री आजम खान के कहने पर ऐसे फैसले कर रही है, जिससे प्रदेश में सांप्रदायिक माहौल लगातार खराब हो रहा है।
स्त्रोत : पंजाब केसरी


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