चैत्र शुक्ल पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११५
भाग्यनगरमें श्रीरामनवमीके निमित्त ढाई लाख हिदुओंकी विशाल शोभायात्रा !
हिंदुओ, धर्मांधोंद्वारा मार खानेके स्थानपर धर्मांधोंपर धाक उत्पन्न हो, ऐसा संगठन स्थापित करें !
भाग्यनगर : श्रीरामनवमीके निमित्त प्रतिवर्षके समान इस वर्ष भी यहां प्रखर हिंदुनिष्ठ एवं श्रीराम युवा सेनाके संस्थापक अध्यक्ष श्री. ठाकुर राजासिंहद्वारा आयोजित शोभायात्रामें ढाई लाख हिंदु सम्मिलित हुए । जय श्रीरामके गर्जनमें पुराने भाग्यनगरकी ढुलपेट से हनुमान व्यायामशालातक यह शोभायात्रा निकाली गई । इस शोभायात्रामें प्रमुख अतिथिके रूपमें सुश्री साध्वी सरस्वतीजी सम्मिलित हुई थीं ।
शोभायात्राके समाप्त होनेपर हनुमान व्यायामशालामें श्री. ठाकुर राजसिंह एवं सुश्री साध्वी सरस्वतीजीने उपस्थित हिंदुओंको मार्गदर्शन किया । सुश्री साध्वी सरस्वतीजीने कहा,
१. यह भूमि ना तो हैदरकी है, ना अलीकी, अपितु भाग्यलक्ष्मीकी है ।
२. अब हमें एक हाथमें माला एवं दूसरे हाथमें भाला लेकर लडना चाहिए ।
३. अमरनाथ यात्राके लिए राजस्व; मात्र हज यात्राके लिए अनुदान यह हिंदुओंका दुर्भाग्य है ।
४. यदि प्रत्येक हिंदुने गोहत्या रोकनेका संकल्प किया, तो देशमें की जानेवाली गोहत्या अपनेआप बंद होगी ।
५. भगवान श्रीकृष्णने श्रीमद् भगवदगीताके माध्यमसे हमें युद्ध करनेका संदेश दिया है ।
६. हिंदु यदि संगठित हुए, तो ओवैसीसमान देशद्रोही यहां नहीं रह सकेंगे ।
श्रीरामनवमी शोभायात्रा के संयोजक तथा प्रखर हिंदुत्ववादी नेता श्री. राजा सिहं ठाकूर ने उपस्थित हिंदू समुदाय को छत्रपती शिवाजी महाराज की तरह धर्मक्रांति हेतु सिद्ध रहने के लिए कहा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
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