Sunday, 14 July 2013

गाय का मांस खाने की प्रेरणा दे |


मित्रो, कल में ऑफिस में कुछ फाइलें देख रहा था ... एक फ़ाइल में केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मन्त्रालय के एक परिपत्र को देखकर चौक गया ...

जब मोदी जी ने कहा था की गुजरात के कुछ बच्चे इसलिए कुपोषित है क्योकि गुजरात में मांसाहार नही खाया जाता .. अंडे तक लोग नही खाते और दूध पीने से कई बच्चे कतराते है .. और नई जनरेशन की किशोरिया अपने फिगर की वजह से ज्यादा वसायुक्त खाना नही खाती ... तब कांग्रेसियो और मीडिया के कुत्तो ने इस ब्यान पर खूब भूका था ....

लेकिन केंद्र सरकार ने एक सलाह गुजरात के कई विभागों और गुजरात के कई एनजीओ और कई सहकारी संस्थाओ को भेजा है .. इस सलाह में कहा गया है कि लोगो को अंडे और मांस खाने की प्रेरणा दे क्योकि अब साग सब्जिया बहुत महंगी हो गयी है और पोषण के लिए बच्चो को मांस मछली, अंडे खाने की सलाह दी गयी है |

ये तो ठीक है ... इसमें कोई ओब्जेक्शन नही है ... लेकिन आगे केंद्र सरकार ने कहा है की चूँकि मटन और चिकन बहुत महगे हो गये है इसलिए लोगो को बीफ यानी गाय का मांस खाने की प्रेरणा दे |

हे मीडिया के कुत्तो .... तुम्हारी स्वामिभक्ति देखकर तो लेब्राडोर नस्ल के कुत्ते भी शरमा गये होंगे .
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केरल में 3 हजार हिन्दू लड़कियों से कबुलवाया इस्लाम ! कांग्रेसी मुख्यमंत्री ओमेन चांडी ने खुद कबूली इस्लामीकरण की बात ! मुसलमान फैला रहे लव जिहाद, सेक्युलर हिन्दू बजा रहे तालियाँ !

http://indiatoday.intoday.in/story/love-jihad-oommen-chandy-islam-kerala-muslim-marriage/1/215942.html

Over 2500 Hindu girls converted to Islam in Kerala, Muslims are spreading Love Jihad, Hindus are shamelessly Secular !

http://www.rediff.com/news/report/beware-of-love-jihad-keralas-christian-council-warns-its-flock/20120720.htm

http://www.hindujagruti.org/news/14386.html

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पाकिस्तान में तालिबान की धमकी की परवाह न करते हुए लड़कियों की शिक्षा की पैरोकारी करने वाली मलाला यूसुफजई ने संयुक्त राष्ट्र से कहा कि वह आतंकवादी खतरे के सामने खामोश नहीं होंगी.मलाला 16 साल की हो गईं. उनके जन्मदिन को संयुक्त राष्ट्र ने ‘मलाला दिवस’ के रूप में मनाने फैसला किया है.
पिछले साल तालिबान के हमले में घायल हुईं मलाला ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘उन्होंने सोचा था कि उनकी गोली हमें खामोश कर देगी, लेकिन वे नाकाम रहे.’
मलाला ने दुनियाभर की लड़कियों से अपील की, ‘चलो किताबें और कलम उठाओ. ये हमारे सबसे ताकतवर हथियार हैं. एक बच्चा, एक शिक्षक, एक किताब और एक कलम ही दुनिया को बदल सकते हैं.

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