अगर खाने पीने कि चीजों में के पेकटो पर निम्न कोड लिखे है तो उसमें ये चीजें मिली हुई है l
E 322 - गाये का मास
E 422 - एल्कोहोल तत्व
E 442 - एल्कोहोल तत्व ओर कमिकल
E 471 - गाय का मास ओर एल्कोहोल तत्व
E 476 - एल्कोहोल तत्व
E 481 - गाय ओर सुर के मास ए संगटक
E 627 - घातक केमिकल
E 472 - गाय + सुर + बकरी के मिक्स मास के संगटक
E 631 - सुर कि चर्बी का तेल
नोट - ये सभी कोड आपको ज्यादातर विदेशी कम्पनी एवम् निम्न जेसे :-
चिप्स , बिस्कुट , च्युंगम , टॉफी , कुरकुरे ओर मैगी आदि में दिखेगे l
ध्यान दे ये अफवह नही बिलकुल सच है अगर यकीन नही हो तो इंन्टरनेट गुगल पर सर्च कर लो
..............................................................................
संविधान की धारा ३० (अ ) के अनुसार किसी भी हिन्दू विद्यालय में गीता या रामायण पढ़ाने पर प्रतिबन्ध है पर किसी भी उर्दू स्कूल में कुरान पढ़ाने की छूट है.
हिन्दू मंदिर में जमा होने वाले दान पर 70 % हक़ सरकार का होता है , पर मस्जिद में चढ़ाये जाने वाले दान पर पूरा का पूरा हक मस्जिद वालों का होता है.
हिन्दू की अमरनाथ यात्रा पर टैक्स लगता है औरहज यात्रा पर सबसिडी दी जाती है।
यह कैसा प्रजातंत्र है?
मेरे विचार से सभी धर्मों को समान स्वतंत्रता और हक मिलनी चाहिए।
जब तक समाज में ऐसे गंदे असमानता फ़ैलाने वाले कानून रहेगे तो भाईचारा कैसे बढेगा ?
................................................
E 322 - गाये का मास
E 422 - एल्कोहोल तत्व
E 442 - एल्कोहोल तत्व ओर कमिकल
E 471 - गाय का मास ओर एल्कोहोल तत्व
E 476 - एल्कोहोल तत्व
E 481 - गाय ओर सुर के मास ए संगटक
E 627 - घातक केमिकल
E 472 - गाय + सुर + बकरी के मिक्स मास के संगटक
E 631 - सुर कि चर्बी का तेल
नोट - ये सभी कोड आपको ज्यादातर विदेशी कम्पनी एवम् निम्न जेसे :-
चिप्स , बिस्कुट , च्युंगम , टॉफी , कुरकुरे ओर मैगी आदि में दिखेगे l
ध्यान दे ये अफवह नही बिलकुल सच है अगर यकीन नही हो तो इंन्टरनेट गुगल पर सर्च कर लो
..............................................................................
संविधान की धारा ३० (अ ) के अनुसार किसी भी हिन्दू विद्यालय में गीता या रामायण पढ़ाने पर प्रतिबन्ध है पर किसी भी उर्दू स्कूल में कुरान पढ़ाने की छूट है.
हिन्दू मंदिर में जमा होने वाले दान पर 70 % हक़ सरकार का होता है , पर मस्जिद में चढ़ाये जाने वाले दान पर पूरा का पूरा हक मस्जिद वालों का होता है.
हिन्दू की अमरनाथ यात्रा पर टैक्स लगता है औरहज यात्रा पर सबसिडी दी जाती है।
यह कैसा प्रजातंत्र है?
मेरे विचार से सभी धर्मों को समान स्वतंत्रता और हक मिलनी चाहिए।
जब तक समाज में ऐसे गंदे असमानता फ़ैलाने वाले कानून रहेगे तो भाईचारा कैसे बढेगा ?
................................................
No comments:
Post a Comment