Friday, 5 July 2013

"सी बी आई"

चारा घोटाला - जांच विभाग "सी बी आई" अभी तक कोई दोषी नहीं .
आदर्श घोटाला - जांच विभाग "सी बी आई" अभी तक कोई दोषी नहीं .
२ जी घोटाला - जांच विभाग "सी बी आई" अभी तक कोई दोषी नहीं .
... बोफोर्स घोटाला -जांच विभाग "सी बी आई" अभी तक कोई दोषी नहीं .
भोपाल गैस काण्ड -जांच विभाग "सी बी आई" अभी तक कोई दोषी नहीं .
हवाला काण्ड - जांच विभाग "सी बी आई" अभी तक कोई दोषी नहीं .
सिस्टर अभया-जांच विभाग "सी बी आई" अभी तक कोई दोषी नहीं .
मलान्कारा वरघीस - जांच विभाग "सी बी आई" अभी तक कोई दोषी नहीं .

पर "इशरत जहान" को रातो रात निर्दोष साबित कर दिया और पुलिस आधिकारियों को दोषी....

...................................................................................................................

इशरत जहाँ के एनकाउन्टर के बाद एक और महिला की हत्या पुलिस की लाठियोँ के मार से इसी देश मेँ हुई थी और उसके साथ कोई पाकिस्तानी आतंकी भी नही था, ना ही उसके मरने पे लश्कर ए तैयबा जैसे किसी आदमखोर संगठन ने अफसोस जताया था. उसकी मौत का CBIजाँच कभी नही हुई... आखिर क्योँ??
शायद इसलिए कि उस देवी का नाम "राजबाला" था, और वो हिन्दू थी.
आखिर क्या कारण है कि मौत का रंग भी भगवा और हरा नजर आता है CBI को???

...........................................................................................................................
गाँधी के झूठे इतिहास को देश आज भी भुगतरहा है......
1. सबसे पहला झूठ हम हिन्दुओ पर 800 साल तक मुसलमानों ने राज किया.
अगर ये बात इतिहास की किताबो में पढाई जाती है तो ये बात क्यों छुपाई जाति है की बाप्पा रावल ने 711 के इस्लामिक हमले के बाद आगे बढ़ रहे अरब व् तुर्क मुसल्माओ को राजस्थान की धरती से ऐसा भगाया था की 500 साल तक उस रस्ते भारत आने की उनकी हिम्मत नहीं हुई थी....
2. 17 बार मुहम्मद गौरी को धुल चटाने वाले दिल्ली के हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान को आखिरी बार गौरी ने छल से हराया था, जिसे झूठे इतिहासकारों ने 17 बार सेहटा कर 2 बार कर दिया,
3. अलाउद्दीन खिलजी नाम के दुष्ट को मेवाड़ और राजपूतो ने छठी का दूध याद दिला दिया था, जिसके कारण खिलजी वंश का नाश हो गया था,
4. शिवाजी महाराज ने दक्कन के आदिल शाहीसल्तनत को ख़त्म करने के बाद मुग़ल शासको की ईंट से ईंट बजा कर रख दी थी
5. उनके पौत्र बाजी राव पेशवा ने मुगलोंकी कब्र में आखिरी कील ठोक कर दिल्ली सेमुगलों का नाम मिटाने के बाद चांदनी चौक में गौरी शंकर का प्रसिद्ध मंदिर स्थापित करवाया था,

........................................................................................................
सी बी आई का बेतुका तर्क ....., पुलिस हिरासत में इशरत जहाँ से पाकिस्तान में बैठे आतंकियों से पुलिस ने इशरत की जबरदस्ती २२ बार बात कराई ,, 

लेकिन सीबीआई यह बात भूल गयी की इशरत जहाँ अगर आतंकी नहीं थीं तो पकिस्तान में बैठे उसके सरगना ने २२ बार इशरत जहाँ से बात क्यों की और क्या बात की ?

अगर पाकिस्तान में बैठा सरगना इशरत जहाँ को जानता नहीं था तो वो २२ बार बात क्यों करता ?

इशरत जहाँ की डायरी में जो कोड मिले वो कोड उस वार्तालाप का हिस्सा थे यह भी क्लियर हो गया था |

अब बाकी इशरत और पाकिस्तान बैठे आतंकियों के सरगना के बीच जो बाते हुयी वो बाते क्या सामान्य बाते थी जो रांग नंबर लगने पर होती है ? या फिर वो बातें थी जो किसी परिचित के बीच में ही होती है |

अब एक गरीब घर की एक मात्र कमाने वाली लड़की पाकिस्तान में उस समयनुसार 11 प्रति मिनट की काल दर से पाकिस्तान में २० २० मिनट कैसे बात कर लेती थी , वो भी दिन में कई बार ??

इशरत जहाँ मुम्बई रहती थी तो गुजरात पुलिस की उससे क्या दुश्मनी हो सकती थी ?


इशरत जहाँ को मारने का कोई भी कारण सी बी आई ने अपनी जांच रिपोर्ट में नहीं बताया है ? बिना किसी ठोस वजह के मुम्बई की रहने वाली साधारण गरीब परिवार की लड़की को कोई इस तरह से फर्जी मुठभेड़ में क्यों मारेगा ?

प्रश्न बहुत है किन्तु कांग्रेस ब्यूरो आफ इन्वैस्टीगेशन करेगा वही जो तोते को हरी मिर्च डालने वाले चाहेगे ||

.....................................................................................................
अब तो ये वैज्ञानिकों ने भी माना है की सगोत्र विवाह से शारीरिक रोग , अल्पायु , कम बुद्धि, रोग निरोधक क्षमता की कमी, अपंगता, विकलांगता सामान्य विकार होते हैं. भारतीय परम्परा मे सगोत्र विवाह न होने का यह भी एक परिणाम है कि सम्पूर्ण विश्व मे भारतीय सब से अधिक बुद्धिमान माने जाते हैं.
विभिन्न समुदायों में गौत्र की संख्या अलग अलग है। प्राय: तीन गौत्र को छोड़ कर ही विवाह किया जाता है एक स्वयं का गौत्र, दूसरा माँ का गौत्र (अर्थात माँ ने जिस कुल/गौत्र में जन्म लिया हो) और तीसरा दादी का गौत्र। कहीं कहीं नानी के गौत्र को भी माना जाता है और उस गौत्र में भी विवाह नहीं होता। किन्तु यह गौरव शाली परंपरा को धीरे धीरे आधुनिकता ने नाम पर नष्ट करने का प्रयास हो रहा है।
पहले 6 पीढ़ियों तक निषेध था . अब तो आधुनिक विज्ञान भी मानता है की ६ पीढ़ी तक जीन्स अपना असर दिखा सकते है . वह सुप्त अवस्था से जागृत हो सकते है. हमें गर्व है अपने वैज्ञानिक धर्म पर .........

.........................................................................

No comments:

Post a Comment