पाकिस्तानी आतंकी संगठन ने कश्मीर में 'जिहाद' के लिए मांगी तालिबान से मदद
पाकिस्तान स्थित 16 से ज्यादा आतंकवादी समूहों के संगठन यूनाइटेड जिहाद काउंसिल (यूजेसी) ने सीरिया और इराक की तर्ज पर कश्मीर में 'ग्लोबल जिहाद' छेड़ने की अपील की है। अंग्रेजी अखबार मेल टुडे के मुताबिक, संगठन ने तालिबान, अल-कायदा और दुनिया के तमाम आतंकवादी संगठनों से कहा है कि कश्मीर को आजाद कराने के लिए वे एक साथ आएं। यूजेसी ने नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच हुई मुलाकात पर भी निशाना साधा। उसने कहा कि नवाज द्वारा मोदी के साथ खतों और साड़ियों के लेन-देन से कश्मीरियों की भावनाएं आहत हुई हैं।
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कश्मीर में 'ग्लोबल जिहाद' की अपील
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की राजधानी मुजफ्फराबाद में एक सभा में यूजेसी के चैयरमैन सैयद सलाहुद्दीन ने कहा, 'अगर अल-कायदा, तालिबान और कोई भी संगठन या देश कश्मीरियों की सहायता के लिए आगे आता है, तो मैं उसका स्वागत करूंगा। भारतीय सेना ने कश्मीर में आतंक का राज कायम किया हुआ है। रोजाना होने वाली हत्याएं, महिलाओं से छेड़छाड़, आगजनी और 6 हजार से ज्यादा अनाम कब्रें इस बात को साबित करती हैं। हमें इस बारे में अंतरराष्ट्रीय मंच पर कुछ कहने की जरूरत नहीं है। ऐसी स्थिति में हमारे पास बस यही चारा है कि हम उन सभी लोगों का स्वागत करें जो दुश्मन से लड़ाई में हमारी मदद करें।' सलाहुद्दीन ने 13 जुलाई को आयोजित 'शहीद दिवस' के मौके पर ये बातें कहीं। गौरतलब है कि 1931 में डोगरा शासन द्वारा 20 मुसलमानों की हत्या की याद में पीओके में हर साल इस दिन यह दिवस मनाया जाता है।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की राजधानी मुजफ्फराबाद में एक सभा में यूजेसी के चैयरमैन सैयद सलाहुद्दीन ने कहा, 'अगर अल-कायदा, तालिबान और कोई भी संगठन या देश कश्मीरियों की सहायता के लिए आगे आता है, तो मैं उसका स्वागत करूंगा। भारतीय सेना ने कश्मीर में आतंक का राज कायम किया हुआ है। रोजाना होने वाली हत्याएं, महिलाओं से छेड़छाड़, आगजनी और 6 हजार से ज्यादा अनाम कब्रें इस बात को साबित करती हैं। हमें इस बारे में अंतरराष्ट्रीय मंच पर कुछ कहने की जरूरत नहीं है। ऐसी स्थिति में हमारे पास बस यही चारा है कि हम उन सभी लोगों का स्वागत करें जो दुश्मन से लड़ाई में हमारी मदद करें।' सलाहुद्दीन ने 13 जुलाई को आयोजित 'शहीद दिवस' के मौके पर ये बातें कहीं। गौरतलब है कि 1931 में डोगरा शासन द्वारा 20 मुसलमानों की हत्या की याद में पीओके में हर साल इस दिन यह दिवस मनाया जाता है।
मोदी से नवाज की मुलाकात पर निशाना साधा
सलाहुद्दीन ने नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए नवाज शरीफ पर निशाना साधा। उसने कहा, 'नवाज शरीफ को कश्मीरियों की भावनाओं और उनके बलिदान का ध्यान रखना चाहिए। मोदी की तरफ उनके एकतरफा झुकाव और खतों व साड़ियों के आदान-प्रदान से कश्मीरियों की भावनाएं आहत हो रही हैं और उनका आंदोलन प्रभावित हो रहा है। पाकिस्तान को हमेशा कश्मीरियों का ख्याल रखना चाहिए।' पाकिस्तान सरकार पर हमला करते हुए सलाहुद्दीन ने कहा, 'आपको हमारी इच्छा के खिलाफ फैसला नहीं करना चाहिए। हम इस तरह के किसी फैसले को स्वीकार नहीं करेंगे।'
सलाहुद्दीन ने नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए नवाज शरीफ पर निशाना साधा। उसने कहा, 'नवाज शरीफ को कश्मीरियों की भावनाओं और उनके बलिदान का ध्यान रखना चाहिए। मोदी की तरफ उनके एकतरफा झुकाव और खतों व साड़ियों के आदान-प्रदान से कश्मीरियों की भावनाएं आहत हो रही हैं और उनका आंदोलन प्रभावित हो रहा है। पाकिस्तान को हमेशा कश्मीरियों का ख्याल रखना चाहिए।' पाकिस्तान सरकार पर हमला करते हुए सलाहुद्दीन ने कहा, 'आपको हमारी इच्छा के खिलाफ फैसला नहीं करना चाहिए। हम इस तरह के किसी फैसले को स्वीकार नहीं करेंगे।'
हुर्रियत को दी सबक
सलाहुद्दीन ने कश्मीर की हुर्रियत पार्टियों पर भी निशाना साधा। उसने कहा, 'सिर्फ चुनिंदा विकल्पों और मुद्दों पर आवाज उठाने की बजाय हुर्रियत नेताओं को दमन के खिलाफ एक साथ आवाज उठानी चाहिए।' उसने यह भी कहा कि भारत के साथ 150 दौर की बातचीत से किसी तरह का नतीजा नहीं निकल पाया है।
सलाहुद्दीन ने कश्मीर की हुर्रियत पार्टियों पर भी निशाना साधा। उसने कहा, 'सिर्फ चुनिंदा विकल्पों और मुद्दों पर आवाज उठाने की बजाय हुर्रियत नेताओं को दमन के खिलाफ एक साथ आवाज उठानी चाहिए।' उसने यह भी कहा कि भारत के साथ 150 दौर की बातचीत से किसी तरह का नतीजा नहीं निकल पाया है।
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