Tuesday 1 July 2014

पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी 4-5 शताब्दी में भारत
के महान वैज्ञानिक और गणितज्ञ आर्यभट्ट जी ने
निकाली जिसे दुनिया का कोई भी अन्य
वैज्ञानिक इन 1600 सालों में चुनौती नहीं दे पाया|
वे आर्यभट्ट जी ही थे जिन्होंने पहली बार सूर्य में काले
धब्बे होने की बात कही| 20वीं शताब्दी के
वैज्ञानिक Stephen Hawkins ने इसी बात को बताकर
अपने नाम पर patent करा लिया जिसका नाम
दिया गया ‘Black Hole Theory’| आर्यभट्ट जी सबसे पहले
व्यक्ति थे जिन्होंने कहा था कि सारे ग्रह सूर्य के
प्रकाश से प्रकाशित हैं| शनि ग्रह के सात उपग्रह हैं|
आर्यभट्ट जी ने वारों का क्रम तथा सूर्य
तथा चन्द्रमा के ग्रहण की भी जानकारी दी|
त्रिकोणमिति आर्यभट्ट जी की ही देन थी|
दुनिया में गणित का syllabus भास्कराचार्य
जी की कृति ‘लीलावती’ से लिया हुआ है,
जो उनकी पुत्री का नाम था| Pythagoras Theorem
को Pythagoras के जन्म से भी 700 साल पहले से
भारतवासी ‘बोधायन प्रमेह’ के नाम से पढते आए हैं|
Binomial Theorem आचार्य आर्यभट्ट की ही देन थी|

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