Tuesday, 1 July 2014

आर्थिक कुप्रबंधन का दुष्परिणाम है, अतः अर्थव्यवस्था में सुधार के बाद ही महंगाई पर लगाम लगना संभव हो सकेगा. आज के इकोनोमिक टाइम्स में प्रकाशित यह रिपोर्ट भी इस तथ्य की पुष्टि करती है.
इन दोनों ही अर्थशास्त्रियों ने मुस्कुराते हुए एक कटुसत्य यह भी कहा कि महंगाई को लेकर आम जनता में नरेंद्र मोदी की सरकार की आलोचना तो होगी ही क्योंकि अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान देश की वास्तविक आर्थिक बदहाली का सही अनुमान लगाए बगैर महंगाई की समस्या के समाधान के सन्दर्भ में नरेंद्र मोदी तथा भाजपा के अन्य नेता जरुरत से कुछ ज्यादा ही बोल गए थे. अतः अर्थशास्त्र की जटिलताओं से अनभिज्ञ आम आदमी की अपेक्षाएं बढ़ गयी हैं.

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