अरविंद केजरीवाल ने वाराणसी की रैली में मोदी के खिलाफ जो झूठ फैलाया है उसका सिलसिलेवार सत्य इस प्रकार है.
केजरीवाल का झूठ 1- अगर मोदी सत्ता में आते हैं तो किसानों की ज़मीन चली जाएगी और ये जमीन बड़े उद्योगपतियों को दे दी जाएगी.
गुजरात का सत्य- गुजरात की जमीन अधिग्रहण नीति की सुप्रीम कोर्ट तक ने तारीफ की है. गुजरात की इस नीति के मुताबिक अगर किसानों की ज़मीन अधिग्रहीत की जाती है तो उसका बाज़ार मूल्य दिया जाता है और जमीन अधिग्रहण बिना किसानों की सहमति के नहीं किया जाता. देश के अऩ्य राज्यों में जमीन अधिग्रहण के मुद्दे पर किसानों के बड़े आंदोलन होते रहे हैं. लेकिन गुजरात में ऐसे आंदोलन नहीं होते क्योंकि हमारी नीति किसानों के हित में है.
गुजरात का सत्य- गुजरात की जमीन अधिग्रहण नीति की सुप्रीम कोर्ट तक ने तारीफ की है. गुजरात की इस नीति के मुताबिक अगर किसानों की ज़मीन अधिग्रहीत की जाती है तो उसका बाज़ार मूल्य दिया जाता है और जमीन अधिग्रहण बिना किसानों की सहमति के नहीं किया जाता. देश के अऩ्य राज्यों में जमीन अधिग्रहण के मुद्दे पर किसानों के बड़े आंदोलन होते रहे हैं. लेकिन गुजरात में ऐसे आंदोलन नहीं होते क्योंकि हमारी नीति किसानों के हित में है.
केजरीवाल का झूठ 2- गुजरात में पिछले दस सालों में 5874 किसानों ने आत्महत्या की.
गुजरात का सत्य- केजरीवाल का ये सबसे बड़ा झूठ है. गुजरात की अपनी पिछली यात्रा के दौरान केजरीवाल ने इसी किस्म का झूठ चलाया था और कहा था कि पिछले 10 सालों में 800 किसानों ने आत्महत्या की है. केजरीवाल आंकड़े का भ्रमजाल रचने में इतने माहिर हैं कि जिंदा लोगों को भी आत्महत्या कर लेने वाले मृतकों में गिना देते हैं. 15 दिनों में ही उनके हिसाब से गुजरात में आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या 800 से बढ़कर 5874 हो गई. केजरीवाल कितना झूठ फैलाते हैं ये उसका एक उदाहरण है. हकीकत ये है कि पिछले 10 सालों में गुजरात में फसल का नुकसान होने की वजह से सिर्फ 1 किसान ने आत्महत्या की है.
गुजरात का सत्य- केजरीवाल का ये सबसे बड़ा झूठ है. गुजरात की अपनी पिछली यात्रा के दौरान केजरीवाल ने इसी किस्म का झूठ चलाया था और कहा था कि पिछले 10 सालों में 800 किसानों ने आत्महत्या की है. केजरीवाल आंकड़े का भ्रमजाल रचने में इतने माहिर हैं कि जिंदा लोगों को भी आत्महत्या कर लेने वाले मृतकों में गिना देते हैं. 15 दिनों में ही उनके हिसाब से गुजरात में आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या 800 से बढ़कर 5874 हो गई. केजरीवाल कितना झूठ फैलाते हैं ये उसका एक उदाहरण है. हकीकत ये है कि पिछले 10 सालों में गुजरात में फसल का नुकसान होने की वजह से सिर्फ 1 किसान ने आत्महत्या की है.
केजरीवाल का झूठ 3- अगर नरेंद्र मोदी सत्ता में आएंगे तो रीटेल क्षेत्र में एफडीआई की इजाज़त देंगे और उससे छोटे व्यापारियों का धंधा रोजगार खत्म हो जाएगा.
गुजरात का सत्य- बीजेपी की एफडीआई संबंधी बहुत साफ है और रीटेल क्षेत्र में एफडीआई के प्रवेश के खिलाफ है बीजेपी.
गुजरात का सत्य- बीजेपी की एफडीआई संबंधी बहुत साफ है और रीटेल क्षेत्र में एफडीआई के प्रवेश के खिलाफ है बीजेपी.
केजरीवाल का झूठ 4- गुजरात में 60 हज़ार लघु और मझोले उद्योग बंद हो गए हैं.
गुजरात का सत्य- केजरीवाल का ये सरासर झूठ है. सच्ची हकीकत ये है कि गुजरात में 5 लाख 19 हज़ार लघु और मध्यम उद्योग रजिस्टर्ड हैं. केंद्र सरकार ने 2001-2002 में जो सर्वे किया उसके मुताबिक 22 फीसदी यूनिट बंद थीं. 2006-2007 में ये संख्या घटकर 12 फीसदी रह गई और 31 मार्च 2012 के दिन राज्य में मात्र 5 फीसदी लघु और मध्यम उद्योग बंद थे. जो 519000 लघु और मध्यम उद्योग रजिस्टर्ड हैं उसमें 95 फीसदी कार्यरत हो तो केजरीवाल के आरोप कितने झूठे हैं ये अपने आप में साबित हो जाता है. गुजरात में लघु और मध्यम उद्योग देश में सबसे आगे है और इस क्षेत्र की उत्पादन विकास दर भी गुजरात में ऊंची है ये केजरीवाल को दिखा नहीं है.
गुजरात का सत्य- केजरीवाल का ये सरासर झूठ है. सच्ची हकीकत ये है कि गुजरात में 5 लाख 19 हज़ार लघु और मध्यम उद्योग रजिस्टर्ड हैं. केंद्र सरकार ने 2001-2002 में जो सर्वे किया उसके मुताबिक 22 फीसदी यूनिट बंद थीं. 2006-2007 में ये संख्या घटकर 12 फीसदी रह गई और 31 मार्च 2012 के दिन राज्य में मात्र 5 फीसदी लघु और मध्यम उद्योग बंद थे. जो 519000 लघु और मध्यम उद्योग रजिस्टर्ड हैं उसमें 95 फीसदी कार्यरत हो तो केजरीवाल के आरोप कितने झूठे हैं ये अपने आप में साबित हो जाता है. गुजरात में लघु और मध्यम उद्योग देश में सबसे आगे है और इस क्षेत्र की उत्पादन विकास दर भी गुजरात में ऊंची है ये केजरीवाल को दिखा नहीं है.
No comments:
Post a Comment