Thursday, 27 March 2014

अहमदाबाद आइये तो लाल दरवाजा के पास स्थित लकी रेस्टोरेंट

Jitendra Pratap Singh ने 4 नए चित्र जोड़े.
मित्रो, अभी अहमदाबाद आइये तो लाल दरवाजा के पास स्थित लकी रेस्टोरेंट में चाय के साथ मस्काबन खाना न भूले ... और भी कब्रों के बीच !!
क्‍या आपने कभी कब्रों के चारों ओर बैठकर खाना खाया है? जी हां, अहमदाबाद में एक रेस्‍टोरेंट ऐसा है जहां कब्रों के किनारे बैठकर लोग खाने खाते हैं और चाय की चुस्कियों के बीच गप्‍पे मारते हैं. यही नहीं, इस रेस्‍टोरेंट के मालिक का दावा है कि शमशान की जमीन पर बिजनेस शुरू करने से उन्‍हें बहुत फायदा हो रहा है.
कृषणनन कुट्टी ने जब पुराने कब्रिस्‍तान पर रेस्‍टोरेंट खोलने के बारे में सोचा तो उन्‍होंने कब्रों को हटाने के बजाए उनके चारों ओर ही कुर्सी-मेज लगाने का फैसला किया. यही नहीं उन्‍होंने इस रेस्‍टोरेंट का नाम रखा है न्‍यू लकी रेस्‍टोरेंट.
यह कब्रें पुराने मुस्लिम कब्रिस्‍तान की हैं और आज यह जगह बूढ़े और जवान लोगों के लिए खाने-पीने का मशहूर अड्डा बन गई है. कुट्टी कहते हैं, 'कब्र अच्‍छी किस्‍मत लेकर आती है. इन कब्रों की वजह से हमारा बिजनेस फल-फूल रहा है. यहां आकर लोगों को अनूठा अनुभव मिलता है. कब्रें पहले जैसी थीं अब भी वैसी ही हैं. हमारे ग्राहकों को इससे कोई आपत्ति नहीं'.


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