Wednesday, 10 December 2014

सोनिया गाँधी झाबुआ में धर्मपरिवर्तन में शामिल सभी ईसाई मिशनरियों के प्रमुखों से कुछ अन्तराल के बाद मिलती रहती थी ..और उन्हें प्रोत्साहित करती थी .. उन्होंने दिग्विजय सिंह को इसलिए लम्बे समय तक एमपी का सीएम बनाये रखा ... फिर जब छत्तीसगढ़ बना तो सोनिया ने ईसाई मिशनरियों के दबाव में ही आदिवासी से ईसाई बने अजीत जोगी को सीएम बनाया था ... अजीत जोगी अब सरगुजा के जिलाधिकारी थे तब उनके उपर आदिवासीयो का जबरन धर्मपरिवर्तन के आरोप लगे और न्यायीक जांच में आरोप साबित होने पर अजीत जोगी को जिलाधिकारी ही नही बल्कि आईएएस सेवा से भी इस्थिपा देना पड़ा था ... बाद में उनसे खुश होकर सोनिया गाँधी ने उन्हें कांग्रेस में शामिल किया और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के बहुमत में आते ही विधाचरण शुक्ल और श्यामाचरण शुक्ल जैसे वरिष्ठ नेताओ को लात मारते हुए सोनिया ने अजीत जोगी को सीएम बनाया क्योकि ईसाई मिशनरीज ने सोनिया के उपर दबाव बनाया था ...

आज कांग्रेसी  को संसद में भौकते देख दुःख हो रहा है की ये

 ईसाई मिशनरीज के धर्मपरिवर्तन पर क्यों नही भौकते ??
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यदि जबरन धर्मातरण न होता तो आज इस्लाम अस्तित्व में नहीं होता - तसलीमा नसरीन
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