1 -संगीत और वाद्य
"रसूल ने कहा कि,घंटी बजाना ,और संगीत के वाद्य शितन के काम हैं,और अल्लाह को नापसंद हैं.मुस्लिम -किताब 24 हदीस 5279."अबू मालिक ने कहा कि रसूल ने कहा कि ,
जो व्यक्ति संगीत का आनद लेगा ,और बाजे बजाएगा ,और रेशम के कपडे पहनेगा ,अल्लाह उसे बर्बाद कर देगा .और उसे सूअर और बन्दर बना देगा.बुखारी -जिल्द 7 किताब 69 हदीस 49.
"रसूल ने कहा कि,घंटी बजाना ,और संगीत के वाद्य शितन के काम हैं,और अल्लाह को नापसंद हैं.मुस्लिम -किताब 24 हदीस 5279."अबू मालिक ने कहा कि रसूल ने कहा कि ,
जो व्यक्ति संगीत का आनद लेगा ,और बाजे बजाएगा ,और रेशम के कपडे पहनेगा ,अल्लाह उसे बर्बाद कर देगा .और उसे सूअर और बन्दर बना देगा.बुखारी -जिल्द 7 किताब 69 हदीस 49.
2 -सवाल करना
"रसूल ने कहा कि जो भी व्यक्ति अल्लाह के बारे में सवाल करेगा तो वह शैतान के प्रभाव में है,अल्लाह को उसके बारे में सवालकरना पसंद नहीं है .बुखारी -जिल्द 4 किताब 54 हदीस 496 और मुस्लिम -किताब1 हदीस 242 -243.
"रसूल ने कहा कि जो भी व्यक्ति अल्लाह के बारे में सवाल करेगा तो वह शैतान के प्रभाव में है,अल्लाह को उसके बारे में सवालकरना पसंद नहीं है .बुखारी -जिल्द 4 किताब 54 हदीस 496 और मुस्लिम -किताब1 हदीस 242 -243.
3 -औरतों का सम्भोग से इन्कार
"अबू हुरेरा ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि ,अगर कोई औरत अपने पति के कहने पर तुरंत सम्भोग के लिए तैयार नहीं होती ,तो उस से अल्लाह नाराज हो जाताहै .और जब तक वह सम्भोग नही करवा लेती,अल्लाह उसे धिक्कार करता है .मुस्लिम -किताब 8 हदीस 3367 -3368.
"रसूल ने कहा कि,औरत को पति के कहने पर सब काम छोड़कर तुरंत सम्भोग के लिए टायर हो जाना चाहिए .यदि वह पति के साथ ऊंट के हौदे में हो तो उसी पर सम्भोग करावा लेना चाहिए.वरना अल्लाह नाराज होगा.इब्ने माजाकिताब 3 हदीस 1853 -1855.
"अबू हुरेरा ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि ,अगर कोई औरत अपने पति के कहने पर तुरंत सम्भोग के लिए तैयार नहीं होती ,तो उस से अल्लाह नाराज हो जाताहै .और जब तक वह सम्भोग नही करवा लेती,अल्लाह उसे धिक्कार करता है .मुस्लिम -किताब 8 हदीस 3367 -3368.
"रसूल ने कहा कि,औरत को पति के कहने पर सब काम छोड़कर तुरंत सम्भोग के लिए टायर हो जाना चाहिए .यदि वह पति के साथ ऊंट के हौदे में हो तो उसी पर सम्भोग करावा लेना चाहिए.वरना अल्लाह नाराज होगा.इब्ने माजाकिताब 3 हदीस 1853 -1855.
4 -यहूदी और ईसाई
"अलाह को यहूदियों और ईसाइयों से इतनी नफ़रत हुई कि ,उन्हें बन्दर और सूअर बना दिया.कुरआन.सूरा मायदा 5;60.
"सलीम बिन अब्दुलाह ने कहा कि,रसूल ने कहा ,अगर यहूदी और ईसाई दुआ करेंगे तो अल्लाह उसका आधा सवाब मुसलमानों को दे देगा.अल्लाह को वे लोग पसंद नहीं हैं.बुखारी -जिल्द 1 किताब 10 हदीस 352.
"अलाह को यहूदियों और ईसाइयों से इतनी नफ़रत हुई कि ,उन्हें बन्दर और सूअर बना दिया.कुरआन.सूरा मायदा 5;60.
"सलीम बिन अब्दुलाह ने कहा कि,रसूल ने कहा ,अगर यहूदी और ईसाई दुआ करेंगे तो अल्लाह उसका आधा सवाब मुसलमानों को दे देगा.अल्लाह को वे लोग पसंद नहीं हैं.बुखारी -जिल्द 1 किताब 10 हदीस 352.
5 -शिक्षा और पढ़ाई
"अता बिन यासर की रवायत है कि,अल्लाह को शिक्षा से नफ़रत है,वह अशिक्षा और पसंद करता है.बुखारी -जिल्द 3 किताब 34 हदीस 355.
"मूसा बिन इस्माइल अल बहरीने कहा कि,रसूल ने कहा कि अल्लाह अन पढों को इसलिए पसंद करता है,क्योंकि उसका रसूल भी खुद को अनपढ़ कहता है.अल्लाह यह नहीं चाहता कि कोई रसूल से अधिक पढ़ जाये.मुस्लिम -किताब 1 हदीस 264.
"अता बिन यासर की रवायत है कि,अल्लाह को शिक्षा से नफ़रत है,वह अशिक्षा और पसंद करता है.बुखारी -जिल्द 3 किताब 34 हदीस 355.
"मूसा बिन इस्माइल अल बहरीने कहा कि,रसूल ने कहा कि अल्लाह अन पढों को इसलिए पसंद करता है,क्योंकि उसका रसूल भी खुद को अनपढ़ कहता है.अल्लाह यह नहीं चाहता कि कोई रसूल से अधिक पढ़ जाये.मुस्लिम -किताब 1 हदीस 264.
6 -खेती करना
"अबू उमामा ने कहा कि रसूल ने कहा कि,अल्लाह को खेती की जगह जिहाद,और औजारों कि जगह हथियार ज्यादा पसंद हैं .जो खेती को छोड़कर जिहाद करेगा अल्लाह उसे पसंद करेगा.बुखारी -जिल्द 3 किताब 39 हदीस 514.
"अबू उमामा ने कहा कि रसूल ने कहा कि,अल्लाह को खेती की जगह जिहाद,और औजारों कि जगह हथियार ज्यादा पसंद हैं .जो खेती को छोड़कर जिहाद करेगा अल्लाह उसे पसंद करेगा.बुखारी -जिल्द 3 किताब 39 हदीस 514.
7-गैर मुस्लिमों से दोस्ती
"ईमान वालों को चाहिए कि वह काफिरों को दोस्त न बनायें.कुरआन .सूरा आले इमरान 3:28
"ईमान वालों को चाहिए कि वह काफिरों को दोस्त न बनायें.कुरआन .सूरा आले इमरान 3:28
अब इस पूरे विवरण को पढ़ने के बाद आपको अल्लाह की पसंद और नापसंद के बारे में अच्छी तरह सेपता चल गया होगा ..यह लेख वह लोग जरुर पढ़ें जो सेकुलर हैं .और अल्लाह को ईश्वर मानाने भूल कर रहे हैं.
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जब तक 'क़ुरान' में संशोधन कर उस हिस्से को हटाया नहीं जाये जिसे पढ़कर मुसलमान 'आतंकवादी' बनता है हम मुसलमान उसे पढ़ने और पाक मानने से इंकार कर दें …
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