विश्वस्त सूत्रों के अनुसार १८ संत / महात्माओ / मठाधीशो की लिस्ट बनी है , जिन्हें अगले लोकसभा चुनाव तक नेस्तोनाबूत करना है |
इल्लुमितानी (ईसाई संघठन ) जिसमे विश्व की ३०० ईसाई कम्पनियों का चंदा जाता है और जिसका उद्देश्य है ईसाई धर्म को विश्व में फैलाना है जो की सरकारों को अस्थिर करके हि सम्भव है के टारगेट में इस बार भारत है , लीबिया आदि के बाद |
जो लोग सोच रहे हैं की हमारे गुरु आदि अच्छे और साधू बुरे , या हमे क्या पड़ी है आसाराम बापू से , रामदेव से , रवि शंकर से हमारे तो संत/...गुरु कोई और हैं | अब भी समय है एक होकर सामने आये वरना देखते जाइये अभी किस किस के नाम आने वाले हैं हिटलिस्ट में |
इल्लुमितानी की एक सदस्य हमारे देश की एक बड़ी पार्टी की महिला भी हैं जो की हर बार जब भी कोई षड्यंत्र होता है तो इल्लुमितानी के अध्यक्ष पोप को ब्रीफिंग करने और मार्गदर्शन लेने विदेश जाति हैं | चाहे रामदेव जी का राम लीला ग्राउंड वाला केस हो या , आसाराम जी बापू के खिलाफ चल रहा वर्तमान षड्यंत्र |
जिन हिन्दुओ को साधू / संतो से कुछ मतलब नही , और सेकुलर गान करना है वो तैयार हो जाओ ईसाई बनने के लिए अगर यही हाल रहा तो | इतना ध्यान रखना यही हिंदू थे जो सोमनाथ मंदिर , तक्षशिला आदि को नही बचा पाए और बाद में खुद को कोसते रहे | यदि समय रहते नही चेते तो भयंकर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे |
जो लोग संत आदि के प्रचार आदि में भागीदारी दे रहे हैं चाहे राम देव जी , आसाराम बापू, रवि शंकर , मोरारी बापू , शंकराचार्य , कबींर पंथी आदि आदि सभी एकजुट होकर दुश्मन को मुह तोड़ जवाब दो |
कुप्रचार को सुप्रचार से काटो |आपस में मन खट्टा करके बंटे हुए हिंदू समाज को और खायी में न झोके
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।। रोचक जानकारी ।।
छिपकली का दिल 1 मिनट में 1000 बार
धड़कता है.
अगर एक बिच्छू पर थोड़ी सी मात्रा में
भी शराब डाल दी जाए तो यह पागल
हो जाएगा और खुद को डंक मार लेगा.
एक औसतन ईन्सान दिन में 10 बार
हसता है.
1.’TYPEWRITER’ सबसे लंम्बा शब्द है
जो कि keyboard पर एक ही लाइन पर
टाइप होता है
.’Uncopyrightab le’ एकलौता 15
अक्षरो वाला शब्द है जिसमे कोई
भी अक्षर दुबारा नही आता.
एक समुद्री केकडे का दिल उसके सिर में
होता है.
फेसबुक के 43 प्रतिशत users पुरुष है
वहीं 57 फीसदी महिलाएं।
.100 की उम्र के पार पहुँचने वालो में से 5
में से 4 औरते होती हैं
यदि कोई व्यक्ति हर वेबसाइट को मात्र
एक मिनट तक ब्राउज़ करे तो उसे
सारी वेबसाइटें खंगालने में 31000 वर्ष
लगेंगे. यदि कोई व्यक्ति सारे वेबपन्ने
पढना चाहे तो उसे ऐसा करने में करीब
6,00,00,000 दशक लग जायेगे.
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इल्लुमितानी (ईसाई संघठन ) जिसमे विश्व की ३०० ईसाई कम्पनियों का चंदा जाता है और जिसका उद्देश्य है ईसाई धर्म को विश्व में फैलाना है जो की सरकारों को अस्थिर करके हि सम्भव है के टारगेट में इस बार भारत है , लीबिया आदि के बाद |
जो लोग सोच रहे हैं की हमारे गुरु आदि अच्छे और साधू बुरे , या हमे क्या पड़ी है आसाराम बापू से , रामदेव से , रवि शंकर से हमारे तो संत/...गुरु कोई और हैं | अब भी समय है एक होकर सामने आये वरना देखते जाइये अभी किस किस के नाम आने वाले हैं हिटलिस्ट में |
इल्लुमितानी की एक सदस्य हमारे देश की एक बड़ी पार्टी की महिला भी हैं जो की हर बार जब भी कोई षड्यंत्र होता है तो इल्लुमितानी के अध्यक्ष पोप को ब्रीफिंग करने और मार्गदर्शन लेने विदेश जाति हैं | चाहे रामदेव जी का राम लीला ग्राउंड वाला केस हो या , आसाराम जी बापू के खिलाफ चल रहा वर्तमान षड्यंत्र |
जिन हिन्दुओ को साधू / संतो से कुछ मतलब नही , और सेकुलर गान करना है वो तैयार हो जाओ ईसाई बनने के लिए अगर यही हाल रहा तो | इतना ध्यान रखना यही हिंदू थे जो सोमनाथ मंदिर , तक्षशिला आदि को नही बचा पाए और बाद में खुद को कोसते रहे | यदि समय रहते नही चेते तो भयंकर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे |
जो लोग संत आदि के प्रचार आदि में भागीदारी दे रहे हैं चाहे राम देव जी , आसाराम बापू, रवि शंकर , मोरारी बापू , शंकराचार्य , कबींर पंथी आदि आदि सभी एकजुट होकर दुश्मन को मुह तोड़ जवाब दो |
कुप्रचार को सुप्रचार से काटो |आपस में मन खट्टा करके बंटे हुए हिंदू समाज को और खायी में न झोके
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।। रोचक जानकारी ।।
छिपकली का दिल 1 मिनट में 1000 बार
धड़कता है.
अगर एक बिच्छू पर थोड़ी सी मात्रा में
भी शराब डाल दी जाए तो यह पागल
हो जाएगा और खुद को डंक मार लेगा.
एक औसतन ईन्सान दिन में 10 बार
हसता है.
1.’TYPEWRITER’ सबसे लंम्बा शब्द है
जो कि keyboard पर एक ही लाइन पर
टाइप होता है
.’Uncopyrightab le’ एकलौता 15
अक्षरो वाला शब्द है जिसमे कोई
भी अक्षर दुबारा नही आता.
एक समुद्री केकडे का दिल उसके सिर में
होता है.
फेसबुक के 43 प्रतिशत users पुरुष है
वहीं 57 फीसदी महिलाएं।
.100 की उम्र के पार पहुँचने वालो में से 5
में से 4 औरते होती हैं
यदि कोई व्यक्ति हर वेबसाइट को मात्र
एक मिनट तक ब्राउज़ करे तो उसे
सारी वेबसाइटें खंगालने में 31000 वर्ष
लगेंगे. यदि कोई व्यक्ति सारे वेबपन्ने
पढना चाहे तो उसे ऐसा करने में करीब
6,00,00,000 दशक लग जायेगे.
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सूर्यनमस्कार
सूर्य नमस्कार का सरल अर्थ है 'सूर्य को प्रणाम। वैदिक युग के प्रबुद्ध ऋषियों द्वारा सूर्य नमस्कार की परम्परा हमें प्राप्त हुर्इ है। सूर्य आध्यातिमक चेतना का प्रतीक है। प्राचीन काल में दैनिक सूर्योपासना का विधान नित्य-कर्म के रूप में था। योग में सूर्य का प्रतिनिधित्व पिंगला अथवा सूर्य नाड़ी द्वारा होता है। सूर्य नाड़ी प्राण-वाहिका है, जो जीवनी-शä कि वहन करती है।
गतिशील आसनों का यह समूह हठयोग का पारम्परिक अंग नहीं माना जाता है, क्योंकि कालान्तर में मौलिक आसनों की श्रृंखला में इन्हें समिमलित किया गया था। यह शरीर के सभी जोड़ों एवं मांसपेशियों को ढीला करने तथा उनमें खिंचाव लाने और आंतरिक अंगों की मालिश करने का एक प्रभावी ढंग है। इसकी बहुमुखी गुणवत्ता और उपयोगिता ने एक स्वस्थ, ओजस्वी और सक्रिय जीवन के लिए तथा साथ-ही आध्यातिमक जागरण और चेतना के विकास के लिए एक अत्यन्त उपयोगी पद्धति के रूप में इसे स्थापित किया है।
सूर्य नमस्कार का सरल अर्थ है 'सूर्य को प्रणाम। वैदिक युग के प्रबुद्ध ऋषियों द्वारा सूर्य नमस्कार की परम्परा हमें प्राप्त हुर्इ है। सूर्य आध्यातिमक चेतना का प्रतीक है। प्राचीन काल में दैनिक सूर्योपासना का विधान नित्य-कर्म के रूप में था। योग में सूर्य का प्रतिनिधित्व पिंगला अथवा सूर्य नाड़ी द्वारा होता है। सूर्य नाड़ी प्राण-वाहिका है, जो जीवनी-शä कि वहन करती है।
गतिशील आसनों का यह समूह हठयोग का पारम्परिक अंग नहीं माना जाता है, क्योंकि कालान्तर में मौलिक आसनों की श्रृंखला में इन्हें समिमलित किया गया था। यह शरीर के सभी जोड़ों एवं मांसपेशियों को ढीला करने तथा उनमें खिंचाव लाने और आंतरिक अंगों की मालिश करने का एक प्रभावी ढंग है। इसकी बहुमुखी गुणवत्ता और उपयोगिता ने एक स्वस्थ, ओजस्वी और सक्रिय जीवन के लिए तथा साथ-ही आध्यातिमक जागरण और चेतना के विकास के लिए एक अत्यन्त उपयोगी पद्धति के रूप में इसे स्थापित किया है।
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