RTI Questions...SHOCKING!!! तीन साल में सोनिया की सरकारी ऐश का सुबूत, सोनिया गाँधी के उपर सरकार ने पिछले तीन साल में जीतनी रकम उनकी निजी बिदेश यात्राओ पर की है उतना खर्च तो प्रधानमंत्री ने भी नहीं किया है ..एक सुचना के अनुसार पिछले तीन साल में सरकार ने करीब एक हज़ार आठ सौ अस्सी करोड रूपये सोनिया के विदेश दौरे के उपर खर्च किये है ..कैग ने इस पर आपति भी जताई तो दो अधिकारियो का तबादला कर दिया गया .
अब इस पर एक पत्रकार रमेश वर्मा ने सरकार से आर टी आई के तहत निम्न जानकारी मांगी है : सोनिया के उपर पिछले तीन साल में कुल कितने रूपये सरकार ने उनकी विदेश यात्रा के लिए खर्च की है ? क्या ये यात्राये सरकारी थी ? अगर सरकारी थी तो फिर उन यात्राओ से इस देश को क्या फायदा हुआ ? भारत के संबिधान में सोनिया की हैसियत एक सांसद की है तो फिर उनको प्रोटोकॉल में एक राष्ट्रअध्यछ का दर्जा कैसे मिला है ?
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जैसे भारत की ७००० साल पुरातन संस्कृति में इस परिवार से पहले कोई हुआ ही नहीं. कभी सुना है किसी भाई ने इन नामो पर कोई सरकारी संस्था, छात्रवृत्ति, संस्था, योजना या परियोजना ?
चन्द्रगुप्त मौर्या, सम्राट अशोक, बिन्दुसार, पाणिनि, विक्रमादिया, महाराजा हर्षवर्धन, पृथ्वीराज चौहान, महाराणा प्रताप, राणा सांगा, बिरसा मुंडा,श्री गुरुगोबिंद सिंह जी, श्री गुरुनानक देव जी, भगवान् बुद्ध, रजा दाहिर, कलहान, नामदेवजी, भगवान् महावीर, सरदार पटेल. मदनमोहन, श्री अब्दुल कलाम जी, अब्दुल हमीद, महाराजा रंजीतसिंह, जगद्गुरु शंकराचार्य, मोहम्मद कासिम नानोत्वी साहब, सरदार पटेल, वीर अब्दुल हमीद, भगत सिंह, असफाक उल्ला खां ,जमशेदजी टाटा, बाजीराव पेशवा , नाना साहेब, लक्ष्मी बाई, अहिल्याबाई होलकर, बेग़म हज़रत महल जी, विवेकानंद जी, श्रीला प्रभुपादजी, बाबा साहेब अम्बेडकर कितने हज़ार लोग है जिनका सम्मान नहीं हो सका
अब इस पर एक पत्रकार रमेश वर्मा ने सरकार से आर टी आई के तहत निम्न जानकारी मांगी है : सोनिया के उपर पिछले तीन साल में कुल कितने रूपये सरकार ने उनकी विदेश यात्रा के लिए खर्च की है ? क्या ये यात्राये सरकारी थी ? अगर सरकारी थी तो फिर उन यात्राओ से इस देश को क्या फायदा हुआ ? भारत के संबिधान में सोनिया की हैसियत एक सांसद की है तो फिर उनको प्रोटोकॉल में एक राष्ट्रअध्यछ का दर्जा कैसे मिला है ?
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कांग्रेस सरकार और कांग्रेस पार्टी आज़ादी के बाद से सिर्फ एक परिवार यानी फर्जी और नकली गाँधी परिवार की ही बात करती है |
जैसे भारत की ७००० साल पुरातन संस्कृति में इस परिवार से पहले कोई हुआ ही नहीं. कभी सुना है किसी भाई ने इन नामो पर कोई सरकारी संस्था, छात्रवृत्ति, संस्था, योजना या परियोजना ?
चन्द्रगुप्त मौर्या, सम्राट अशोक, बिन्दुसार, पाणिनि, विक्रमादिया, महाराजा हर्षवर्धन, पृथ्वीराज चौहान, महाराणा प्रताप, राणा सांगा, बिरसा मुंडा,श्री गुरुगोबिंद सिंह जी, श्री गुरुनानक देव जी, भगवान् बुद्ध, रजा दाहिर, कलहान, नामदेवजी, भगवान् महावीर, सरदार पटेल. मदनमोहन, श्री अब्दुल कलाम जी, अब्दुल हमीद, महाराजा रंजीतसिंह, जगद्गुरु शंकराचार्य, मोहम्मद कासिम नानोत्वी साहब, सरदार पटेल, वीर अब्दुल हमीद, भगत सिंह, असफाक उल्ला खां ,जमशेदजी टाटा, बाजीराव पेशवा , नाना साहेब, लक्ष्मी बाई, अहिल्याबाई होलकर, बेग़म हज़रत महल जी, विवेकानंद जी, श्रीला प्रभुपादजी, बाबा साहेब अम्बेडकर कितने हज़ार लोग है जिनका सम्मान नहीं हो सका
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