Wednesday, 6 May 2015

७० हिंदू बच्चों को ईसाई बना दिया गया.

मध्य-प्रदेश के सागर के संत फ्रांसिस अनाथालय के बच्चों को
ईसाई बनाये जाने का मामला सामने आया है. इस बार ७० हिंदू
बच्चों को ईसाई बना दिया गया. कई बच्चों ने बताया की उसे
बपतिस्मा कराया गया और कहा गया की अब वे क्रिश्चियन
हो गए हैं. उन्होंने बपतिस्मा के विधि का भी वर्णन किया.
उनके हिंदू नामों को बदल कर ईसाई नाम रख दिए गए हैं. बच्चों
का कहना है की फादर ने कहा की यहाँ जो भी आता है उसे
ईसाई बनना ही पडता है. और यह वर्षों से हो रहा है. इस
मिशनरी स्कूल के पास २५० एकड़ जमीन है. सोच सकते हैं इनकी
नीचता की परिधि कितनी विस्तृत होगी और ये अबतक कितने
हिंदुओं को अपना शिकार बना चुके होंगे.
यह एक ईसाई स्कूल की बात नहीं है लगभग सभी ईसाई मिशनरी
स्कूलों में ये सामान्य प्रक्रिया है. ये गरीब बच्चों को ढूंड कर
उन्हें पढाने के बहाने लाते हैं और उन्हें पढाई, पैसा कपडे, इलाज के
बदले पहले बच्चों को फिर बच्चों के माता-पिता को ईसाई बनने
पर मजबूर करते हैं. यहाँ तक की हाई प्रोफाइल मिशनरी स्कूल
डोनेशन से मुक्ति के नाम पर भी लोगों को ईसाई बनने के लिए
मजबूर करते पाए गए हैं.
आश्चर्य देखिये चंद लोगों के घर वापसी पर दिन रात सड़क से
संसद तक छाती पीटते वाले सुतिये सेकुलर और दोगली मीडिया
इस की चर्चा तक नहीं कर रहे हैं. सिर्फ इंडिया टीवी ने इस न्यूज
को दिखाया है. अब कोई संदेह नहीं रह गया है भारत के दोगले
सेकुलर और ईसाई मिशनरियों के पैसों से चलने वाला दोगली
मीडिया हिंदुओं और हिन्दुस्तान के दुश्मन है।

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