Make in India क्या है ?
मुझे मोदी के गुजरात मुख्यमंत्रित्व काल का वो किस्सा याद आता है जो मोदी ने स्वयं किसी कार्यक्रम में सुनाया था ।
मोदी मुख्यमंत्री थे । उनसे एक व्यक्ति मिलने आया । मुलाक़ात कोई 10 मिनट चली । उस 10 मिनट की बातचीत में उस व्यक्ति ने उन्हें एक प्रोजेक्ट समझाने की कोशिश की । मोदी कहते हैं कि न जाने क्यों उन सज्जन से मेरी केमिस्ट्री match नहीं की और मुझे उनकी बात click नहीं की । मैंने उनसे पीछा छुड़ाने के लिए उन्हें सम्बद्ध अधिकारी के पास भेज दिया । फिर मैं उस व्यक्ति को और उस मुलाक़ात को भूल गया ।
6 महीने बाद वही व्यक्ति फिर मुझसे मिलने आया । मैंने उसे देखते ही पहचान लिया । उन्होंने मुझे बताया कि उनकी फैक्ट्री का उदघाटन है और उसके लिए वो मुझे आमंत्रित करने आये हैं । मुझे कौतूहल हुआ ........सिर्फ 6 महीना पहले ये व्यक्ति प्रोजेक्ट ले के आया था और सिर्फ 6 महीने में इसका plant बन के तैयार भी हो गया ?
उन सज्जन ने कहा कि फैक्ट्री का उदघाटन तो छोटी सी बात है ........ 3 महीने बाद वो मुझे पुनः invite करेंगे ....... अपने पहले product के उदघाटन के लिए ।मैंने पूछा . क्या बनाते हैं आप ?
उन्होंने बताया कि वो Bombardier के GM हैं और ये जर्मन कंपनी दिल्ली मेट्रो के लिए रेल के डिब्बे बनाती है । मोदी के गुजरात में Bombardier ने अपना प्लांट सिर्फ 6 महीने में बना के खड़ा कर दिया और ठीक 9 महीने में कंपनी का पहला रेल डिब्बा तैयार था जिसका उदघाटन स्वयं मोदी जी ने नारियल फोड़ के किया .........
इसे कहते हैं Make in India .......... जब एक विशालकाय उद्योग सारी कागज़ी और कानूनी प्रक्रिया को पूरा कर सिर्फ 6 महीने में न सिर्फ तैयार हो जाए बल्कि प्रोडक्शन शुरू कर दे और प्रोडक्ट भी कोई छोटी मोटी चीज़ न हो बल्कि एक भारी भरकम रेल का डिब्बा हो .........
Make in India के तहत मोदी हज़ारों लाखों ऐसे उद्योगों को देश में आकर्षित और आमंत्रित कर रहे हैं जो आज दुनिया के अन्य हिस्सों में अपने उद्योग चलाते हैं । इसमें लाल फीता शाही को हटा के तीव्र गति से उद्योग की स्थापना कर जल्दी से जल्दी production शुरू करने पे बल दिया जा रहा है । इसमें भारी पैमाने पे विदेशी पूँजी का निवेश होगा , साथ ही देश में नयी technology आएगी ........लाखों लोगों को रोज़गार मिलेगा ....... और भारत दुनिया का एक महत्वपूर्ण manufacturing hub बन जाएगा ।
Bombardier ने गुजरात में अपनी unit सिर्फ 6 महीने में बना के तैयार कर ली और ठीक 9 महीने बाद जो पहला रेल का डिब्बा बन के तैयार हुआ .वही तो विकास था .......
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9 महीने में विकास हो सकता है । करने वाला चाहिए ।
राहुल जी आपकी बात को हम देश वासी एक challenge के रूप में स्वीकार करते हैं ।
इसे कहते हैं Make in India .......... जब एक विशालकाय उद्योग सारी कागज़ी और कानूनी प्रक्रिया को पूरा कर सिर्फ 6 महीने में न सिर्फ तैयार हो जाए बल्कि प्रोडक्शन शुरू कर दे और प्रोडक्ट भी कोई छोटी मोटी चीज़ न हो बल्कि एक भारी भरकम रेल का डिब्बा हो .........
Make in India के तहत मोदी हज़ारों लाखों ऐसे उद्योगों को देश में आकर्षित और आमंत्रित कर रहे हैं जो आज दुनिया के अन्य हिस्सों में अपने उद्योग चलाते हैं । इसमें लाल फीता शाही को हटा के तीव्र गति से उद्योग की स्थापना कर जल्दी से जल्दी production शुरू करने पे बल दिया जा रहा है । इसमें भारी पैमाने पे विदेशी पूँजी का निवेश होगा , साथ ही देश में नयी technology आएगी ........लाखों लोगों को रोज़गार मिलेगा ....... और भारत दुनिया का एक महत्वपूर्ण manufacturing hub बन जाएगा ।
Bombardier ने गुजरात में अपनी unit सिर्फ 6 महीने में बना के तैयार कर ली और ठीक 9 महीने बाद जो पहला रेल का डिब्बा बन के तैयार हुआ .वही तो विकास था .......
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9 महीने में विकास हो सकता है । करने वाला चाहिए ।
राहुल जी आपकी बात को हम देश वासी एक challenge के रूप में स्वीकार करते हैं ।
Make in India भारत की तस्वीर बदल देगा आने वाले 5 सालों में ।
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