Saturday, 30 May 2015

mediya

अगर किसीको गांधी महात्मा लगता हो तो वो हमारे सिर्फ चार सवालों के जवाब दे.
1 ~ अगर भारत में हिंदू मुसलमान एक साथ रह शकते थे तो फिर गांधी ने पाकिस्तान क्युँ
बनाया?
2 ~ अगर हिंदू मुसलमान एक साथ नही रह शकते इसलिये अगर पाकिस्तान बनाया तो फिर भारत में मुसलमान क्युँ रखे?
3 ~ नेहरु मुसलमान है ये बात गांधी ने लोगों से क्युँ छुपायी?
इंदीरा खान से इंदिरा गांधी जुठा नाम गांधी ने क्युँ बनाया और लोगोंको फसाया?
4 ~ प्रधानमंत्री के पद के लिये सरदार वल्लभ भाइ पटेल चुने गये थे तो उनको हटाके गांधी ने नेहरु को प्रधानमंत्री क्युँ बनाया?
हमारे लिए तो सच्चा राष्ट्रपिता नाथुराम गोडसे ही है.
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Sanjay Dwivedy ने 4 नई फ़ोटो जोड़ी.
आज जब अमेरिका सहित दुनियाँ भर के देशों में हिंदु को सर्वोच्च प्रशासनिक पदों पर आसीन किया जा रहा है वहीं इन 700 रोहिंग्या मुस्लिमों को अन्य मुस्लिम देश तो छोडिये इनके खुद के ही देश में नहीं घुसने दिया जा रहा है,
क्या इस बात से यह पुष्टि नहीं होती कि पूरा विश्व सनातन धर्म का आदर करता है.
मैं जानता हूँ मेरी यह पोस्ट पढ़कर कुछ शांतिदूत बिलबिला जायेंगे लेकिन चूँकि सत्य से मुंह चुरा नहीं सकते इसलिए किसी भी तरह की टिपण्णी नहीं करेंगे.
क्या ये सच नहीं है कि इनका ये हाल शुक्रवार को इनके भेजे में भरने वाली इनकी शिक्षाओं ने ही किया है, मैंने कई शांतिदूतों के मुंह से सूना है कि इस्लाम अमन और भाईचारे का मज़हब है तो इनके ही मजहबी भाई इन्हें कुत्ते की तरह क्यों दुत्कार रहे हैं, बांग्लादेशी DNA वाले इन रोहिंज्ञा मुस्लिमों को बांग्लादेश, पाकिस्तान, मलेशिया, इंडोनेशिया सहित इस्लाम का ठेकेदार कोई भी देश शरण देने को तैयार ही नहीं है बल्कि अपुष्ट समाचारों के अनुसार जब इन्होने चिट्गाव बांग्लादेश में घुसने की कोशिश की तो वहां की BDR {बंगलादेश रायफल्स} ने सीधा कई लोगों को गोली से उड़ा दिया क्या इसे ही भाईचारा कहते हैं.
ऐसा नहीं कि म्यांमार के लोग हमेशा से ही इतने क्रूर थे बल्कि वो लोग हम हिन्दुओं से ज्यादा अहिंसावादी और दयालू थे, पर इन रोहिंग्या मुसलामानों ने अपनी नीच और कमीनी हरकतों से उनका जीना ही हराम कर दिया था अब उनके पास सिर्फ दौ विकल्प थे या तो इनको समूल नष्ट किया जाए या स्वयम अपना आस्तित्व समाप्त कर ले उन्होंने पहला विकल्प चुना और अहिंसा की पोटली में आग लगाकर हिंसा का दामन थाम लिया.
अब यक्ष प्रश्न : इनका ये हाल क्यों हो रहा है ?
कारण इतना सब कुछ होने के बावजूद ये भविष्य में भी कोई शिक्षा नहीं लेंगे, रहते भारत में हैं लेकिन संस्कृत, की बजाय पढेंगे अरबी ही, पढ़ाई लिखाई से दूर रहेंगे और बच्चों की लाइन लगाते रहेंगे,और यही राग अलापते रहेंगे कि इस्लाम अमन का मज़हब है और इंसानियत सिर्फ इस्लाम की ही देंन है.
अगर आपसे कोई मुस्लिम अहिंसा या राष्ट्रभक्ति को लेकर बहस करे तो सिर्फ उससे इतना पूछिये,
1,औरंगजेब ने गुरु गोविन्द सिंह के दौ नन्हे नन्हे बच्चों जोरावर सिंह (8वर्ष) और फतह सिंह (5वर्ष) को उनकी दादी के सामने दीवार में चुनवाकर अच्छा काम किया था या महापाप किया था जिसमे जोरावर सिंह के घुटने बके(मांस काटने वाला चाकू) से छीलकर दीवार में चुनवाया गया था.
अगर ये महापाप था तो दिल्ली में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर फतह सिंह जोरावर सिंह मार्ग रखना चाहिए या नहीं, उत्तर पाकर या ना पाकर आपको मेरी पोस्ट लिखने का असली कारण समझ में आ जाएगा और इस अमन के मज़हब का असली चेहरा भी आपके सामने आ जाएगा.
2, औरंगजेब ने भाई मतिदास को आरी से बीच में से चिरवा कर भाई सतीदास को तेल में तलकर और भाई दयाला को रुई में लपेटकर और जलाकर हत्या करके अच्छा किया था या महापाप अगर महापाप था तो महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर का नाम सम्भाजी नगर क्यों ना रखा जाए.

खैर मुद्दे पर आता हूँ,
लगभग हर मुस्लिम देश इन रोहिंग्या मुस्लिमों की चिंताजनक स्थिति को देखकर विधवा विलाप कर रहा है लेकिन अपने यहाँ रखने को कोई तैयार नहीं, जानते हैं अब मानवता के नाते कौनसा देश इन भिखारियों पर तरस खा रहा है "फिलीपींस" जी हाँ इसाई बहुल देश फिलीपींस.
कुछ दिनों, महीनों या वर्षों बाद ये ही रोहिंग्या शांतिदूत इन फिलिपिनियों का जीना हराम कर देंगे रातदिन इनके पास एक ही काम है दुनिया को आसमान से उतरी किताब के अनुसार चलने पर मजबूर करना उसके लिए हर तरह की जद्दोजहद करना और शायद ये ही इनकी इस फटीचर हालत और दुर्गति का सबसे बड़ा कारण है.
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अपनी बीवी की पसन्द पर कभी मत हँसो
क्योकि तुम उनमे से एक हो...😯😯
अपनी पसन्द पर कभी घमण्ड मत करो..क्योकि
तुम्हारी बीवी उनमे से एक है..!!
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मुसलमानों को कोई सिरीया में घर नही दे रहा है ... ईराक में नही दे रहा है .. अमेरिका में नही दे रहा है .. आस्ट्रेलिया में नही दे रहा है .. इजरायल में नही दे रहा है ..
तो दोषी कौन है ? क्या मुसलमान खुद कभी चिन्तन करेंगे ?
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सोमनाथ मन्दिर के संग्रहालय में ये दुर्लभ फोटो रखा हुआ है ..इस फोटो को एक अंग्रेज इतिहासकार ने लिया था .. महमूद गजनवी द्वारा लूटने के बाद ध्वस्त किया गया सोमनाथ ...
कुछ दिन पहले एबीपी न्यूज़ पर एक मुस्लिम इतिहासकार कह रहे थे की इतिहास में मुगलो को लेकर झूठ फैलाया गया है मुगलो ने एक भी मन्दिर नही तोडा ..
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