Saturday 15 February 2014

ताकि देश का पैसा देश मे रहे !!

मित्रो देश केवल भारत माता के जयकारे लगाने से नहीं बचेगा ! डूबती अर्थ व्यवस्था (ECONOMY) को बचाने के लिए आप अधिक से अधिक अपने देश की कंपनियो का समान खरीदे !! ताकि देश का पैसा देश मे रहे !! Technology से बनी वस्तुओ मे आपकी कोई मजबूरी हो सकती है !! लेकिन कम से कम बिना technology की बनी वस्तुए तो आप अपने देश की कंपनियो की खरीद ही सकते हैं ?

आजादी से पहले हमारे देश के क्रांतिकारी विदेशी सामानो की होली जलाया करते थे !! और आज हमने अपना पूरा घर विदेशी सामानो से भर लिया है !! हम सब नाम के भारतीय रह गये है !!
आज हम विदेशी भाषा बोलने ,विदेशी गीत सुनने, विदेशी जूता चप्पल कपड़े, पहने विदेशी खाने पर गर्व करने लगे हैं !!

क्या ये शहीदो के सपनों का भारत है ???
क्या हमारे शहीदो ने ऐसे भारत का सपना देखा था ?? जहां देश के लोग विदेशी माल हर विदेशी चीज पर गर्व करेंगे ??? !!!

मित्रो भारतीय बनो भारतीयता अपना आओ !!

स्वदेशी का अर्थ के विदेशी वस्तुओ का बहिष्कार करना नहीं है !!
स्वदेशी से अर्थ हर भारतीय वस्तु पर गर्व करना है !!!!

भारतीय भाषा का सम्मान करना है !

भारतीय वेश भूषा का सम्मान करना है !!

भारतीय संस्कृति का सम्मान करना है !

भारतीय खेलो का सम्मान करना है !!

भारतीय संगीत का सम्मान करना है !!

भारतीय धर्म संसकारो का सम्मान करना है !!

भारतीय त्योहारो का सम्मान करना है !!

भारतीय चिकित्सा का सम्मान करना है !!

मतलब हर वो चीज जो अपने भारत से जुड़ी है ! उसका सम्मान करना है !!

शायद आप कहे globalization के जमाने मे हम कैसे बाते कर रहे है !!???
तो ये सवाल पूछने से पहले आप एक बार नीचे दिये गए link पर click करे !!
जवाब आपको आप मिल जाएगा !!
http://www.youtube.com/watch?v=ZsDzKUSspOQ&amp%3Bfeature=plcp

65 से साल से झूठे तर्क देकर सरकार विदेशी कंपनियों को भारत बुला रही हैं| और आज हालत यह हो गई है कि 5000 से ज्यादा विदेशी कंपनिया भारत में घुस चुकी हैं ।

जब कि इतिहास इस बात का गवा है। कि गल्ती से हमने एक ईस्ट इंडिया कंपनी को बुला लिया था और 250 के लिये अपनी आजादी गवा बैठे थे ।

फ़िर आजादी पाने के लिये
(भगत,सिहं उधम सिहं , सुभाष चंद्र बोस, लाला लाजपत राय, विपिन चंद्र पाल,नाना सहिब पेश्व,) और ऐसे 7 लाख 32 हजार क्रतिंकरियो को अपना बलिदान देना पड़ा तब जाकरआजादी मिली ।

लेकिन आज तो 5000 विदेशी कंपनिया हो गई हैं । क्या ये हमारे देश कि आजादी के
लिये दुबारा खतरा नहीं है ??

जब ये सवाल भारत सरकार से पूछा जाता हैं तो भारत सरकार विदेशी कंपनियों को भारत में
बुलाने के लिये 4 तर्क देती हैं.

1)विदेशी कंपनिया आती हैं तो पूंजी लाती है।

2) विदेशी कंपनिया आती हैं तो technology लाती हैं !

3) विदेशी कंपनिया आती है तो export बढ़ाती है ।

4) विदेशी कंपनिया आती है तो हमारे देश के लोगो को रोजगार देती रोजगार बढ़ती हैं !!

मित्रो हो सकता है आपके दिमाग में भी यही तर्क हो !!

लेकिन सरकार के अपने आंकड़े ही सरकार की poll खोलते हैं ! ये 4 तर्क कितने झूठे हैं उनका पुरा खुलासा राजीव दिक्षित जी ने पुरे दस्तावेजो और सबूतो के साथ इस विडियो में किया हैं । ये इतनी बड़ी लूट है जो 65 सालो से देश में चल रही है !! और इस पर हर राजनीतिक पार्टी शांत है !

मित्रो ये एक ऐसा videos है ! जो देश के पढ़े लिखे लोगो का दिमाग घूमा कर रख देगा !!
ऐसा जानकारी न उन्हे कोई रजीनीतिक पार्टी देगी ! न ही मीडिया !! और न ही किसी किताब में मिलेगी

ये videos अगर हर भारतीय को दिखा दिया जाए !! तो पूरे देश में ऐसे आर्थिक क्रांति होगी ! जो भारत को विश्व गुरु बना देगी !!

कृपया पूरा video ही देखें ! अगर आपके पास अभी समय न हो तो link save कर ले ! 
http://www.youtube.com/watch?v=b9N-G3aovL8

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