Thursday 21 August 2014

युद्ध-शास्त्र पर आधारित पुस्तक "ए कंसाईज़ हिस्ट्री ऑफ वारफेयर" में फील मार्शल मोंटगौमेरी ने दुनिया की जिन सात विश्वप्रसिद्ध मैदानी लड़ाईयों को शामिल किया है, उसमें पालखेड (कर्नाटक) का युद्ध भी शामिल है, जिसमें बाजीराव पेशवा ने सिर्फ घुडसवारों के बल पर निजाम की विभिन्न शस्त्रास्त्रों से सज्जित बड़ी सेना को पराजित किया था. 1700 में जन्मे बाजीराव पेशवा ने अपनी सिर्फ चालीस वर्ष की आयु में २१ बड़ी और १४ छोटी लड़ाईयाँ लड़ीं और किसी में भी पराजित नहीं हुए, इसीलिए इन्हें "अजिंक्य योद्धा" कहा जाता है.

पुणे से पधारे हुए श्री निनाद बेडेकर जी ने बाजीराव पेशवा पर आधारित अपने व्याख्यान में कई रोचक बातें बताईं. मराठा इतिहास ज्ञान की खदान श्री बेडेकर ने पुणे के शनिवारवाडा में होने वाले लाईट/साउंड शो की पटकथा भी लिखी है तथा भंसाली की आगामी फिल्म बाजीराव-मस्तानी की पटकथा के भी लेखक हैं... ऐसी महान हस्ती से मिलने का सौभाग्य महाराष्ट्र समाज उज्जैन में आयोजित एक व्याख्यान के दौरान प्राप्त हुआ. 

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