Friday, 7 October 2016

केंद्र सरकार ने कहा है कि पर्सनल लॉ के आधार पर किसी को संवैधानिक अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकताट्रिपल तलाक महिलाओं के साथ लैंगिक भेदभाव है, महिलाओं की गरिमा के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता। सरकार ने कहा इस्लाम में ट्रिपल तलाक जरूरी धार्मिक रिवाज नहीं है। केंद्र सरकार ने कोर्ट से कहा किलैंगिग समानता और महिलाओं की गरिमा ऐसी चीजें हैं, जिस पर समझौता नहीं किया जा सकता। 
सुप्रीम कोर्ट में ट्रिपल तलाक के विरोध में कई याचिकाएं दायर की गई थी, ट्रिपल तलाक के मामले में ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड पहले ही सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर चुका है हलफनामे में कहा है कि पर्सनल लॉ को सामाजिक सुधार पर दोबारा से नहीं लिखा जा सकता, तलाक की वैधता सुप्रीम कोर्ट तय नहीं कर सकता। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस पर सरकार से जवाब मांगा था। पिछले दिनों केंद्र ने जवाब दायर करने के लिए कोर्ट से चार हफ्तों का समय मांगा, जिसे कोर्ट ने मान लिया था।
भारत के संवैधानिक इतिहास में पहली बार केंद्र सरकार ने मुसलमानों के बीच तीन तलाक, ‘निकाह हलाला’ और बहुविवाह प्रथा का सुप्रीम कोर्ट में विरोध किया। साथ ही लैंगिक समानता और धर्मनिरपेक्षता जैसे आधार पर इन पर पुनर्विचार करने का समर्थन किया। तीन तलाक से मतलब एक साथ तीन बार ‘तलाक’ बोलने से है।




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छोटा राजन के बाद ये एक और डॉन सामने आया हैं

हमारे सैनिको का मनोबल तोड़ने वाले संजय निरुपम को डॉन रवि पुजारी ने फ़ोन पर धमकी दी है.साथ ही बाकि सभी देशद्रोहियों को भी रवि पुजारी ने धमकी दी है .रवि पुजारी का कहना हैं की उसने  निरुपम को धमकी इसलिए दी क्योंकि वो सेना से सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँग रहा हैं।
छोटा राजन के बाद ये एक और डॉन सामने आया हैं जो देश के साथ हैं.संजय निरुपम सैनिको का मनोबल तोड़ते हैं.रवि पुजारी ने संजय  निरुपम को कहा की “तेरे घर में किसी को मारता हु फिर सबूत मिल जायेगा”.साथ ही रवि पुजारी ने कहा है की, “चाहे कोई कितना भी स्ट्रांग हो, जो भी सेना या हमारे देश के खिलाफ बोलेगा, मैं और मेरे लड़के उसे नहीं छोड़ेंगे”!

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