Sunday, 16 October 2016

mediya




भारत में मुसलमान 15 साल की उम्र में निकाह करें तो बालिग़?
15 साल में बच्चे पैदा करना सुरु करे तो बालिग़?
15 साल की उम्र में तलाक दे दें तो ओ भी बालिग़?

पर इसी भारत के मुसलमान 18 साल से कम पर बलात्कार करें तो नाबालिग ,18 साल से कम उम्र में ह्त्या,लूट,डैकैती करें तो नाबालिग .... फिर भी कहते है कानून सभी के लिए बराबर है...

अरे बराबरी के लिए आवाज तो उठाओ और कोमन सिविल कोड लागु कराओ...

अवधेश गुर्जर
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टीवी पर तीन तलाक की पीड़ित महिलाओ को रोते देख आपको उनसे सहानुभूति हो सकती है .. लेकिन मुझे नही ..
सोचिये .. यदि किसी मन्दिर में किसी दलित को प्रवेश न मिले तो कई मुस्लिम और वामपंथी सूअर उन्हें ये कहकर बरगलाते है की जिस धर्म में तुम्हारी इज्जत नही उस धर्म को क्यों नही छोड़ देते ? फिर तीन तलाक की शिकार महिलाओ को मुस्लिम और वामपंथी सूअर ये क्यों नही कहते की जिस धर्म में तुम्हारी कोई इज्जत नही ..जिस धर्म में तुम्हे पैरो की जूती समझा गया है उस धर्म को तुम छोडकर इज्जत से जिन्दगी क्यों नही गुजारती ?
आखिर जिस इस्लाम के नाम पर लाखो महिलाओ को तीन तलाक देकर मरने के लिए छोड़ दिया गया है वो महिलाये इस्लाम क्यों नही छोड़ देती ? जब तक ये इस्लाम नही छोड़ेंगी तब तक इन दुष्ट कठमुल्लों के गाल पर तमाचा नही पड़ेगा
Jitendra Pratap Singh

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