Friday 16 March 2018

उदयपुर शहर से 60 कि.मी. दूर कुराबड बम्बोरा मार्ग पर अरावली पहाड़ियों के बीच स्थित इडाना माता जी का मंदिर मेवाड़ प्रमुख शक्ति-पीठ में से एक है यह शक्ति-पीठ भील आदिवासी,राजपूत और संपूर्ण मेवाड़ की आराध्य माँ है बताया जाता है कि यहाँ देवी की प्रतिमा महीने में दो से तीन बार स्वयं जागृत अग्नि से स्नान करती है स्थानीय लोगों की मान्यता है की लकवा से ग्रसित रोगी यहां आकर ठीक हो जाते हैं सभी लकवा ग्रस्त रोगी मां की प्रतिमा के सामने चौक में सोकर रात बिताते हैं। लकवा ग्रस्त रोगियों के स्वस्थ होने पर परिजनों द्वारा यहां चांदी और लकड़ी के अंग बनवाकर भेंट किए जाते हैं यहां भक्त मन्नत पूरी होने पर त्रिशूल चढ़ाने आते हैं मां की प्रतिमा के पीछे सैकड़ों त्रिशूल लगे हैं संतान प्राप्ति की मन्नत पूरी होने पर यहां झूले चढ़ाए जाते हैं।

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