--नरेन्द्र मोदी-- 12/3/2009
( BCC मीडिया के एक इंटरव्यू में )
मैं गलती से एक दिन RSS की शाखा में चला गया मैंने कई लोगो को वहाँ हाफ पेंट पहन कर भगवा ध्वज के सामने अति अनुशाषन के साथ नमन करते हुए देखा ...मैं कोने में खड़ा उन्हें देख रहा था वहाँ के संघ संचालक ने मुझे बुलाया और मेरा नाम पूछा मैं कहने लगा की मेरा नाम - "नरेन्द्र दामोदर दास....."
उन्होंने कहा- "बस रुक जाओ,केवल अपना नाम बताओ,जाती नहीं आज से तुम कोई "मोदी" नहीं हो अब तुम केवल एक "हिन्दू" हो और तुम्हारा लक्ष्य माँ भारती एवं कोटि कोटि हिन्दुओं की सेवा करना है मेरे रोंगटे खड़े हो गए ! मैं एक अति पिछड़ा वर्ग का दलित था परन्तु उन्होंने मेरे अन्दर के "हिन्दू" को जगाया आह! इतना प्यार दिया मुझे संघ ने की आज भी मुझे एक मुख्यमंत्री होने से अधिक एक "स्वयंसेवक" होने पर गर्व होता है"
........................................
( BCC मीडिया के एक इंटरव्यू में )
मैं गलती से एक दिन RSS की शाखा में चला गया मैंने कई लोगो को वहाँ हाफ पेंट पहन कर भगवा ध्वज के सामने अति अनुशाषन के साथ नमन करते हुए देखा ...मैं कोने में खड़ा उन्हें देख रहा था वहाँ के संघ संचालक ने मुझे बुलाया और मेरा नाम पूछा मैं कहने लगा की मेरा नाम - "नरेन्द्र दामोदर दास....."
उन्होंने कहा- "बस रुक जाओ,केवल अपना नाम बताओ,जाती नहीं आज से तुम कोई "मोदी" नहीं हो अब तुम केवल एक "हिन्दू" हो और तुम्हारा लक्ष्य माँ भारती एवं कोटि कोटि हिन्दुओं की सेवा करना है मेरे रोंगटे खड़े हो गए ! मैं एक अति पिछड़ा वर्ग का दलित था परन्तु उन्होंने मेरे अन्दर के "हिन्दू" को जगाया आह! इतना प्यार दिया मुझे संघ ने की आज भी मुझे एक मुख्यमंत्री होने से अधिक एक "स्वयंसेवक" होने पर गर्व होता है"
........................................
No comments:
Post a Comment