भारत का विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद अरब देशो में बने इस्लामिक
एजेंडे पर काम कर रहा है ..
मित्रो, एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने भारत सरकार से
पूछा की तेजपाल के तहलका द्वारा किया गया गोवा थिंक फेस्ट
में आतंकी सन्गठन तालिबान के उपप्रमुख मुल्ला जईफ़
को वीजा क्यों और किसके सिपारिश पर मिला ??
जबाब था :-
१- आईबी चीफ आसिफ इब्राहीम [IPS] [धर्म - मुस्लिम ]
२-विदेश मंत्रालय के प्रमुख प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन [IFS] [धर्म -
मुस्लिम]
3- विदेश मंत्री भारत गणराज्य सलमान खुर्शीद [ धर्म -मुस्लिम]
मित्रो, ये सिपारिश अपने आप में बहुत कुछ कह जाती है .. भारत
की मेनस्ट्रीम मीडिया इस गम्भीर मामले पर चुप है ..
क्या केंद्र सरकार जबाब देगी ??
१- क्या अब भारत के मुस्लिम अधिकारी अयातुल्लाह खुमैनी के
बनाये गाइडलाइन पर काम कर रहे है ? जिसमे उसने
कहा था की दुनिया के हर मुस्लिम को पहले ये
समझना होगा की वो इस्लाम का फर्ज अदा करे बाद में कोई और
फर्ज अदा करे ,,और यदि उसके पेशे, नौकरी आदि के फर्ज और इस्लाम
का फर्ज हो तो वो अपने पेशे के फर्ज को भूलकर इस्लाम का फर्ज
अदा करे ... और दुनिया का हर मुस्लिम "मुस्लिम ब्रदरहुड"
की भावना से काम करे
२- क्या भारत सरकार को पता नही था की तालिबान एक खूंखार
इस्लामिक आतंकी सन्गठन है तो फिर उसके उपप्रमुख मौलाना जईफ
जो नाटो का वांटेड खूंखार हत्यारा है उसे
वीजा क्यों दिया गया ??
३- भारत का पूर्वगृहमंत्री और वर्तमान वित्त मंत्री इस खूंखार
आतंकी से होटल में क्यों बैठक किया ? उस बैठक
का एजेंडा क्या था और उस बैठक का मिनट्स ऑफ़ मीटिंग जाहिर
क्यों नही किया गया ?
४- क्या ये सत्य है की कांग्रेस ने तालिबान के उपप्रमुख को इसलिए
भारत बुलाया ताकि नरेंद्र
मोदी की हत्या की सुपारी तालिबान को दी गयी है ??
ये एक बहुत ही गम्भीर मामला है और मै भारत की मीडिया से अपील
करता हूँ की इस गम्भीर मामले को देश के सामने उठाये
एजेंडे पर काम कर रहा है ..
मित्रो, एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने भारत सरकार से
पूछा की तेजपाल के तहलका द्वारा किया गया गोवा थिंक फेस्ट
में आतंकी सन्गठन तालिबान के उपप्रमुख मुल्ला जईफ़
को वीजा क्यों और किसके सिपारिश पर मिला ??
जबाब था :-
१- आईबी चीफ आसिफ इब्राहीम [IPS] [धर्म - मुस्लिम ]
२-विदेश मंत्रालय के प्रमुख प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन [IFS] [धर्म -
मुस्लिम]
3- विदेश मंत्री भारत गणराज्य सलमान खुर्शीद [ धर्म -मुस्लिम]
मित्रो, ये सिपारिश अपने आप में बहुत कुछ कह जाती है .. भारत
की मेनस्ट्रीम मीडिया इस गम्भीर मामले पर चुप है ..
क्या केंद्र सरकार जबाब देगी ??
१- क्या अब भारत के मुस्लिम अधिकारी अयातुल्लाह खुमैनी के
बनाये गाइडलाइन पर काम कर रहे है ? जिसमे उसने
कहा था की दुनिया के हर मुस्लिम को पहले ये
समझना होगा की वो इस्लाम का फर्ज अदा करे बाद में कोई और
फर्ज अदा करे ,,और यदि उसके पेशे, नौकरी आदि के फर्ज और इस्लाम
का फर्ज हो तो वो अपने पेशे के फर्ज को भूलकर इस्लाम का फर्ज
अदा करे ... और दुनिया का हर मुस्लिम "मुस्लिम ब्रदरहुड"
की भावना से काम करे
२- क्या भारत सरकार को पता नही था की तालिबान एक खूंखार
इस्लामिक आतंकी सन्गठन है तो फिर उसके उपप्रमुख मौलाना जईफ
जो नाटो का वांटेड खूंखार हत्यारा है उसे
वीजा क्यों दिया गया ??
३- भारत का पूर्वगृहमंत्री और वर्तमान वित्त मंत्री इस खूंखार
आतंकी से होटल में क्यों बैठक किया ? उस बैठक
का एजेंडा क्या था और उस बैठक का मिनट्स ऑफ़ मीटिंग जाहिर
क्यों नही किया गया ?
४- क्या ये सत्य है की कांग्रेस ने तालिबान के उपप्रमुख को इसलिए
भारत बुलाया ताकि नरेंद्र
मोदी की हत्या की सुपारी तालिबान को दी गयी है ??
ये एक बहुत ही गम्भीर मामला है और मै भारत की मीडिया से अपील
करता हूँ की इस गम्भीर मामले को देश के सामने उठाये
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