"एक सामान्य श्वसन चक्र में हम 500 ml(Tidal volume)वायु का उपयोग करते हैं |जबकि अध्ययनों के अनुसार यदि हम गहरा श्वांस भरते हैं तो यह मात्रा 4500 ml (4.5 ltr) तक हो सकती है.. बल्कि किसी के फेफड़ों में पर्याप्त क्षमता हो तो Vital Capacity 8000 ml (8 ltr) भी हो सकती है |इस प्रकार गहरा श्वांस लेने से रक्त में ऑक्सीजन (o) का स्तर बढ़ जाता है जिसके कारण कोशिकीय स्तर पर उत्तकों (tissues) को पर्याप्त मात्रा में प्राणवायु प्राप्त होती है |
प्राणायाम के निरंतर अभ्यास से हम अपनी श्वांस की गति को कम कर सकते हैं और ऑक्सीजन (प्राणवायु ) का स्तर अपने शरीर में 16 गुना तक बढ़ा सकते है ..और इस प्रकार हम एक स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की प्राप्ति कर सकते हैं ....."
...................................................
प्राणायाम के निरंतर अभ्यास से हम अपनी श्वांस की गति को कम कर सकते हैं और ऑक्सीजन (प्राणवायु ) का स्तर अपने शरीर में 16 गुना तक बढ़ा सकते है ..और इस प्रकार हम एक स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की प्राप्ति कर सकते हैं ....."
...................................................
No comments:
Post a Comment