अमृतसर. अबुधाबी की जेल में बंद पंजाब के युवकों को वहां का जेल प्रशासन इस्लाम धर्म अपनाने पर मजबूर कर रहा है। इतना ही नहीं, अबुधाबी के जेल अधिकारी इन युवकों पर गौमांस खाने का भी दबाव बना रहे हैं। इन युवकों को लालच दिया जा रहा है कि अगर वे इस्लाम कुबूल कर लेंगे तो उन्हें जल्द रिहा कर दिया जाएगा।
परिजनों ने की शिकायत
अबुधाबी की जेल में बंद एक युवक के परिजनों ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राजकुमार वेरका से मुलाकात कर उन्हें यह जानकारी दी। वेरका ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि इस गंभीर मामले पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी और इस बारे में अबुधाबी स्थित भारतीय दूतावास से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी जाएगी।
अबुधाबी की जेल में बंद एक युवक के परिजनों ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राजकुमार वेरका से मुलाकात कर उन्हें यह जानकारी दी। वेरका ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि इस गंभीर मामले पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी और इस बारे में अबुधाबी स्थित भारतीय दूतावास से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी जाएगी।
ऐसे रची जा रही है साजिश
सुखवंत सिंह बोनी नामक जेल में बंद युवक के परिवार ने बताया कि उनका पुत्र साल 2009 में दुबई गया था, लेकिन साल 2011 में उसे कत्ल के एक झूठे केस में फंसाकर जेल में डाल दिया गया। इसके बाद से लगातार सुखवंत पर इस्लाम धर्म अपनाने और गौमांस खाने का दबाव बनाया जा रहा है। जेल प्रशासन ने सुखवंत से कहा है कि अगर उसने इस्लाम कुबूल कर लिया था उसकी सजा कम कर दी जाएगी। खास बात यह है कि हाल ही में अबुधाबी की जेल से सजा काटकर लौटे एक युवक सदानंद ने सुखवंत के परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि की है। सदानंद ने कहा है कि जेल प्रशासन पंजाब के इन युवकों पर धर्मांतरण का दबाव डालता है। अनुसूचित जाति आयोग अब अबुधाबी की जेल में बंद अन्य भारतीय युवकों के बारे में जानकारी ले रहा है।
सुखवंत सिंह बोनी नामक जेल में बंद युवक के परिवार ने बताया कि उनका पुत्र साल 2009 में दुबई गया था, लेकिन साल 2011 में उसे कत्ल के एक झूठे केस में फंसाकर जेल में डाल दिया गया। इसके बाद से लगातार सुखवंत पर इस्लाम धर्म अपनाने और गौमांस खाने का दबाव बनाया जा रहा है। जेल प्रशासन ने सुखवंत से कहा है कि अगर उसने इस्लाम कुबूल कर लिया था उसकी सजा कम कर दी जाएगी। खास बात यह है कि हाल ही में अबुधाबी की जेल से सजा काटकर लौटे एक युवक सदानंद ने सुखवंत के परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि की है। सदानंद ने कहा है कि जेल प्रशासन पंजाब के इन युवकों पर धर्मांतरण का दबाव डालता है। अनुसूचित जाति आयोग अब अबुधाबी की जेल में बंद अन्य भारतीय युवकों के बारे में जानकारी ले रहा है।
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