Wednesday 31 July 2013

''स्व मूल्यांकन''



एक चौदह पंद्रह साल का लड़का एक टेलीफोन
बूथ पर जाकर एक नंबर लगाता है और किसी के
साथ बात करता है, बूथ मालिक उस लड़के
की बात को ध्यान से सुनता रहता है ;
लड़का : किसी महिला से कहता है कि, मैंने बैंक से
कुछ क़र्ज़ लिया है और मुझे उसका क़र्ज़
चुकाना है, इस कारण मुझे पैसों की बहुत जरुरत
है, मैडम क्या आप मुझे अपने बगीचे की घास
काटने की नौकरी दे सकती हैं..? महिला :
(दूसरी तरफ से) मेरे पास तो पहले से ही घास
काटने वाला माली है..
लड़का : परन्तु मैं वह काम आपके माली से
आधी तनख्वाह पर कर दूंगा..
महिला : तनख्वाह की बात ही नहीं है मैं अपने
माली के काम से पूरी तरह संतुष्ट हूँ..
लड़का : (और निवेदन करते हुए) घास काटने के
साथ साथ मैं आपके घर की साफ़ सफाई भी कर
दूंगा वो भी बिना पैसे लिए..
महिला : धन्यवाद और ना करके फोन काट
दिया..लड़का चेहरे पर विस्मित भाव लिए फोन
रख देता है..
बूथ मालिक जो अब तक लड़के
की सारी बातों को सुन चूका होता है,लड़के
को अपने पास बुलाता है..
दुकानदार : बेटा मेरे को तेरा स्वभाव बहुत
अच्छा लगा, मेरे को तेरा सकारात्मक बात करने
का तरीका भी बहुत पसंद आया..अगर मैं तेरे
को अपने यहाँ नौकरी करने का ऑफ़र दूं
तो क्या तू मेरे यहाँ काम करेगा..??
लड़का : नहीं, धन्यवाद.
दुकानदार : पर तेरे को नौकरी की सख्त जरुरत है
और तू नौकरी खोज भी रहा है.
लड़का : नहीं श्रीमान मुझे नौकरी की जरुरत
नहीं है मैं तो नौकरी कर ही रहा हूँ, वो तो मैं अपने
काम का मूल्यांकन कर रहा था..मैं वही माली हूँ
जिसकी बात अभी वो महिला फोन पर कर
रही थी..!!!

इसे कहते हैं ''स्व मूल्यांकन''

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एक बार एक शहरी परिवार मेले मेँ घुमने
गया,
मेले मेँ 1 घंटे तक घुमे कि अचानक
उनका बेटा मेले मेँ खो गया,
दोनो पति-पत्नी ने मेले मेँ बहुत ढ़ुढ़ते है,
लेकिन लङका नही मिलता है,
लङके कि माँ जोर-जोर से रोने लगती है,
बाद मेँ पुलिस को सुचना देते है,
आधे घण्टे बाद लङका मिल जाता है,
लङके के मिलते ही उसका पति गाँव
का टिकिट लेकर
आता है, और वो सब बस मेँ बेठकर गाँव
रवाना हो जाते है,
तभी पत्नी ने पुछा: हम गाँव
क्य ो जा रहे है, अपने घर
नही जाना है क्या?
तभी उसका pati बोला:
"तु तेरी औलाद के
बिना आधा घण्टा नही रह सकती,
तो मेरी माँ गाँव मेँ पिछले 10
साल से मेरे बिना कैसे
जी रही होगी..??
माँ-बाप का दिल दु:खाकर आजतक कोई
सुखी नही हुआ।

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