Sunday 28 September 2014




!! व्यथा !!
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किसी पेड़ के कटने से 
सर्प्रथम उजड़ते हैं 
पक्षियों के घोंसले
फल और फूल खतम होने से
अन्य पक्षी रंग बिरंगे
तितलियाँ कीट पतंगे
चील कव्वे गिद्ध
फिर भी नहीं छोड़ रहे
हम अपनी अपनी जिद्द
तड़फकर मर रहे
पत्तियाँ खाने वाले
जंगल के साथी
हिरण जिराफ हाथी
देर सवेर
चीता और शेर
लैकिन
इतनी मौतों से भी नहीं डरा
अब क्या डरेगा,
आदमी सबसे बड़ा जानवर है
सबसे आख़िरी मे मरेगा...!!

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Arab हिन्दुओं के खिलाफ !
ISI हिन्दुओं के खिलाफ !
PAK हिन्दुओं के खिलाफ !
Congress हिन्दुओं के खिलाफ !
JDU हिन्दुओं के खिलाफ !
BSP हिन्दुओं के खिलाफ !
SP हिन्दुओं के खिलाफ !
CPI हिन्दुओं के खिलाफ !
CPIM हिन्दुओं के खिलाफ !
AAP हिन्दुओं के खिलाफ !
सारे गद्दार हिन्दुओं के खिलाफ !
सारे देश द्रोही हिन्दुओं के विरोध में!
सारी कायनात लगी है एक धर्म को झुकाने में... परमात्मा भी सोचता होगा,
जाने किस मिटटी का इस्तेमाल किया मैंने "हिन्दुओं" को बनाने में!! 
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लडकियाँ हर मोड़ पे डरती हैं,
अकेली हो तो सुनसान राहों का डर,
भीड़ में हो तो लोगों का डर,
हवा चले तो दुपट्टा उड़ने का डर,
कोई देखे तो उसकी आँखों का डर,
बचपन हो तो माँ बाप का डर,
जवान हो तो भाइयों का डर,
वो डरती हैं और तब तक डरती हैं,
जब तक इन्हें कोई जीवन साथी नहीं मिल जाता,
.
.
.
और यही वो शख्स होता है,
,
जिससे वो सबका बदला लेती है ।

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बीच सडक पर रास्ता रोककर नमाज पढ़ते नमाजियों को पैरो तले कुचलते जाती ये लडकी अब फ्रांस ही नही बल्कि पुरे यूरोप में हीरो बन चुकी है ...
आखिर इन शांतिदूतो की आराधना कैसी है जो ये हजारो लोगो का रास्ता रोककर करते है ?
हजारो लोगो को उनके मंजिल पर जाने से रोककर, मरीजो को अस्पताल जाने से रोककर यदि तुम सडक पर नमाज पढ़ रहे हो तो क्या तुम्हारा अल्लाह तुम्हारी इबादत को स्वीकार कर सकता है ?

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