Sunday 25 January 2015

sanskar


-------------------------------------
Ganesha, Lord of Obstacles. Kashmir, 10th century, Copper alloy, h. cm. 15.2. Los Angeles County Museum.




disfigured murti of Lord Vishnu excavated from the ruins of Avantipur mandir Kashmir that was desecrated by Islamic barbarians in the valley







----------------------------------------------------------
क्यों पहनते थे खड़ाऊ पुरातन काल में ?

पुरातन समय में हमारे पूर्वज पैरों में लकड़ी के खड़ाऊ (चप्पल) पहनते थे। पैरों में लकड़ी के खड़ाऊ पहनने के पीछे भी हमारे पूर्वजों की सोच पूर्णत: वैज्ञानिक थी। गुरुत्वाकर्षण का जो सिद्धांत वैज्ञानिकों ने बाद में प्रतिपादित किया उसे हमारे ऋषि-मुनियों ने काफी पहले ही समझ लिया था।
उस सिद्धांत के अनुसार शरीर में प्रवाहित हो रही विद्युत तरंगे गुरुत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी द्वारा अवशोषित कर ली जाती हैं । यह प्रक्रिया अगर निरंतर चले तो शरीर की जैविक शक्ति(वाइटल्टी फोर्स) समाप्त हो जाती है। इसी जैविक शक्ति को बचाने के लिए हमारे पूर्वजों ने पैरों में खड़ाऊ पहनने की प्रथा प्रारंभ की ताकि शरीर की विद्युत तंरगों का पृथ्वी की अवशोषण शक्ति के साथ संपर्क न हो सके। इसी सिद्धांत के आधार पर खड़ाऊ पहनी जाने लगी। उस समय चमड़े का जूता कई धार्मिक, सामाजिक कारणों से समाज के एक बड़े वर्ग को मान्य न था और कपड़े के जूते का प्रयोग हर कहीं सफल नहीं हो पाया।कालांतर में यही खड़ाऊ ऋषि-मुनियों के स्वरूप के साथ जुड़ गए ।
खड़ाऊ के सिद्धांत का एक और सरलीकृत स्वरूप हमारे जीवन का अंग बना वह है पाटा। डाइनिंग टेबल ने हमारे भारतीय समाज में बहुत बाद में स्थान पाया है। पहले भोजन लकड़ी की चौकी पर रखकर तथा लकड़ी के पाटे पर बैठकर ग्रहण किया जाता था। भोजन करते समय हमारे शरीर में सबसे अधिक रासायनिक क्रियाएं होती हैं। इन परिस्थिति में शरीरिक ऊर्जा के संरक्षण का सबसे उत्तम उपाय है चौकियों पर बैठकर भोजन करना

---------------------------------------------
9th century, Kashmir, Chakrasamvara, brass murti, at the Los Angeles County Museum of Art.

https://m.ak.fbcdn.net/sphotos-c.ak/hphotos-ak-xfp1/v/t1.0-9/10955340_812107115505645_4160866003386821680_n.jpg?oh=d93c7718bb96bb45b55e4790206c167c&oe=555975AE&__gda__=1431606567_8bdfabe0c85cbe9a9fd2884115cc3119


7th century copper alloy murti of Lord Ganesh from Kashmir Region displayed at Los Angeles County Museum... and they still have doubts the Hindu civilisation is the oldest on this planet






--------------------------------------------------
कुछ रोचक जानकारियाँ

1. हमारी धरती पर एक मिनट में छह हजार बार बिजली गिरती है
2. आर्कटिक महासागर विश्व का सबसे छोटा महासागर है
3. अंग्रेज़ी भाषा का सबसे पुराना शब्द है "Town"
5. मगरमच्छ को रंगों की पहचान में कठिनाई होती है
6. हैरानी की बात यह है कि मगरमच्छ अपनी जीभ नहीं हिला सकता है
7. जितनी ऑक्सीजन हम साँस के द्वारा लेते हैं उसका 20 से 25 प्रतिशत हिस्सा हमारा दिमाग इस्तेमाल करता है
8. ऑस्ट्रेलिया ही एकमात्र महाद्वीप है जिसमें एक भी सक्रिय ज्वालामुखी नहीं है
9. हाथी अपनी सूँड में पाँच लीटर तक पानी रख सकता है।
share जरूर करना ताकि और लोग भी पढ सके॥

======================================

धर्म के लिए अपना शीश कटाने वाले वीर बालक हकीकत राय के बलिदान दिवस पर शत शत नमन |

पंजाब के सियालकोट मे सन् 1719 मे जन्‍में वीर हकीकत राय जन्‍म से ही कुशाग्र बुद्धि, धर्म परायण और वीर थे | मुगलो के राज में एक मदरसे मे वह बालक पढता था | एक दिन साथ के कुछ मुस्लिम बच्चे उसे चिडाने के लिए हिंदू देवी देवताओ को गाली देने लगे लेकिन उस सहनशील बालक ने कहा अगर यह सब मैं बीबी फातिमा के लिए कहू तो तुम्हे कैसा लगेगा। इतना सुन कर हल्ला मच गया की हकीकत ने गाली दी, बात बड़ी काजी तक पहुची और फ़ैसला सुनाया गया इस्लाम स्वीकार कर लो या मरो। उस बालक ने कहा मैंने गलत नही कहा मैं इस्लाम नही स्वीकार करूँगा। माता पिता व सगे सम्‍बन्धियों के कहने के यह कहने के बाद की मेरे लाल मुसलमान बन जा तू कम कम जिन्‍दा ता रहेगा। किन्‍तु वह बालक अपने निश्‍चय पर अडि़ग रहा और वसंत पंचमी के दिन ही उस वीर हकीक़त राय को कत्ल कर दिया गया।

No comments:

Post a Comment