Wednesday 7 February 2018

नाम तो इतने अच्छे है पर ये हिन्दुओ से इतनी नफरत कहाँ से लाते है.?
  नाम तो इनके राजदीप है, रविश है, बरखा है, गौरी है, ...  नाम के चक्कर में आप सदियों से ही मुर्ख बनाये जाते रहे है और इसका उदाहरण तो राहुल गाँधी, राजीव गाँधी, सोनिया गाँधी और जवाहर लाल नेहरू है ... ब्रह्माण्ड में "नेहरू" सरनेम , ब्राह्मण तो छोड़िये किसी भी प्रकार के हिन्दू का  "नेहरू" नहीं होता ...ये एक फर्जी सरनेम है, नेहरू कोई "पंडित" नहीं था, नेहरू कोई सरनेम नहीं है
   हम राजदीप सरदेसाई के बारे में  कुछ बताएँगे,  ये महाशय इस्लामिक आतंकियों के प्रति भी इतना नरम और मासूम हिन्दुओ के प्रति भी इतना गरम क्यों रहता है.?

दिलीप सरदेसाई  एक भारतीय क्रिकेट खिलाडी हुआ करता था, जो  1993 में भ्रष्टाचार के मामले में मुंबई में गिरफ्तार भी किया गया था, उस दिलीप सरदेसाई के बच्चों के नाम - राजदीप सरदेसाई और सुनली सरदेसाई, इस राजदीप सरदेसाई की पत्नी का नाम तो सागरिका घोसे है, सुनली सरदेसाई की शादी किस से हुई है ? ये  राजदीप सरदेसाई का सगा जीजा भी है,नाम है - तैमूर बेग,  सरदेसाई का जीजा एक मुस्लिम ही है,  शीला दीक्षित की बेटी, और उसके बेटे संदीप दीक्षित की बहन - उसका शौहर भी मुस्लिम है, वही संदीप दीक्षित जिसे भारतीय सेना के प्रमुख में "गली का गुंडा" नजर आता है !
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

ये चीजें बाहर के लोगो को पता नहीं होती ...
दीपक शर्मा एक हिन्दू एक्टिविस्ट हैं, जो की सोशल मीडिया पर  मशहूर है, दीपक शर्मा  सुदर्शन न्यूज़ के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जहाँ उन्होंने एक बड़ी जानकारी सार्वजानिक की, अपना रिसर्च जारी किया... कहा की मैं कई बार जेल गया हूँ, (बता दें की दीपक शर्मा जेलों में जा चुके है, उनपर भड़काऊ भाषणों के आरोप लगते है जिसके चलते कई बार गिरफ्तारियां भी सेक्युलर प्रशासन द्वारा की गयी है), और वहां पर कैदियों का धर्म देखा जाये ,तो 90% अपराधी मुस्लिम समुदाय से ही है, चाहे चोर, लुटेरे हो, या फिर बलात्कारी भी हो, अगर आप जेल के अंदर जाकर धार्मिक आधार पर कैदियों को देखेंगे तो किसी भी जेल में आपको मुस्लिम ही ज्यादा मिलेंगे, ये चीजें बाहर के लोगो को पता नहीं होती पर जेल में यही हाल है

 भारत में इनकी आबादी कोई 17% के आसपास है पर जेलों में 90% यही है, साफ़ है की ये लोग अपराध में किस प्रकार लिप्त है, सुदर्शन न्यूज़ पर दीपक शर्मा के इस बयान को देखकर हमने दिल्ली के एक वकील से भी बात की, चूँकि वकीलों को भी पता होता है की क्या स्तिथि है, जेलों में कौन लोग जाते है, केस किनपर चलते है, वकील ने भी बताया की दीपक शर्मा की बात में सच्चाई है !
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

जय भीम जय मीम से अब सिर्फ जय मीम, क्यूंकि मीम वाले अब भीम वालो को मिटा देने का ऐलान कर बैठे है, यही तो पाकिस्तान में भी हुआ, बांग्लादेश में भी हुआ, ये जो पाकिस्तान में 1950 में 24% हिन्दू थे, वो असल में अधिकतर दलित ही तो थे, आज सब मिटा दिए गए


और उत्तर प्रदेश के अमरोहा में भी यही हाल देखने को मिला, जहाँ मीमो की संख्या बढ़ते ही भीमो को मिटा दिया जाने लगा, मामला है अमरोहा के गौतम नगर का जहाँ पर दलितों की आबादी अब सिर्फ 1500 बची है, और सभी दलित दहशत में है, कारण ये है की इस इलाके का नाम आज़ादी से पहले से गौतम नगर रहा है, यहाँ दलित जनसँख्या पहले ज्यादा थी, पर धीरे धीरे मुस्लिम जनसँख्या अब ज्यादा हो गयी, तो अब गौतम नगर को इस्लाम नगर बनाया जा रहा है


और इस तरह मीमो ने साफ़ ऐलान कर दिया है, की जय भीम जय मीम तबतक ही जबतक मीमो की संख्या और ताकत ज्यादा नहीं हो जाती, एक बार मीमो की संख्या और ताकत ज्यादा तो जय भीम जय मीम नहीं बल्कि सिर्फ जय मीम और या तो भीम वाले मीम बन जाये या इलाके से फरार हो जाये, और अब गौतम नगर का भी यही हाल है दलितों का कहना है की इस इलाके का नाम हमेशा से गौतम नगर रहा है, पर अब मुसलमान ज्यादा हो गए है तो दुकानों पर साइन बोर्ड लगा रहे है जिसमे गौतम नगर को हटाकर इस्लाम नगर लिख रहे है, और दलितों को डराया भी जा रहा है की वो भी अपने दुकानों पर गौतम नगर न लिखें, बल्कि इस्लाम नगर ही लिखें, हालाँकि प्रशासन ने इलाके के नाम में कोई बदलाव नहीं किया है, ये आज भी गौतम नगर ही है, पर मीम वालो ने संख्या की ताकत के आधार पर भीम वालो को दहशत में डाल रखा है, और गौतम नगर की जगह इस्लाम नगर लिखने का दबाव भी बनाया जा रहा है


पीतम नाम के जिस दलित की तस्वीर आप ऊपर देख रहे है, उसकी उम्र 55 से ज्यादा है, उसका कहना है की इस इलाके का नाम हमेशा से गौतम नगर रहा है, उसके जन्म से भी पहले से इलाके का नाम गौतम नगर रहा है पर अब मुसलमान यहाँ ज्यादा हो गए है और वो गौतम नगर नहीं बल्कि इस्लाम नगर बना रहे है, पीतम का कहना है की दलितों पर भी अत्याचार किया जा रहा है, और गौतम नगर की जगह इस्लाम नगर बोलने का दबाव बनाया जाता है, दलितों में खौफ है क्यूंकि उनके साथ मारपीट भी की जाती है, और अब तो ये हाल है की या तो दलित धर्मांतरण कर मुसलमान बन जाये या फिर इलाके से पलायन कर जाये





No comments:

Post a Comment