Thursday 10 May 2018

ये है लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ? .बिकाऊ मीडिया  दोगला पंथी पर उतर गया है, क्योंकि मोदी सरकार में इनकी दलाली बंद हो गयी है!!
ये है लोकतंत्र का चौथा स्तंभ जिसकी जिम्मेदारी है देशहित में लोगो देश विदेश की सहि और सच्ची खबरे पढ़ने को मिले लेकिन इस दैनिक भास्कर का कृत्य देखिए ये देश का सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाला अखबार है और इनसे निष्पक्षता की अपेक्षा की जाती है लेकिन इस अखबार में आनेवाली खबरे पढ़कर इनकी निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लगाती है अब ऐसा आभास होने लगा कि ये अखबार निष्पक्ष पत्रकारिता से ज्यादा राजनीतिक पार्टियों के पक्ष लेकर कार्य करता है . इस अखबार की देश को तोड़ने वाली इस हरकत को देखिए.
इस अखबार में मोदी के 4 साल के काम का सर्वे कराया जा रहा है उसका प्रश्न न.6 को देखिए
प्रश्न: मोदी ने किसका भरोसा तोड़ा??
1-मुस्लिमो का
2-किसानों का
3-गरीबो का
4-युवाओं का
5-दलितों का
6-व्यापारियो का
7-आम नागरिकों का
8-महिलाओ का
इसमें दलितों और मुस्लिमो का क्या होता है??क्या ये देश के नागरिक नही है? क्या इनके युवा नही है??क्या इनकी महिलाएं नही है? फिर इसमें सिख,पारसी,जैनी,क्यो नही? और बाकी के है उनका क्या? मनमोहन सिंह के भ्रष्ट 10 सालो में कितने सर्वे करवाये?
सवाल कुछ ऐसा होना चाहिए था ,मोदी के आने से सबसे अधिक कौन परेशान है 
१-खबरंडी मिडिया 

२-अफजल गैंग 
३-हलाला गैंग 
४-बडी बिंदी गैंग 
५-नक्सली और आतंकी गैंग 
६-भ्रष्टाचारी गैंग 
या 
७-ऊपरोक्त सभी
रमेश अग्रवाल जी के निधन के बाद दैनिक भास्कर का वर्तमान प्रबन्धन उनके जो बेटे देख रहे है वो कट्टर मोदी विरोधी है ।
दैनिक भास्कर ने मोदी के सपोर्ट की वजह से ही देश मे लोकप्रियता अर्जित की व अब यह अखबार अपनी असलियत पर आ गया है ।
मै जून2018 से इस अखबार को बंद करके नईदुनिया लगा रहा हूँ ।
आप सभी को भी चाहिए कि जो अखबार हमारे विचारों के विपरीत गलत खबरे हमारे पैसो से खरीदे अखबार में परोसे तो मुझे नही लगता कि उस अखबार को नियमित रूप से पढ़ना चाहिए ...निष्पक्षता भी कोई चीज होती है ।


अब देखिए, ये भारतीय मीडिया कितना फेक है बनावटी है
ये है खालिद समीर:-
ये एक ऐसे #Random_Person हैं जो NDTV Aajtak और कई मीडिया चैनल की Public Debate में भीड़ के बीच में बैठे रहते हैं और जब आम जनता से सवाल पूछा जाता है तो TV का पत्रकार भीड़ में से हर बार Randomly इन Mr. Random को माइक पकड़ा देती हैऔर फिर ये TV चैनल द्वारा दिये गए सवालों को पैनलिस्ट से पूछते हैं और हमेशा इनका निशाना BJP का बंदा ही होता है और कभी ये Opposition के बंदे से सवाल नहीं पूछते

 इनकी FB Profile वायरल हो गई है और इनकी बहुत सारी फोटोज़ थी Mr. Ravish Kumar के साथ, Mr. Asaduddin Owaisi के साथ लेकिन प्रोफाइल वायरल होते ही जनाब ने ओवैसी और रविश कुमार के साथ वाली सारी फोटोज़ FB से हटा ली और अपनी प्रोफाइल में भी कुछ Changes किये हैं
और हाँ ... जनाब अपने आप को Mass Communication का स्टूडेंट बताते है !

ये मीडिया ट्रायल
स्वतंत्रताप्राप्ति से पूर्व मीडिया ने देशभक्ति की मशाल जलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी लेकिन वर्तमान मीडिया बहुत ही धनलोलुप हो गई है । पैसे और TRP पाने के लिए हर मुद्दों पर अपनी राय रखकर फैसलों को प्रभावित कर रही है।


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