ब्रिटेन और अमेरिका में काफी बहस चल रही थी की जानवरों को काटने का हलाल और झटका दोनों में से कौन सा तरीका सही है जिसमें जानवरों को दर्द का अनुभव नही होता ...दोनों देशो ने इस बारे में एक खास वैज्ञानिक दल का गठन किया और उस दल ने साबित किया की हलाल में जानवरों को बहुत दर्द होता है और उनके मांस को खाने के लायक नही नही रहता क्योकि दर्द और पीड़ा से उनके मांस में बहुत से नुकसानदायक हारमोंस मिल जाते है |
हलाल में जानवरों की श्वास नली को धीरे धीरे काटा जाता है ... लेकिन जानवर ब्रेनडेड नही होता . जबकि झटका में एक झटके में उसके गर्दन को काट दिया जाता है जिससे जानवर को दर्द का एहसास तक नही होने पाता |
इस रिसर्च को विश्व की प्रतिष्ठित अख़बार "द विक" ने भी छापा है | और इस रिपोर्ट ने बाद ब्रिटेन ने अपने देश में हलाल मीट बेचने और जानवरों को हलाल करने पर रोक लगा दी है ...
http://www.theweek.co.uk/ politics/19151/ proof-pain-leads-calls-ban-ritu al-slaughter
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एक दिन डिस्कवरी पर जेनेटिक
बीमारीयों से सम्बन्धित एक
ज्ञानवर्धक कार्यक्रम देख रहा था ... उस
प्रोग्राम में एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने
कहा की जेनेटिक बीमारी न
हो इसका एक ही इलाज है और वो है
"सेपरेशन ऑफ़ जींस" ..मतलब अपने
नजदीकी रिश्तेदारो में विवाह
नही करना चाहिए ..क्योकि नजदीकी
जींस सेपरेट नही हो पाता और जींस
लिंकेज्ड बीमारियाँ जैसे
हिमोफिलिया, कलर ब्लाईंडनेस, और
एल्बोनिज्म होने की १००% चांस
होती है ..
फिर मुझे बहुत ख़ुशी हुई जब
उसी कार्यक्रम में ये
दिखाया गया की आखिर हिन्दूधर्म में
करोड़ो सालो पहले जींस और डीएनए के
बारे में कैसे लिखा गया है ? हिंदुत्व में
कुल सात गोत्र होते है और एक गोत्र के
लोग आपस में शादी नही कर सकते
ताकि जींस सेपरेट रहे | उस वैज्ञानिक
ने कहा की आज पुरे विश्व
को मानना पड़ेगा की हिन्दूधर्म
ही विश्व का एकमात्र ऐसा धर्म है
जो विज्ञान पर आधारित है ..
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हलाल में जानवरों की श्वास नली को धीरे धीरे काटा जाता है ... लेकिन जानवर ब्रेनडेड नही होता . जबकि झटका में एक झटके में उसके गर्दन को काट दिया जाता है जिससे जानवर को दर्द का एहसास तक नही होने पाता |
इस रिसर्च को विश्व की प्रतिष्ठित अख़बार "द विक" ने भी छापा है | और इस रिपोर्ट ने बाद ब्रिटेन ने अपने देश में हलाल मीट बेचने और जानवरों को हलाल करने पर रोक लगा दी है ...
http://www.theweek.co.uk/
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एक दिन डिस्कवरी पर जेनेटिक
बीमारीयों से सम्बन्धित एक
ज्ञानवर्धक कार्यक्रम देख रहा था ... उस
प्रोग्राम में एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने
कहा की जेनेटिक बीमारी न
हो इसका एक ही इलाज है और वो है
"सेपरेशन ऑफ़ जींस" ..मतलब अपने
नजदीकी रिश्तेदारो में विवाह
नही करना चाहिए ..क्योकि नजदीकी
जींस सेपरेट नही हो पाता और जींस
लिंकेज्ड बीमारियाँ जैसे
हिमोफिलिया, कलर ब्लाईंडनेस, और
एल्बोनिज्म होने की १००% चांस
होती है ..
फिर मुझे बहुत ख़ुशी हुई जब
उसी कार्यक्रम में ये
दिखाया गया की आखिर हिन्दूधर्म में
करोड़ो सालो पहले जींस और डीएनए के
बारे में कैसे लिखा गया है ? हिंदुत्व में
कुल सात गोत्र होते है और एक गोत्र के
लोग आपस में शादी नही कर सकते
ताकि जींस सेपरेट रहे | उस वैज्ञानिक
ने कहा की आज पुरे विश्व
को मानना पड़ेगा की हिन्दूधर्म
ही विश्व का एकमात्र ऐसा धर्म है
जो विज्ञान पर आधारित है ..
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