Thursday, 9 May 2013

वन्दे मातरम न गाना भी इसी मास- हिस्टीरिया का हिस्सा है |

राजन त्रिपाठी
ऋतिक रोशन ने मुसलमान लड़की से शादी की है ,
मौलवियों में ताकत हो तो उसके खिलाफ
फतवा जारी करके दिखाए | अब्दुल कलाम अपने साथ
भग्वदगीता की प्रति रखते हैं , इन कठमुल्लों में ताकत
हो तो उन्हें छूकर दिखाएं | मित्रों , दरअसल यह फतवे और
फरमान अनपढ़ , गरीब और धर्मांध मुसलमानों पर राज
करने के लिए होते हैं | कुछ मिएँ पीढ़ी दर
पीढ़ी अपनी बादशाहत कायम रखने के लिए ऐसे
मुसलमानों को हिन्दुओं का डर दिखाकर अपना साम्राज्य
फैलाना चाहते हैं | सऊदी अरबिया के मुसलमान
पाकिस्तानी और यहाँ के मुसलमानों को अपने पास तक
नहीं बिठाते हैं | अगर कोई मुसलमान विद्यार्थी पढ़-
लिखकर इनकी गधे सरीकी बातों पर यकीं नहीं करता, तब
भी समाज से बेदखल होने के डर से चुप रहता है | कुल
मिलाकर इनके अन्दर का इंसान सोया ही रहेगा | वन्दे
मातरम न गाना भी इसी मास-
हिस्टीरिया का हिस्सा है


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इस्लाम मे वन्देमातरम बोलना नजाइज है एक बार मान लेते है.....

पर क्या इस्लाम आरक्षण लेना जाइज़ है?

हज़ के लिए सब्सिडी जाइज़ है?

अल्पसंख्यक (हा हा हा ) होने के नाते सुविधा की खैरात लेना जाइज़ है?


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अगर वन्देमातरम से मुस्लिमो की भावनायेँ आहत होती है तो अजान और सड़कोँ पर नमाज से हम हिँदूओँ की तो सबसे पहले नमाज ,अजान और कुरान पर बैन लगना चाहिए॥

(वैसे मेरे किसी मुस्लिम मित्र की भावना आहात नहीं होती है , देशप्रेमी मुस्लिम भाई अन्यथा ना ले )


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वन्दे मातरम्!!
यानि मैं मातृभूमि की वंदना करता हूँ...
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अगर इतनी ही परेशानी है इस भूमि से इसमें दफन होना छोड दो....

सच्ची बात है कि नहीं ??

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