Thursday 16 May 2013


-:- .............. जागो ग्राहक जागो .............. -:-
सब "बकवास" है, सब "झूठ" है ! कौन है ये उपभोक्ता ?
ज़रा गौर करे ..
च्वनप्राश में सोना चांदी, पान मसाले में सोना चांदी
(जिसे खा कर थूक देते है)
शर्बत में "केसर बादाम", कांच की "बोतल" में है आम
साल भर (बारह महीने हाज़िर)
फेसपैक में पपीता सेब बादाम, साठ रूपये का एक रुमाल
और भैया "कपडे धोने" का "पाउडर" में " नींबू " की ताजगी
यहाँ "नकली" मिलती है दवा और चिप्स के पैकट में भरी हवा
यहाँ साबुन में दूध मलाई मिलती है और दूध में सल्फर, सलेरी
सत्यानाश हो तुम्हारा ManKind`s वालो 'निरोध' में भी अब
चाकलेट और स्टाबरी "फलेवर" ! ..
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