Thursday 24 August 2017

तीन तलाक पर जजों के बने पैनल में मुस्लिम जज के फैसले और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से एक चीज तो साबित हो गई कि मुसलमान चाहे उपराष्ट्रपति हो या सुप्रीम कोर्ट का जज हो या इंजीनियर हो या डॉक्टर हो या पंचर बनाने वाला है उसकी सोच एकदम संकुचित घृणित और सिर्फ इस्लाम के इर्द-गिर्द ही रहेगी वह कभी इंसानियत मानवता आदि के बारे में नहीं सोच सकता...
Jitendra Pratap Singh
..........................................................................

No comments:

Post a Comment