Thursday 8 February 2018

रामफल.........
हम अमूमन उन्हीं फल-फूलों से वाकिफ होते हैं जिनका रोज या अकसर उपयोग करते हैं। अपनी सेहत या स्वास्थ्य की दृष्टि से सेब, अनार, अंगूर, संतरा आदि फलों की खरीदी करते हैं। इनके अलावा आम, अमरूद, सीताफल, जामुन आदि का सेवन करते हैं जो कि मौसमी फल हैं और बहुतायत से ग्रामीण अंचलों में पाए जाते हैं। ग्रामीण यहां शहर में बेचने के लिए लाते हैं। उपरोक्त फलों के अलावा सैकड़ों प्रजाति के और फल हैं जो गांवों में पाए जाते हैं और जिनका स्वाद खट्टा और मीठा होता है, जो स्वास्थ्य के नजरिये से लाभदायक तो होता ही है, साथ ही विभिन्न प्रकार की बीमारियों में औषधि के रूप में भी काम आता है। इन्हीं फलों के बीच में रामफल भी है जिसके बारे में अधिकांश लोग ज्यादा नहीं जानते। पिछले दिनों मैं एक विवाह समारोह में शामिल होने मामाजी के गांव खोरपा (अभनपुर ब्लॉक) गया था। वहां मामाजी के घर और बाड़ी में रामफल के तीन वृक्ष हैं। इन दिनों तीनों वृक्षों में खूब फल लगे हैं। हू-ब-हू सीताफल जैसे दिखने वाले इन फलों का बाहरी आवरण चिकना होता है। इसका गुदा खट्टा-मीठा और कसैला होता है। वैसे तो हर फल औषधि के काम आता है लेकिन रामफल के बारे में कहा जाता है कि यह कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के लिए फायदेमंद है।

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