Friday 3 May 2013

आप भी सुन सकते हैं मुर्दों की बातचीत

आप भी सुन सकते हैं मुर्दों की बातचीत
क्या आपने कभी सुना है कि मरे हुए लोग आपस में बातें कर सकते हैं?

क्या कोई जीवित इंसान किसी मुर्दे की बातचीत सुन सकता है?

यह सुन कर आपको कुछ अटपटा तो लगा होगा लेकिन दुनिया भर में कई ऐसे लोग भी हैं जो मृतक मुर्दों से बातचीत करने का दावा करते हैं। ऐसा दावा करने वालों का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक वॉयस प्रोजेक्शन (ईवीपी) रेडियो उपकरणों के इस्तेमाल से मृत लोगों से बातचीत हो सकती है।

इस कहानी की शुरुआत 1969 में हुई जब एक अधेड़ लातवियन डॉक्टर ने रिकॉर्ड किए हुए टेप पेश किए। ईवीपी ने ये टेप इंग्लैंड के बकिंगमशयर के गांव जेरार्ड क्रॉस में दिखाए थे।

उनके मुताबिक उस रिकॉर्डिंग में करीब 72,000 मुर्दों की आवाजें कैद थीं। कोनस्टैनटिन रॉडिवे के ये टेप अब भी जेरार्ड क्रॉस में मौजूद हैं। उन्होनें इस किताब को छापने के लिए पहले इसकी छानबीन की। और फिर स्मिथ को उसके प्रयासों का फल मिला। जिस किताब की खोज में उसने इतना इंतजार किया आखिर एक दिन वो किताब छप ही गई और ईवीपी के बारे में सारी दुनिया को पता चल गया। पहले मृतकों की बातें सुनने के लिए स्लेट पर लिखने और एक्टोप्लाज्म जैसे अजीब तरीके थे।मगर ईवीपी की आधुनिक तकनीक ने 20वीं सदी को अध्यात्मिकता से जोड़ दिया। आज इंटरनेट से जुड़े सैकड़ों ईवीपी फोरम हैं जिन पर पढ़े-लिखे और गंभीर किस्म के लोग आत्मा से बात करने आते हैं। लोगों का कहना है कि मृत आत्माएं उनसे बात करती हैं। ऐसी ही एक हस्ती अनाबेला कारडोसे है जो स्पेन की रहने वाली है। वे कहती हैं कि मैंने जिन आवाजों को टेप किया है, वे कोई साधारण आवाजें नहीं हैं। वे मृत मुर्दों की बातें हैं।

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