Wednesday 4 March 2015

फरहान अख्तर, आयुष्मान खुराना और रिचा चड्ढा समेत कई ‪#‎बॉलीवुड‬ हस्तियों ने# महाराष्ट्र में ‪#‎गोमांस‬ पर लगे प्रतिबंध का विरोध करते हुए मंगलवार को इसे ‘‪#‎मानवाधिकारों‬ का उल्लंघन’ बताया।
राज्य में गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने से जुड़ा विधेयक कई सालों से अटका हुआ था। इसे सोमवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंजूरी दे दी।
फिल्म निर्देशक ओनिर ने ट्विटर पर लिखा, ‘गोमांस पर प्रतिबंध मानवाधिकारों का उल्लंघन है। मैं क्या खाऊं यह सरकार तय नहीं कर सकती। लगता है कि भारत का ‘लोकतांत्रिक’ संविधान विविधता सुनिश्चित नहीं करता। गोमांस पर प्रतिबंध इसका निराशाजनक परिचायक है।’
रिचा ने कहा, ‘मैं शाकाहारी हूं। और गोमांस पर प्रतिबंध सांप्रदायिक राजनीति है।’ स्टैंड अप कॉमेडियन वीर दास ने राजनेताओं पर निशाना साधते हुए, ‘प्रिय सरकार आइए गोमांस के साथ दांतों पर प्रतिबंध लगाते हैं। हम ऊबली सब्जियों पर जी सकते हैं और इस तरह आपके नेता नफरत फैलाने वाला भाषण नहीं दे सकेंगे।’
अभिनेता रणवीर शौरी ने ट्विटर पर लिखा, ‘खाने पर प्रतिबंध लगाना बंद करें। शुक्रिया।’ फरहान ने ट्वीट किया, ‘तो अब महाराष्ट्र में आपको किसी से शिकायत (बीफ) हो सकती है लेकिन आप किसी के साथ बीफ (गोमांस) खा नहीं सकते (यू कैन हैव बीफ (शिकायत) विद समवन, बट यू कांट हैव बीफ विद समवन)।’ निर्देशक शिरीष कुंदरा ने लिखा, ‘गायों को अगर अगले चुनाव में मतदान का अधिकार दे दिया जाए, तो हैरान मत होना।’ आयुष्मान ने विशाल भारद्वाज की फिल्म ‘कमीने’ के तोतले किरदार से प्रेरणा लेते हुए लिखा, ‘बीफ फाल बाद ‘कमीने’।’ फिल्म में शाहिद कपूर का किरदार स को फ बोलता था।
http://zeenews.india.com/…/bollywood-criticises-ban-…/249871

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एक फ़िल्मी भांड ने कानून पर मजाक उड़ाते हुए लिखा, 'चौंकिए मत, अगर अगले चुनाव में गायों को मतदान का अधिकार भी दे दिया जाए।' 
कुछ भांड दोगले कह रहें हैं 'यह प्रतिबंध मानवाधिकारों का हनन है। सरकार यह कैसे तय कर सकती है कि मुझे क्या खाना है।' 
गांधी का कपूत कह रहा है ये अल्पसंख्यकों के साथ साथ चमड़ा उधोग के साथ जुड़े व्यापारियों को धोखा है,,,

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