Tuesday 29 March 2016

मेघालय का मावल्यान्नॉंग गांव भारत ही नहीं, पूरे एशिया में सबसे खास है। इसके कई कारण हैं, जैसे यह पूरे एशिया का सबसे साफ-सुथरा गांव है।

भारत के पूर्वोत्तर मेंं स्थित छोटे से राज्य मेघालय के नाम यूं तो दुनिया में कर्इ रिकॉर्ड हैं, लेकिन यहां का मावल्यान्नॉंग गांव, पूरे एशिया में खास है। इसका कारण है, यह पूरे एशिया का सबसे साफ-सुथरा गांव है। इस गांव का लिटरेसी रेट 100 फीसदी है, यानी यहां के सभी लोग पढ़े-लिखे हैं। इतना ही नहीं, इस गांव में ज्यादातर लोग सिर्फ अंग्रेजी में ही बात करते हैं।
इस गांव को अंतरराष्ट्रीय तौर पर एशिया के सबसे साफ गांव के लिए पुरस्कार भी मिल चुका है। इसी के साथ यहां टूरिस्ट्स के लिए कई अमेंजिग स्पॉट हैं, जैसे वाटरफॉल, लिविंग रूट ब्रिज (पेड़ों की जड़ों से बने ब्रिज) और बैलेंसिंग रॉक्स (ये पहाड़ियों के बीच ऐसे रॉक होते हैं, जिससे आने-जाने के लिए संतुलन बना रहता है) भी हैं। ये यहां आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का बहुत बड़े केंद्र हैं।

यहां के बगीचों को भगवान का गार्डन भी कहा जाता है। यह गांव 2003 में एशिया का सबसे साफ और 2005 में भारत का सबसे साफ गांव बना। इस गांव पर एक डॉक्युमेंट्री भी बनाई गई थी ।

कूड़ेदान को भी आकर्षक रूप दिया है जो की काफी आकर्षक भी है 

जहाँ एक और सफाई के मामले में हमारे अधिकांश गाँवो, कस्बों और शहरों की हालत बहुत खराब है, वहीं यह एक सुखद, आश्चर्य की बात ये है कि एशिया का सबसे साफ़ सुथरा गाँव भी हमारे देश में है। यहाँ बेकार सामान को बाँस से बने कचरा पात्रों में डाला जाता है और इसको एक गड्डे में डालकर उसकी खाद तैयार की जाती है। ट्रेवल पत्रिका डिस्कवर इंडिया ने वर्ष २००३ में इस गाँव को एशिया में सबसे स्वच्छ बताया था।

यहां सुपारी की खेती आजीविका का मुख्य साधन है। यहां लोग घर से निकलने वाले कूड़े-कचरे को बांस से बने डस्टबिन में जमा करते हैं और उसे एक जगह इकट्ठा कर खेती के लिए खाद की तरह इस्तेमाल करते हैं। 

एक झलक: मेघालय
– दुनिया में सबसे अधिक बारिश इसी स्टेट में होती है।मौसिनराम विलेज सालभर पानी की बौछारें सहता है।
– इस राज्य में इंडिया के बेस्ट झरने हैं। नोहकलार्इ वॉटरफॉल्स दुनिया के खूबसूरत झरना में शुमार है।
– हरियाली और जंगल का विकास करने में मेघालय अव्वल है।
मेघालय के सभी शानदार अट्रैक्शन घूमने के लिए
 










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