Thursday, 6 February 2014

गोबर गैस का सिलिंडर LPG से तीन गुना सस्ता होगा .......



गोबर गैस का सिलिंडर LPG से तीन गुना सस्ता होगा .......
कांग्रेस ने LPG सिलिंडरो का दाम 220/- बढाकर 1264/- पहुचाकर गो-ह्त्या रोकने में बहुत बड़ा योगदान दिया क्योकि अब गोबरगैस को सिलिडरों में भरने के लिए गायो को ज़िंदा रखना ही होगा.

मोदी ने एक साथ हजारो गायो को रखने के लिए “गो-अभ्यारण्य” बनाने की शुरुआत गुजरात से किया है जिससे देश में एक बार फिर दुध की नदी बहाया जा सके, यहाँ पर खुब्ब दूध देने वाले गीर जैसे गायो का खूब विकास किया जाएगा और उसकी नस्ल को पुरे भारत में सस्ते दाम में बेचा जायेगा जिससे लोगो को रोगी जर्सी/ फ्रीजियन गाये न पालनी पड़े, गीर गाय पुरे भारत के लिए उपयोगी हौर बीमार नहीं होती हैं,

गायो के गोबर से गोबर गैस पैदा करके उसे सिलिंडर में भरकर CNG/LPG जैसा बाज़ार में बेचकर पैसा कमाया जाएगा जो LPG से कई गुना सस्ता होगा. गोबर गैस से खाना भी बन सकता है और इंजन भी चल सकता है.

गोबर गैस प्लांट से निकालने वाला कम्पोस्ट सामान्य गोबर से कई गुना उर्वर होता है जिससे खेती को पानी कम लगता है और जबदस्त फसल होगी और खेती में जहरीली खाद डालने की आवश्यता नहीं होगी. ये गोबर का कम्पोस्ट पठारी क्षेत्रो में पेड़ लगाने के लिए बहुत बढ़िया काम करता है.

गोमूत्र से दवाये और सौन्दर्य प्रसाधन के बहुत सारे उत्पाद बनाये जा सकते हैं और खेती के कीटनाशक गोबर के साथ मिलकर बनाए जाते हैं जो कृषि –क्रांति के लिए अहम् भूमिका निभा सकते हैं.

गो-अभ्यारण्य में अनुपयोगी जानवर भी बेचे जा सकेंगे जिससे गो-ह्त्या रुक जायेगी, हलाकि मोदी का यह प्लान उन पापियों को रास नहीं आयेगी जो निरीह गायो को मारकर उनका मांस निर्यात करके खूब कमाई कर रहे हैं.

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6 साहीवाल गाय पालकर कमाए 1,35,000/- महीने.........यदि आपके पास दो एकड़ खेती है और आपके घर वाले मेहनत करके खाने में विश्वास करते हैं तो सबको रोजगार और सबका विकास गाय ही कर देगी.

साहिवाल और गीर गाय कम से कम 6 पालिए, पुरे खेत में हरा चारा बो दीजिये, यदि आपके पास 6 गाय हैं तो हमेशा 5 गाय दूध देती रहेगी क्योकि ये गाये बच्चा देने के 1 महीने पहले तक स्वाद में बढ़िया दूध देती ही रहेगी लेकिन्थिक होगा की दूध निकलना 50 दिन पहले ही बंद कर देवे. ये गाये औसत 20 लीटर देगी क्योकि गीर ज्यादा दूध देती हैं और साइज़ में भी बड़ी होती हैं. साहिवाल का दूध तो कम ही नहीं होता है लगातार उतना ही दूध देती हैं.

यूपी में गाव में दूध 28/- रुपये लीटर हैं इस हिसाब से रोज 5 गाय x 20 लीटर दूध x 28/- लीटर x 30 दिन = 84,000/- महीने लगातर घर पर रहते हुए. यदि आप इसी दूध में एक तिहाई पानी मिलकर बेचे और शहर में बेचे तो 30 /- लीटर के हिसाब से 5x 20 x1.5 गुना x 30/- x 30 दिन = 1,35,000/- महीने की कमाई हुई और शहर में तो सुद्ध 40/- रुपये किलो है और दूध हमेशा चाहिए.

भारत की पहली दुग्ध क्रांति को देखने के बाद अमेरिका ने भारत की सभी दुधारू नस्लों को मिटाने के लिए "सहायता साजिस" का उपयोग किया, गीर गाय और साहिवाल गायो को इम्पोर्ट कर लिया और भारत को जहरीला दूध देने वाली जर्सी और फ्रीजियन गायो का सिमेंन देने का समझौता कर दिया. परिणाम, हर गाव में देशी गायो को कटाने के लिए भिजवाया और छुट्टा घुमाते साडो को लोग ऐसे ही खा गए. इसमें कांग्रेस का बहुत बड़ी भूमिका रही.

अब मोदी गीर गाय को भारत के हर घर में भेजने के लिए विशेष कार्य शुरू किये हैं जिसका असर 2 साल बाद दिखेगा. राहुल के दिमाग में यह बात कभी नहीं आयेगी क्योकि ये “महिला सशक्तिकरन” के आगे सोच ही नहीं सकते.........मोदी लावा- देश बचावा.........
--Sanjay Kumar Maurya-Ayodhya

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