Thursday, 25 September 2014

1. कितने हिन्दू भाइयों को ही क्या मुसलमानो को भी ये न
पता होगा की पैगम्बर सिकंदर के 500 साल बाद पैदा हुए था।
2. भारत को छोड़ पूरे संसार में रमजान को"रामदान"कहते है, आप गूगल पर भी देख सकते हैं । भारत में अपनी नक़ल छुपाने को इन्होने इसे "रमजान" कर दिया | इस्लाम के पवित्र महीना रमजान संस्कृत शब्द"रामज्ञान"का अपभ्रंस है । और मक्का में विश्वप्रसिद्ध शिव लिंग भी था और अभी भी है और ये मुस्लिम हज के समय इस शिवलिंग को ही सज़दा करते हैं।
3. मुहम्मद के चाचा एक हिन्दू थे और अरब में भी आर्य संस्कृति का प्रभाव बहुत
था। मुहम्मद के चाचा ने एक पुस्तक भी लिखी थी"शायर उल
ओकुल "जिसमें हिन्दू संस्कृति की भूरी भूरी प्रसंसा थी |
बाद में मुहम्मद के बदमाशों ने उन्हें मार दिया था |
4-"मुसलमानो का "नमाज"भी संस्कृत के नमत शब्द से बना है जिसका अर्थ है झुकना | 
5- मुसलमानो की दिन में ५ बार नमाज हमारे वेदों के"पञ्च महा यज्ञ"की ही नक़ल है |
6-मुसलामानों का त्यौहार "शब्बेरात"शिवरात्री का ही अपभ्रंस है |
7-*नमाज के पहले ५ अंगों को धुलना वेदों के"शरीर शुद्ध्यर्थं पंचांग
न्यासः"का ही नियम है |
8-ईद उल फितर भी हिन्दुओं के पित्री पक्ष
की नक़ल है और ईद उल फ़ित्र में मुसलमान अपने
पुरखों को ही याद करते हैं |
9-नक़ल यहीं बंद नहीं हुई : गर्भा बना काबा, पुराण
बना कुराण, संगे अश्वेत बना संगे अस्वाद, हमारा मलमास बना सफ़र मास, रवि से उनका रबी महिना, उनका ग्यारहवी शरीफ हमारे एकादशी की ही नक़ल है| गृह से ही उनका गाह शब्द बना ईदगाह , दरगाह
*********** बस नक़ल करने वाले बंदर निकले और सब गड़बड़ हो गया!!

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