अंजनहारी (गुहेरी )-
आँखों की दोनों पलकों के किनारों पर बालों (बरौनियों) की जड़ों में जो छोटी-छोटी फुंसियां निकलती हैं,उसे ही अंजनहारी,गुहेरी या नरसराय भी कहा जाता है | कभी-कभी तो यह मवाद के रूप में बहकर निकल जाती है पर कभी-कभी बहुत ज़्यादा दर्द देती है और एक के बाद एक निकलती रहती हैं | चिकित्सकों के अनुसार विटामिन A और D की कमी से अंजनहारी निकलती है | कभी-कभी कब्ज से पीड़ित रहने कारण भी अंजनहारी निकल सकती हैं |
अंजनहारी का विभिन्न औषधियों से उपचार-
१- छुहारे के बीज को पानी के साथ घिस लें | इसे दिन में २-३ बार अंजनहारी पर लगाने से लाभ होता है |
२- तुलसी के रस में लौंग घिस लें | अंजनहारी पर यह लेप लगाने से आराम मिलता है |
३- हरड़ को पानी में घिसकर अंजनहारी पर लेप करने से लाभ होता है |
४- आम के पत्तों को डाली से तोड़ने पर जो रस निकलता है,उस रस को गुहेरी पर लगाने से गुहेरी जल्दी समाप्त हो जाती है |
५- प्रतिदिन सुबह-शाम ३-३ ग्राम त्रिफला चूर्ण को,हलके गर्म पानी के साथ सेवन करने से अंजनहारी निकलनी बंद हो जाती हैं |
६- इमली के बीज को पानी में घिस लें | इस लेप को अंजनहारी पर लगाने से बहुत लाभ होता है |
आँखों की दोनों पलकों के किनारों पर बालों (बरौनियों) की जड़ों में जो छोटी-छोटी फुंसियां निकलती हैं,उसे ही अंजनहारी,गुहेरी या नरसराय भी कहा जाता है | कभी-कभी तो यह मवाद के रूप में बहकर निकल जाती है पर कभी-कभी बहुत ज़्यादा दर्द देती है और एक के बाद एक निकलती रहती हैं | चिकित्सकों के अनुसार विटामिन A और D की कमी से अंजनहारी निकलती है | कभी-कभी कब्ज से पीड़ित रहने कारण भी अंजनहारी निकल सकती हैं |
अंजनहारी का विभिन्न औषधियों से उपचार-
१- छुहारे के बीज को पानी के साथ घिस लें | इसे दिन में २-३ बार अंजनहारी पर लगाने से लाभ होता है |
२- तुलसी के रस में लौंग घिस लें | अंजनहारी पर यह लेप लगाने से आराम मिलता है |
३- हरड़ को पानी में घिसकर अंजनहारी पर लेप करने से लाभ होता है |
४- आम के पत्तों को डाली से तोड़ने पर जो रस निकलता है,उस रस को गुहेरी पर लगाने से गुहेरी जल्दी समाप्त हो जाती है |
५- प्रतिदिन सुबह-शाम ३-३ ग्राम त्रिफला चूर्ण को,हलके गर्म पानी के साथ सेवन करने से अंजनहारी निकलनी बंद हो जाती हैं |
६- इमली के बीज को पानी में घिस लें | इस लेप को अंजनहारी पर लगाने से बहुत लाभ होता है |
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