Tuesday 23 September 2014

क्या भारत की सुरक्षा व्यवस्था की पीठ में छूरा घोंपने का इससे बेशर्म और बेरहम उदाहरण कुछ और हो सकता है.? 
ख़ुफ़िया एजेंसियों की स्पष्ट रिपोर्टों के बावजूद देश का गृहमंत्री धृतराष्ट्र क्यों बना हुआ है.? और इस पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार क्यों नहीं करवा रहा है.? 
पश्चिम बंगाल वाली ममता बनर्जी ने अहमद हसन उर्फ़ इमरान नाम के एक ऐसे पाकिस्तानी हरामज़ादे को अपनी पार्टी से देश के सर्वोच्च सदन राज्यसभा का सदस्य बनवा दिया है जो मूलतः पाकिस्तानी नागरिक है. और जो 1971 के भारत पाक युद्ध से पहले पाकिस्तानी जासूस घुसपैठिये के रूप में भारत में घुस आया था. 
(तब बांग्लादेश नहीं बना था). अहमद हसन उर्फ़ इमरान भारत में आतंकी संगठन सिमी का महत्वपूर्ण सदस्य बनकर खूब सक्रिय रहा है. सिर्फ यही नहीं, अहमद हसन उर्फ़ इमरान उस हत्यारे राक्षस बाप का कपूत भी है जो पूर्वी पाकिस्तान में हिंदू बुद्धिजीवियों विचारकों को चुन चुन कर मौत के घाट उतारने के लिए बहुत कुख्यात हुआ था.

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