Friday 6 February 2015

एक नजर परिवार के कारनामोँ पर--
इंदिरा गाँधी के रास्ते में आने वाले लाल बहादुर
शास्त्री की ताशकंद में रहस्यमय हालत में मौत
हो गयी .?
नेहरु के लिए खतरा बन रहे श्यामा प्रशाद
मुखर्जी और दीन दयाल उपाध्याय की हत्या
कर दी गयी और पुलिस ने आज तक इस
साजिश से पर्दा नहीं उठाया ?
राजीव गाँधी के लिए चुनौती बन रहे बीर
बहादुर
सिंह की पेरिस में मौत हो गयी .
जबकि उनको ह्रदय
की कोई समस्या नही थी ?
सोनिया गाँधी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष
का चुनाव लड़ने की दो लोगो ने हिम्मत की ..
राजेश पाइलट और जितेन्द्र प्रशाद ..
राजेश पाइलट की कार
को एक रहस्यमय ट्रक ने टक्कर मारकर गायब
हो गया .और जितेन्द्र प्रशाद बरेली के सर्किट
हॉउस में मर गए ??
इसके पहले सोनिया को चुनौती देने
वाले
"सीताराम केसरी "
को पार्टी से भगा दिया गया?
राहुल गाँधी के लिए खतरा साबित हो रहे
माधवराव
सिंधिया एक प्लेन एक्सीडेंट में मारे गए ..
जबकि उनका प्लेन ब्रांड न्यू था और उसमे कोई
समस्या नहीं थी और उसमे किसी भी मौसम
में उड़ने
वाला सिस्टम लगा था .
काँग्रेस और विदेशी कम्पनियोँ के लिये खतरा
बन चुके
"राजीव दीक्षित"
की मौत हो गई मृत्यु के बाद
उनका शरीर काला पड़ गया जो केवल जहर
या करंट देने
के बाद होता है राजीव भाई की मृत्यु की खबर
किसी भी मीडिया चैनल ने नहीँ दिखाई
मित्रों , आखिर इस "पवित्र" परिवार को किस
देवता का आशीर्वाद मिला हुआ है जिससे
की जो भी इनके
अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाता है या
रास्ते में
आता है उसकी रहस्यमय हालात में मौत हो
जाती है ????

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