बांग्लादेश के सबसे बड़े अख़बार "प्रथम आलो" में छपा इस खबर का हैडिंग है ...
"भारतीय गाय कम आने की वजह से चमड़ा उद्योग और इससे जुड़े बाज़ार प्रभावित" !!
भारतीय सीमा कोरिडोर से गाय का आना कम हो गया है। अगर ऐसा ही चलता रहा
तो अगले कुछ महीनो में गाय का आना पूरी तरह बंद हो जायेगा। ढाका के गोमांस
व्यापारियों का कहना है 'भारतीय गाय आना बंद होने से बाज़ार प्रभावित हुआ है, खुदरा
और थोक बाज़ार में गाय की कीमत 30% से 40% बढ़ गया है. औए गोमांस की कीमत
प्रति किलो 50 से 80 रूपए बढ़ गया है।
तो अगले कुछ महीनो में गाय का आना पूरी तरह बंद हो जायेगा। ढाका के गोमांस
व्यापारियों का कहना है 'भारतीय गाय आना बंद होने से बाज़ार प्रभावित हुआ है, खुदरा
और थोक बाज़ार में गाय की कीमत 30% से 40% बढ़ गया है. औए गोमांस की कीमत
प्रति किलो 50 से 80 रूपए बढ़ गया है।
गाय आना बंद हो गया तो इस व्यापार से जुड़े हज़ारों लोग बेकार हो जायेंगे। बॉर्डर के
पास जितने भी गाय का बाज़ार था सब बंद हो जायेगा।इससे देश के चमड़ा उद्योग भी
बुरी तरह प्रभावित होगा, उनके उत्पादन आधा हो जायेगा।
पास जितने भी गाय का बाज़ार था सब बंद हो जायेगा।इससे देश के चमड़ा उद्योग भी
बुरी तरह प्रभावित होगा, उनके उत्पादन आधा हो जायेगा।
हर वर्ष औसतन 20 लाख गाय भारत से आती है, जिसका व्यापर करीब 300 करोड़ का
है। २०१३ में गाय आया था 23 लाख 74 हज़ार, २०१४ में 20 लाख 32 हज़ार यानी हर
महीने 2 लाख गाय आया करता था पर इस वर्ष फरबरी से गाय आना कम हुआ। जहाँ
जनवरी में 1 लाख गाय आया था, फरवरी में आया 48,450, और मार्च में 44,945, और
मई के महीने में 20,000 से ज्यादा गाय नही आया।
है। २०१३ में गाय आया था 23 लाख 74 हज़ार, २०१४ में 20 लाख 32 हज़ार यानी हर
महीने 2 लाख गाय आया करता था पर इस वर्ष फरबरी से गाय आना कम हुआ। जहाँ
जनवरी में 1 लाख गाय आया था, फरवरी में आया 48,450, और मार्च में 44,945, और
मई के महीने में 20,000 से ज्यादा गाय नही आया।
2 फरबरी को भारत के गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह जी ने BSF को गाय की तस्करी रोकने
का आदेश दिया था तबसे सीमा में कड़ी कारवाई शुरू हुआ है।
का आदेश दिया था तबसे सीमा में कड़ी कारवाई शुरू हुआ है।
बांग्लादेश में प्रति वर्ष 50 लाख गाय को काटा जाता है जिसका आधा हिस्सा भारत से
आता है....
आता है....
BY-Mukesh Kumar Verma....
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