संस्कृत वाक्य अभ्यासः
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ह्यः वर्षा जाता = कल वर्षा हुई ।
भूमिः आर्द्रा जाता
= भूमि गीली हो गई
= भूमि गीली हो गई
ऊष्णता न्यूना जाता
= गर्मी कम हो गई ।
= गर्मी कम हो गई ।
कृषकः प्रसन्नः जातः
= किसान खुश हुआ
= किसान खुश हुआ
कृषकाः प्रसन्ना: जाताः
=सभी किसान खुश हुए
=सभी किसान खुश हुए
बालकाः अपि मुदिताः जाताः
= बच्चे भी खुश हुए
= बच्चे भी खुश हुए
वीथ्यां जलं पूरितं जातम्
= गली में पानी भर गया ।
= गली में पानी भर गया ।
वस्त्राणि आर्द्राणि जातानि
= वस्त्र गीले हो गए ।
= वस्त्र गीले हो गए ।
मोबाईलयन्त्रम् अपि आर्द्रम् जातम्
= मोबाईल भी गीला हो गया ।
= मोबाईल भी गीला हो गया ।
मम अपि मनसि हर्षः जातः
= मेरे भी मन में ख़ुशी हुई ।
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= मेरे भी मन में ख़ुशी हुई ।
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संस्कृत वाक्य अभ्यासः
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ट्रिन ट्रिन ....... ट्रिन ट्रिन .....
हरिओम् = हैल्लो
कः वदति ?
= कौन बोल रहा है ?
= कौन बोल रहा है ?
(न श्रूयते = नहीं सुनाई पड़ रहा है
अतः उच्चै: वदति
= अतः जोर से बोलता है )
= अतः जोर से बोलता है )
कः वदति ? = कौन बोल रहा है ?
∆ अहम् बद्रीनाथतः वदामि
= मैं बद्रीनाथ से बोल रहा हूँ ।
= मैं बद्रीनाथ से बोल रहा हूँ ।
∆ अत्र वयं सर्वे कुशलिनः
= यहाँ हम सभी सकुशल हैं ।
= यहाँ हम सभी सकुशल हैं ।
∆ भवान् केवलं श्रृणोतु
= आप केवल सुनिये
= आप केवल सुनिये
∆ किमपि मा वदतु
= कुछ भी मत बोलिये
= कुछ भी मत बोलिये
∆ मार्गे दूरभाष सम्पर्कः न भवति
= रास्ते में फोन संपर्क नहीं होता है
= रास्ते में फोन संपर्क नहीं होता है
∆ मध्ये मध्ये सम्पर्कः अवरुध्यते
= बीच बीच में सम्पर्क कट रहा है
= बीच बीच में सम्पर्क कट रहा है
∆ तत्र सर्वं कुशलम् अस्ति खलु ?
= वहाँ सब कुशल है न ?
= वहाँ सब कुशल है न ?
आम् अत्र सर्वं कुशलम् अस्ति
= हाँ , यहाँ सब कुशल है ।
= हाँ , यहाँ सब कुशल है ।
∆ अस्तु , तर्हि समापयामि सम्वादम्
= ठीक है , तो बात पूरी करता हूँ ।
= ठीक है , तो बात पूरी करता हूँ ।
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